
इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने मेरठ में सीजीएचएस के एडिशनल डायरेक्टर डाक्टर अजय कुमार, ऑफिस सुपरिटेंडेंट लवेश सोलंकी और उनके निजी साथी/दलाल रईस अहमद को रिश्वत के 5 लाख रुपये का लेन देन करते हुए गिरफ्तार किया है।
50 लाख मांगे-
एडिशनल डायरेक्टर डाक्टर अजय कुमार ने दो निजी अस्पतालों को सीजीएचएस की सूची से हटा देने की धमकी दे कर 50 लाख रुपये रिश्वत मांगी।
सीबीआई ने 12.08.2025 को मेरठ, उत्तर प्रदेश के एक निजी अस्पताल समूह के निदेशक (संचालन) विशाल सलोनिया की शिकायत पर मेरठ में तैनात सीजीएचएस के एडिशनल डायरेक्टर डाक्टर अजय कुमार और ऑफिस सुपरिटेंडेंट लवेश सोलंकी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया। शिकायतकर्ता का मेडिकल ग्रुप मेरठ और उसके आसपास विभिन्न नामों से कई अस्पताल चलाता है।
पैनल से हटाने की धमकी-
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि 08.07.2025 को सीजीएचएस टीम, मेरठ द्वारा उसके दो अस्पतालों जेएमसी मेडिसिटी और हाई फील्ड अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया।उसके बाद, अस्पतालों से रिश्वत वसूलने के इरादे से दोनों अस्पतालों को मामूली कमियों को उजागर करते हुए नोटिस दिए गए। आरोपियों ने अस्पतालों को सीजीएचएस पैनलबद्ध अस्पतालों की सूची से न हटाने के लिए 50 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
रिश्वत नहीं देने पर जेएमसी मेडिसिटी अस्पताल का पैनल निलंबित कर दिया। इसके बाद हाई फील्ड अस्पताल का भी पैनल निलंबित करने की धमकी दी। एडिशनल डायरेक्टर डाक्टर अजय कुमार और ऑफिस सुपरिटेंडेंट लवेश सोलंकी ने अस्पतालों को पैनल से हटाने से बचने के लिए जल्द से जल्द 50 लाख रुपये की रिश्वत राशि देने पर जोर दिया था। बातचीत के बाद,एडिशनल डायरेक्टर अजय कुमार 12.08.2025 को 5 लाख रुपये (50 लाख रुपये की रिश्वत राशि की पहली किस्त) का आंशिक भुगतान स्वीकार करने के लिए सहमत हो गया।
रंगेहाथ गिरफ्तार-
सीबीआई ने जाल बिछाया और सीजीएचएस के एडिशनल डायरेक्टर डाक्टर अजय कुमार, ऑफिस सुपरिटेंडेंट लवेश सोलंकी और उनके निजी साथी/दलाल रईस अहमद को 5 लाख रुपये (50 लाख रुपये की रिश्वत की पहली किस्त) के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया।