दिल्ली के सामने गुजरात टाइटंस के खिलाफ जीत की राह पर वापस लौटने की चुनौती

  • दिल्ली को वॉर्नर के साथ पृथ्वी, मार्श व रोसेउ से बड़ी पारी की आस
  • दिल्ली के गेंदबाजों के लिए शुभमन व साहा पर लगाम लगाना मुश्किल
  • गुजरात के खिलाफ दिल्ली को चुस्त क्षेत्ररणक्ष करना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दिल्ली कैपिटल्स अपने नियमित कप्तान ऋषभ पंत के सड़क दुर्घटना में घायल होने के कारण बाहर होने से 2023 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने पहले ही मैच में लखनउ में लखनउ सुपर जायंटस के हाथों 50 रन से हार में सही संयोजन के लिए जूझती दिखी। बतौर कप्तान-विकेटकीपर -बल्लेबाज ऋषभ पंत दिल्ली कैपिटल्स को जो संतुलन देते हैं, उनकी गैरमौजूदगी में उसकी कमी उसे बुरी तरह अखर रही है। डेविड वॉर्नर ने बतौर कप्तान और ओपनर दिल्ली कैपिटल्स के लिए अद्र्धशतक जरूर जड़ा लेकिन लखनउ के खिलाफ पहले मैच में वह अपने मिजाज के मुताबिक खुलकर खेलने के बजाय अपनी टीम की पारी को संभालते ही ज्यादा दिखे। दिल्ली कैपिटल्स के सामने अब मंगलवार को हार्दिक पांडया की कप्तानी में उतरनी वाली मौजूदा चैंपियन गुजरात टाइंटस को अरुण जेटली स्टेडियम में हरा जीत की राह पर वापस लौटने की मुश्किल चुनौती है। इस साल तीनों फॉर्मेट में मिलाकर भारत के खेलते हुए पांच शतक जडऩे वाले सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के बेहतरीन अद्र्धशतक की बदौलत गुजरात टाइंटस ने कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में उतरी चेन्नै सुपर किंग्स को पहले मैच में पांच विकेट से हरा दमदार आगाज कर दर्शाया कि उसमें खिताब बरकरार रखने का दम है। पिछली आईपीएल में भी गुजरात टाइटंस ने दिल्ली कैपिटल्स को पुणे में 14 रन से हराया था। इस जीत का भी गुजरात टाइटंस को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ यहां मंगलवार को मनोवैज्ञानिक लाभ मिल सकता है।

शुभमन के साथ उनके सलामी जोड़ीदार रिद्धिमान साहा तो रंग में हैं ही गुजरात टाइटंस के पास खुद कप्तान हार्दिक पांडया, विजय शंकर, राहुल तेवतिया जैसे ऑलराउंडर के रूप में बेहतरीन फिनिशर हैं। दिल्ली के गेंदबाजों के लिए खासतौर पर गुजरात के शुभमन गिल और साहा की सलामी जोड़ी पर लगाम लगाना मुश्किल होगा क्योंकि ये दोनों खासतौर पर पहले पॉवरप्ले का लाभ उठाने में सक्षम हैं। सोने पर सुहागा यह है कि दुनिया के बेहतरीन लेग स्पिनर राशिद खान आखिर की 10-15 गेंदों में ताबड़तोड़ कर टीम को बड़ा लक्ष्य खड़ा करने के साथ गुजरात टाइटंस को बड़े लक्ष्य के पार पहुंचाने का भी दम रखते हैं। चेन्नै के खिलाफ एक मुश्किल कैच लपकने के फेर में अपने धुरंधर बल्लेबाज न्यूजीलैंड के केन विलियमसन के घुटने में चोट खाकर मौजूदा 16 वीं आईपीएल से बाहर होने के बावजूद गुजरात टाइटंस टीम संयोजन के लिहाज अभी भी खासी संतुलित नजर आती है। बहुत मुमकिन है कि गुजरात टाइटंस को दिल्ली के खिलाफ मंगलवार के मैच के बाद से विस्फोटक दक्षिण अफ्रीकी फिनिशर डेविड मिलर उपलब्ध हो जाएंगे। दिल्ली के मैच के बाद मिलर के उपलब्ध होने से गुजरात के मध्यक्रम के विलियमसन की गैरमौजूदगी के बावजूद जरूरी संतुलन मिल जाएगा।

ओपनर पृथ्वी शॉ, सरफराज खान व अमन हकीम खान जैसे मुंबईकरों के घरेलू क्रिकेट में धांसू प्रदर्शन की हवा दिल्ली कैपिटल्स के लिए पहले मैच में लखनउ सुपर जायंटस के अंग्रेज तेज गेंदबाज मार्क वुड के ‘पंजे’ और आवेश खान की रफ्तार और धार के सामने निकल गई थी। पृथ्वी शॉ और सरफराज खान दोनों को खासतौर पर अपनी रफ्तार से छका तरह जिस अंदाज में मार्क वुड ने आउट किया वह दिल्ली के लिए गुजरात टाइटंस के खिलाफ भी चिंता का सबब बन सकता है। कप्तान ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर और मिचेल मार्श ,विस्फोटक ऑलराउंडर रॉमैन पावेल और हकीम खान जिस तरह लखनउ के वुड और आवेश खान के सामने रनों के लिए जूझते दिखे उससे दिल्ली कैपिटल्स के लिए गुजरात जायंटस के मस्तमौला तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, वेस्ट इंडीज के अल्जारी जोसेफ, यश दयाल और खुद कप्तान हार्दिक पांडया के रूप में तेज गेंदबाजों की चौकड़ी से निपटना मुश्किल होगा। गुजरात टाइटंस के पास के साथ अफगानिस्तान के लेग स्पिनर रशीद खान व राहुल तेवतिया के रूप में दो बेहतरीन लेग स्पिनर है। गुजरात के कप्तान हार्दिक, शमी और अल्जारी जोसेफ अपनी शार्ट पिच से सरफराज खान और पृथ्वी शॉ को सस्ते में पैवेलियन लौटा कर दिल्ली की पारी को शुरू में ही बिखेर सकते हैं। अहमदाबाद में चेन्नै सुपर किंग्स के खिलाफ पहले हालांकि तेवतिया की गेंदबाजी का नंबर ही नहीं आया। अपने घर में दिल्ली कैपिटल्स को गुजरात के खिलाफ सही एकादश चुनने के साथ यह आस करनी होगी कि कप्तान वॉर्नर के साथ उसके सलामी जोड़ीदार पृथ्वी शॉ, मिचेल मार्श और रिले रोसेउ बड़ी पारी खेलेंगे। दिल्ली कैपिटल्स के लिए मध्यक्रम में बेशक सरफराज खान की जगह मनीष पांडे और भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताने और उसके बाद रणजी ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन कर सुर्खियों में आए कप्तान यश ढल में कोई एक भी निश्चित रूप बेहतर विकल्प हो सकता है। बतौर ऑलराउंडर दिल्ली के लिए हकीम खान की बजाय निश्चित रूप से ऑफ स्पिन ऑलराउंडर ललित यादव बेहतर विकल्प हो सकते हैं।

दिल्ली कैपिटल्स की टीम में चार विदेशी खिलाडिय़ों में कप्तान वॉर्नर, मिचेल मार्श और रिले रॉसेउ के रूप में तीन का चयन पक्का है। अपनी गेंदबाजी को और धार देने के लिए दिल्ली रॉमैन पॉवेल को बाहर रख कर बांग्लादेश के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को एकादश में शामिल करने की सोच सकती है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के ऑनरिक नोकिया और लुंगी एंगिडी जैसे तेज गेंदबाज अपने देश के लिए नीदरलैंड के खिलाफ वन डे सीरीज में व्यस्त होने के कारण उसे गुजरात के खिलाफ मंगलवार के अहम मैच के लिए उसे उपलब्ध नहीं होंगे। दिल्ली के पास अनुभवी तेज गेंदबाजह इशांत शर्मा को नौजवान मुकेश कुमार की इम्पैक्ट सब्सिटयूट के रूप में इस्तेमाल करने का विकल्प जरूर रहेगा। गुजरात को जीत से रोकने के लिए दिल्ली के बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों चेतन सकारिया, खलील अहमद और मुस्तफिजुर रहमान की त्रिमूर्ति और बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव और बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल को चतुराई से स्पिन का जाल बुनते हुए खासतौर पर शुभमन गिल, साहा और कप्तान हार्दिक पांडया के विकेट सस्ते में चटकाने होंगे। सच तो यह है अपनी कम रफ्तार और विविधता की कमी के कारण दिल्ली के चेतन सकारिया और मुकेश कुमार को खासतौर पर गुजरात के शुभमन गिल और कप्तान हार्दिक निशाना बना सकते हैं। वहीं बाएं हाथ के खलील अहमद की गेंदबाजी में धार है लेकिन उनकी ढीली फील्डिंग दिल्ली को लखनउ के खिलाफ मैच की तरह भारी पड़ सकती है। लखनउ सुपर जायंटस के कायल मायर्स ने खलील द्वारा टपकाए कैच का लाभ उठा कर छक्कों की बारिश कर अपनी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचा कर दिल्ली के गेंदबाजों को मिली शुरुआती सफलता की खुशी गायब कर दी। दिल्ली को जीत की राह पर लौटना है तो उसे गुजरात के खिलाफ चुस्त क्षेत्ररक्षण करना होगा। यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि क्या दिल्ली के गेंदबाज ऐसा करने में मंगलवार को कामयाब होंगे या फिर गुजरात टाइटंस अपना विजयरथ यूं ही आगे बढ़ा कर अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंच जाएगी।
मैच का समय: शाम साढ़े सात बजे से।