सत्येन्द्र पाल सिंह
चेन्नै :
मौजूदा व सबसे ज्यादा सात बार की चैंपियन जर्मनी की निगाहें अब यहां अपनी यूरोप की बड़ी हॉकी ताकत स्पेन को यहां बुधवार को 14 वें जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के फाइनल में हरा कुल आठवीं और लगातार दूसरी बार खिताब जीतने पर लगी हैं। वहीं पहली बार फाइनल में पहुंचने वाला स्पेन बड़ा उलटफेर कर जर्मनी पर जीत के साथ नया चैंपियन बनने को बेताब है। जर्मनी ने सेमीफाइनल में भारत को 5-1 से धोकर तथा अल्बर्ट सरहिमा के लकी गोल के सहारे स्पेन ने अर्जेंटीना पर 2-1 से जीत से फाइनल में स्थान बनाया था। स्पेन और जर्मनी के बीच फाइनल में मैन टू मार्किंग और स्ट्रक्चर हॉकी के बीच दिलचस्प संघर्ष देखने को मिला। मौजूदा फॉर्म के आधार स्पेन के लिए जर्मनी को रोकना खासा मुश्किल लगता है।
जर्मनी के पास कप्तान बेन हैशबाख बतौर डिफेंसिव मिडफील्डर अपने गोल की चौकसी के साथ गोल के हमले बनाने वाला चतुर खिलाड़ी है। स्पेन के लिए सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ दो गोल करने वाले जर्मनी के स्ट्राइकर लुकस कौसल, टाइटस वेक्स और कप्तान बेन हैशबाख को रोकना बड़ी चुनौती होगा।
स्पेन के गोलरक जैन केपलाडेस ने अपनी टीम की अर्जेंटीना पर सेमीफाइनल में लकी जीत पर कहा,‘ यह वाकई शानदार जीत थी। मैंने स्पेन के फाइनल में पहुंचने का सपना देखा। हमने जो चाहा था वह सेमीफाइनल में अर्जेंटीना पर जीत के साथ हासिल कर लिया। बेशक यह आसान नहीं था लेकिन अब हम फाइनल में हैं।
भारत के खिलाफ गोल करने वाले जर्मनी के स्ट्राकर टाइटस वेक्स ने अपनी टीम के फाइनल में पहुंचने पर कहा, ‘हमारी टीम की भारत पर यह जीत गजब की है। मेरा मानना है कि हमारी यह जीत टीम के एक इकाई के रूप में खेलने का नतीजा है। हमारी टीम ने सेमीफाइनल में मौजूदा जूनियर विश्व कप में अपना अब तक का सबसे बढ़िया खेल दिखाया। अब हमें बस फाइनल जीत अंतिम बाधा पार करनी है। हमारी भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में शुरुआत बेहद गजब की रही। हम शुरू में गोल करने में खासे कामयाब रहे। हम भारत से भले ही बड़े अंतर से जीते लेकिन हम अपने गोल की अमूमन जिस मजबूती से चौकसी करते है नही कर पाए। अब हमें खिताब जीतने के लिए फाइनल में ऐसा बढ़िया खेल जारी रखना होगा।
बुधवार के मैच
तीसरे स्थान के लिए मैच : भारत वि अर्जेंटीना, शाम साढ़े 5 बजे से।
फाइनल ् : जर्मनी वि स्पेन, रात आठ बजे सेे।





