पंजाब की बाढ़ में उम्मीद बना “चार बंगला गुरुद्वारा”

Char Bangla Gurdwara becomes a hope in Punjab floods

मुंबई (अनिल बेदाग) : मुंबई के चार बंगला गुरुद्वारा साहिब ने अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह सूरी और मनिंदर सिंह सूरी के नेतृत्व में पंजाब के बाढ़ प्रभावित जिलों—फिरोजपुर, तरन तारन, कपूरथला और अजनाला में मानवता की अद्भुत मिसाल पेश की। लगभग ₹50 लाख की सहायता सामग्री के साथ गुरुद्वारा समिति ने राहत किट, भोजन, दवाएं, नावें और चारे की आपूर्ति सुनिश्चित की। अजनाला के डुब्बर गांव में 75 एकड़ भूमि पर गेहूं की बुआई का खर्च उठाया गया, जबकि हरार कलां गांव को गोद लेकर 125 एकड़ की खेती के लिए बीज, खाद और डीजल दिया गया।

संकटग्रस्त किसानों की बेटियों की शादियों का खर्च उठाना और नष्ट घरों का पुनर्निर्माण इस सेवा की विशेष झलक है। श्री सूरी ने कहा, “यह केवल राहत नहीं, बल्कि गरिमा और उम्मीद को पुनर्जीवित करने का प्रयास था।” संगत और सेवकों की एकजुटता ने साबित किया कि सेवा जब समर्पण बन जाए, तो हर आपदा छोटी लगने लगती है।