मुख्यमन्त्री भजन लाल शर्मा ने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में विदेश यात्रा पर जाकर रचा इतिहास

Chief Minister Bhajan Lal Sharma created history by going on a foreign trip in the very first year of his tenure

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल के पहले ही वर्ष में प्रदेश में देशी विदेशी निवेशकों को आमन्त्रित कर जयपुर में एक मेगा ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन करने का निर्णय कर और इसके लिए अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में विदेश यात्रा पर जाकर निवेशकों को राजस्थान आने का न्यौता देने का कार्य कर एक इतिहास रचा हैं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दक्षिण कोरिया और जापान की पाँच दिवसीय सफल यात्रा पूरी कर शनिवार अल सवेरे स्वदेश लौट आए है। हालाँकि जब वे देश लौट रहे थे तभी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के गृह ज़िले भरतपुर के गोपालगढ़ कस्बें में 14 सितम्बर 2011 को हुई एक घटना के सम्बन्ध में कोर्ट में चल रहें मामले का एक तकनीकी मसला उठा कर उनकी विदेश यात्रा को भी एक मुद्दा बनाने का प्रयास किया है । कांग्रेस का कहना है कि गोपालगढ़ काण्ड के सिलसिले में न्यायालय में चल रहे प्रकरण में तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष भजनलाल शर्मा को बिना कोर्ट की इजाज़त विदेश यात्रा करने पर पाबन्दी लगाई हुई है ,फिर वे कोर्ट की मंजूरी लिये बिना विदेश यात्रा पर कैसे गये? इस तरह उन्होंने माननीय न्यायालय के निर्देशों की अवेलहना की है। इस पर भाजपा नेताओं का कहना है कि पड़ौसी प्रदेश हरियाणा के विधानसभा चुनाव में गोपालगढ़ मामले का राजनीतिक फायदा उठाने के लिए कांग्रेस इस बात को हवा दे रही हैं।

खेर ! राजनीति अपनी जगह है और किसी वक्त बीमारू प्रदेश माने जाने वाले राजस्थान में अब बदले हालातों में देश विदेश के निवेशकों को आमन्त्रित कर राजस्थान के ऑद्योगिक विकास को परवान पर चढ़ाने का प्रयास करना एक अलग बात है। प्रदेश में पहले भी इन्वेस्टमेंट समिट के आयोजन हुए है लेकिन वे तत्कालीन सरकारें अपने कार्यकाल के मध्य अथवा अंत में करती आई है लेकिन भजन लाल सरकार ने इसके दूरगामी परिणाम हासिल करने और केन्द्र तथा प्रदेश में डबल इंजन की सरकार का फायदा उठाने की दृष्टि से देशी विदेशी निवेशकों को प्रदेश में बनी अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाने के लिए राजस्थान में आमंत्रित करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है जिसकी सभी ओर प्रशंसा हो रही है। वैसे भी प्रवासी राजस्थानी देश में ही नहीं दुनिया के हर देश की भूमि पर उस क्षेत्र विशेष के विकास का पर्याय बने हुए है लेकिन ‘दिये के तले अंधेरा’ की कहावत को निर्मूल साबित करने के लिहाज़ से भजनलाल सरकार का अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट ग्लोबल समिट आयोजित करने का कदम प्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित हो सकता हैं।

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और उनके साथ गए आधिकारिक दल के सदस्य जिसमें राज्य के उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेम चंद बैरवा भी शामिल थे शुक्रवार को देर रात नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे और राजधानी में अल्प प्रवास के बाद शनिवार को अपरान्ह बाद जयपुर पहुँचे जहां मुख्यमंत्री शर्मा का राज्य सरकार में उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और पार्टी संगठन दोनों ने सफल यात्रा से स्वदेश पहुँचने पर भव्य स्वागत किया। दिल्ली पहुंचने पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह, पूर्व प्रदेश सांसद अध्यक्ष सी पी जोशी, जयपुर के पूर्व सांसद राम चरण बोहरा सहित कई भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री शर्मा का गर्मजोशी से स्वागत किया,वहीं जयपुर में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ की अगुवाई में प्रदेश कार्यालय में भव्य स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। जयपुर एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम दीया कुमारी सहित मंत्री परिषद के सदस्यों ने उनकी अगवानी की। भाजपा के नेताओं ने मुख्यमंत्री शर्मा की इस यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य के विकास के लिए न केवल महत्वपूर्ण कदम हैं बल्कि प्रदेश के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलने वाला कदम भी हैं। मुख्यमंत्री शर्मा में विदेश से लोटते ही समिट संबंधी तैयारियों की समीक्षा बैठक भी की है।

मुख्यमंत्री शर्मा की अपनी विदेश यात्रा के दौरान जापान और दक्षिण कोरिया में कई निवेशकों, उद्योगपतियों और सरकारी अधिकारियों से मुलाकातें हुईं। मुख्यमंत्री ने राजस्थान को एक प्रमुख निवेश स्थल के रूप में प्रस्तुत किया और राज्य सरकार की नीतियों एवं उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल का ज़िक्र किया।इस दौरान मुख्यमंत्री शर्मा ने जापान में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं, नवीकरणीय ऊर्जा, और बुनियादी ढांचे से जुड़े कई निवेशकों के साथ चर्चा की वहीं, दक्षिण कोरिया में उन्होंने तकनीकी नवाचार और शिक्षा संबंधी विषयों में सहयोग पर विशेष फ़ोकस किया । कई कोरियाई कंपनियों ने राजस्थान में निवेश करने में रुचि दिखाई, जो किराज्य के विकास के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।

दिल्ली हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि उनकी यात्रा अत्यधिक सफल रही है और आने वाले समय में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए सरकार ने कई नई योजनाएं बनाई हैं, जिनसे राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलेगी।मुख्यमंत्री शर्मा के साथ यात्रा कर रहे अधिकारियों के अनुसार, इस दौरे के दौरान राजस्थान और दक्षिण कोरिया एवं जापान के मध्य व्यापारिक और तकनीकी साझेदारी को लेकर कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए गए हैं, जिनसे राज्य में नए रोजगार का सृजन होगा और औद्योगिक विकास को बल मिलेगा। उल्लेखनीय है कि भजनलाल सरकार इस वर्ष के अंत में जयपुर में 9 से 11 दिसम्बर तक ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024’ का भव्य आयोजन करने जा रही हैं। राज्य सरकार इस समिट को लेकर बहुत गंभीर है और इसकी तैयारियाँ भी जोरशोर से शुरु कर दी हैं।हालाँकि राजस्थान सरकार को इस निवेश शिखर सम्मेलन 2024 से पहले 5.21 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव भी प्राप्त हो चुके हैं।

मुख्यमन्त्री शर्मा की विदेश यात्रा से पहले राजस्थान के उद्योग एवं वाणिज्य, युवा मामले एवं खेल, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार, कौशल, योजना एवं उद्यमिता, तथा सैनिक कल्याण विभाग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह के नेतृत्व में राजस्थान का एक प्रतिनिधिमण्डल स्विजरलेंड की यात्रा पर जा कर भी आया है। सेन वाले दिनों में मुख्यमंत्री शर्मा लन्दन और अन्य मंत्रियों के दल विभिन्न देशों की यात्रा कर सकते हैं।राज्य सरकार ने विभिन्न देशों के लिए निवेशकों के साथ समन्वय के लिए राज्य के आईएएस अधिकारियों को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। इधर मुख्य सचिव सुधांश पंत ने ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 की तैयारियों के लिए जयपुर में समीक्षा बैठकें कर सभी विभागों को ‘ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ को सफल बनाने के लिए मिशन मोड पर काम करने के दिशा निर्देश दिये हैं।राजस्थान सरकार वैश्विक मंच पर राज्य में निवेश के अवसरों को सामने लाने के लिए देश और दुनिया के प्रमुख व्यापारिक शहरों में रोड शो की एक श्रृंखला भी आयोजित कर रही है। इसकी शुरुआत देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में 30 अगस्त, 2024 को पहला रोड शो आयोजित करने के साथ ही शुरू की जा चुकी है। आने वाले दिनों में देश की राजधानी दिल्ली और अन्य महानगरों में भी इस प्रकार के रोड शो प्रस्तावित हैं।।

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट – 2024 का आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वावधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ़ इंडस्ट्रियल प्रमोशन (बीआईपी ) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जायेगा। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्रों के आयोजन होंगे। मुख्यमन्त्री शर्मा ने इस दौरान निवेश के अनुकूल तेरह नई पॉलिसी बनाने की घोषणा भी की हैं।

राजस्थान में पिछलें तीन चार दशकों में कांग्रेस और भाजपा की सरकारें अलग-अलग नामों से कई ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित कर चुकी है जिनमें देशी विदेशी कई नामी गरामी उद्योगपति और प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा इन सरकारों द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में लाखों करोड़ रु के निवेश आने के दावे भी किए गए लेकिन यह निवेश हकीकत में धरातल पर कितना उतरा हैं ? यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। अब देखना है कि भजनलाल सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहें इस ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट से राजस्थान में निवेश के कितने अधिक प्रस्ताव आयेंगे और उनमें से कितने हकीकत में जमीन पर उतर पायेंगे?