रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : एनटीपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) के प्रतिष्ठित 2400 मेगावाट, टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स का दौरा किया। उनके साथ अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल, आर. के. विश्नोई, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसीआईएल, शलिंदर सिंह और टीएचडीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी) भूपेन्द्र गुप्ता समेत टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
अपने दौरे के दौरान गुरदीप सिंह ने 1000 मेगावाट के टेहरी पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की चल रही निर्माण गतिविधियों का सावधानीपूर्वक निरीक्षण किया। के.एस. सुंदरम, निदेशक (परियोजनाएं), एनटीपीसी और एस.एन.त्रिपाठी, क्षेत्रीय ईडी, एनटीपीसी। उन्होंने टिहरी पीएसपी के बटरफ्लाई वाल्व चैंबर, मशीन हॉल और आउटफॉल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की प्रगति की समीक्षा की। इसके अलावा उन्होंने 1000 मेगावाट की टिहरी जल विद्युत परियोजना के मशीन हॉल का विस्तृत निरीक्षण किया।
सिंह ने एक विशेष इंटरैक्टिव सत्र के दौरान टीएचडीसीआईएल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बातचीत की, जिसमें टिहरी पीएसपी को समय पर चालू करने के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर दिया गया। सिंह ने टीम के बीच मनोबल बढ़ाने और सहयोगात्मक भावना को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा और टीएचडीसीआईएल टीम के समर्पण और प्रयासों की सराहना की।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर. के. विश्नोई ने ग्रिड स्थिरता बढ़ाने और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को एकीकृत करने में उनकी भूमिका को रेखांकित करते हुए इस बात पर जोर देते हुए कहा कि पीएसपी ऊर्जा संक्रमण के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। शलिंदर सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसीआईएल, भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), टीएचडीसीआईएल, के.एस. सुंदरम, निदेशक (परियोजनाएं), एनटीपीसी और एनटीपीसी के क्षेत्रीय ईडी एस.एन.त्रिपाठी ने कर्मचारियों के उत्साह और प्रेरणा को और बढ़ाया। उनकी भागीदारी ने टीम के भीतर सौहार्द और सामूहिक समर्पण की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत समर्थन प्रणाली और एक एकीकृत दृष्टिकोण को रेखांकित किया।
बैठक एवं निरीक्षण के दौरान एल. पी. जोशी, ईडी (टीसी), श्री. ए.आर. गैरोला, महाप्रबंधक, (पीएसपी) और डॉ. ए.एन.त्रिपाठी, महाप्रबंधक (एचआर एवं ए; सीसी) आदि मौजूद रहे।
एनटीपीसी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड का बहुसंख्यक इक्विटी भागीदार है और 76,048 मेगावाट (जेवी सहित) की कुल स्थापित क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी बिजली उपयोगिता है। 1975 में स्थापित, एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनी बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है और 2032 तक 130 गीगावॉट क्षमता वाली कंपनी बनने का लक्ष्य है।