मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण कर भी लिया जायजा, पीड़ितों में राहत सामग्री का भी किया वितरण

Chief Minister also conducted aerial survey and took stock and distributed relief material among the victims

रविवार दिल्ली नेटवर्क

लखनऊ/बहराइच : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच दौरे पर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण भी किया, फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष में भेड़ियों के हमले में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मुलाकात की। सीएम ने घायलों से मिलकर भी हालचाल जाना। सीएम ने सहायता राशि, घायलों को लगाए जाने वाले इंजेक्शन, पीड़ित परिवारों के स्वास्थ्य और बच्चों की पढ़ाई आदि की भी जानकारी ली। सीएम योगी आदित्यनाथ यहां मीडिया से भी मुखातिब हुए। सीएम ने कहा कि आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है, जब तक क्षेत्र खतरे से मुक्त नहीं हो जाता, वन विभाग, जिला प्रशासन-पुलिस टीम निरंतर यहां कार्य करेगी।

वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात, 4 थर्मल ड्रोन से भी रखी जा रही नजरः सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखा है। जनहानि पर पीड़ित परिवार को तत्काल पांच लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराते हैं। जंगली जानवरों के हमले में घायलों के लिए एंटी रैबीज वैनम उपलब्ध कराई गई है। सीएम योगी ने कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए यहां वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीम तैनात है। 4 थर्मल ड्रोन लगाए गए हैं। पहली प्राथमिकता भेड़िए को रेस्क्यू करने की है। यदि उसकी हिंसक गतिविधियां बढ़ीं या उसने जनहानि का प्रयास किया तो उसे शूट करने के भी आदेश दिए गए हैं। यह अंतिम विकल्प है, इससे पहले अन्य विकल्पों पर भी कार्य किया जा रहा है।

सूचना मिलते ही शुरू कर दी गई कार्रवाई
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महसी विधानसभा क्षेत्र के नदी से सटे इलाकों में दो माह से भेड़ियों के आतंक के कारण कुछ जनहानि हुई है। भेड़ियों ने कुछ बच्चों को घायल भी किया है। जनप्रतिनिधियों ने जब पहली बार इससे अवगत कराया तो मैंने प्रशासन को तत्काल अभियान चलाने का निर्देश दिया था। इसके उपरांत वन मंत्री व विभागीय अधिकारियों को टीम के साथ भेजा गया।

अब तक 5 भेड़िए रेस्क्यू, एक की तेजी से चल रही तलाश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस क्षेत्र के 20-25 किमी. दायरे में दो महीने में 8 जनहानि हुई। अब तक पांच भेड़िए रेस्क्यू किए गए हैं। एक अभी भी पकड़ से बाहर है। जंगली जानवरों की दृष्टि से जो क्षेत्र संवेदनशील होता है। इस सीजन में ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती हैं। जिन क्षेत्रों में जंगली जानवर रहते हैं, वहां पानी घुस आता है तो वे अन्य स्थानों की तरफ प्रस्थान करते हैं और शिकार की तलाश में कभी-कभी मानव बस्ती के समीप आ जाते हैं। जहां इन्हें आसान शिकार मिलता है, वहां ऐसे हमले दिखते हैं।

टीम मुस्तैद, दो-तीन सितंबर के बाद से घटनाओं को रोकने में मिली सफलता
सीएम योगी ने कहा कि 17 जुलाई को पहली घटना हुई थी, जब भेड़िए ने एक वर्ष के बच्चे को शिकार बना लिया था। फिर यह लगातार चलता रहा। सीएम ने कहा कि भेड़िए ने अलग-अलग गांवों को निशाना बनाया। हमले के दायरे में भी चार-पांच दिन का अंतर रहा। पहली सितंबर को अंतिम घटना घटी थी। इसके बाद जनहानि की सूचना नहीं है। दो-तीन सितंबर को एक बच्चे पर हमले की सूचना थी। इसके उपरांत हमले की भी शिकायत नहीं है।

घरों पर दरवाजे लगवाने की हो रही व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में अब तक केंद्र व राज्य सरकार ने 56 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराया है। यहां सभी पीड़ितों के पास भी पक्के आवास है। हालांकि कुछ लोगों के घर के बाहर दरवाजे नहीं थे। अन्य मद से दरवाजा लगाने की व्यवस्था की गई। स्वच्छ भारत मिशन में हर परिवार को एक-एक शौचालय दिए गए थे। फिर भी जहां यह व्यवस्था नहीं हो पाई, ऐसे लोगों के लिए अतिरिक्त शौचालय की व्यवस्था की है। लाइटिंग, सुचारू पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। जो पात्र व्यक्ति अब तक आवास की सुविधा से वंचित है, तत्काल उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। प्राथमिकता के आधार पर कैंप लगाकर पात्रों को आवास, शौचालय, आयुष्मान, राशन कार्ड आदि सुविधाओं से आच्छादित कराने का भी निर्देश दिया गया है।

बच्चों को दी चॉकलेट
इस दौरान सीएम ने उपस्थित बच्चों को दुलारा-पुचकारा। नाम पूछा और उन्हें चॉकलेट भी दी। सीएम ने बच्चों से उनकी शिक्षा, स्कूल और कक्षा आदि के बारे में भी जानकारी ली।

इस दौरान वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, बहराइच सांसद आनंद कुमार गोड़, विधायक सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, अनुपमा जायसवाल, सरोज सोनकर, रामनिवास वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, प्रज्ञा त्रिपाठी आदि की मौजूदगी रही।