राजस्थान की लम्बित परियोजनाओं को सिरे पर चढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का अभियान

Chief Minister Bhajan Lal Sharma's campaign to complete the pending projects of Rajasthan

राजस्थान की सबसे बड़ी पचपदरा तेल रिफाइनरी और पेट्रो कॉम्प्लेक्स परियोजना बदलेगी राजस्थान की तस्वीर, बनेगी भारत का गल्फ

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

पूर्वी राजस्थान की जीवन रेखा मानी जाने वाली महत्वाकांशी केपीसी-ईआरसीपी परियोजना का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों शिलान्यास कराने और प्रदेश के शेखावाटी अंचल के लोगों को हरियाणा से बहुप्रतीक्षित यमुना जल पहुंचाने के लिए की गई पहल के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राजस्थान की अन्य लंबित विकास परियोजनाओं को सिरे पर पहुंचाने के लिए गंभीर प्रयास में जुट गए है। इस महीने शुरु होने वाले राज्य विधानसभा के बजट सत्र से पहले मुख्यमंत्री शर्मा ने शुक्रवार को नवगठित बालोतरा जिले के पचपदरा का दौरा किया और वहां एचपीसीएल राजस्थान तेल रिफाइनरी और पेट्रो कॉम्प्लेक्स के कार्यों की प्रगति का ब्यौरा लिया तथा निर्माणाधीन रिफाइनरी का निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

रेगिस्तान प्रधान पश्चिमी राजस्थान की दशा और दिशा बदलने के साथ ही प्रदेश की इकोनॉमी को बूस्ट करने वाली इस अति महत्वपूर्ण परियोजना को यथाशीघ्र शुरू कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शर्मा का पचपदरा दौरा बहुत अहम कहा जा सकता है।हमने राजस्थान की इस सबसे बड़ी परियोजना को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर शुरू कराने के विषय को कई बार उठाया है। यह महत्वाकांशी परियोजना राजस्थान के सर्वांगीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित होने वाली है। करीब 80 हजार करोड़ की लागत से बन रही इस परियोजना से राजस्थान सरकार को करोड़ों रु की आमदनी होगी और प्रदेश के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। कतिपय विशेषज्ञ कहते है कि इस परियोजना के पूर्ण क्षमता के साथ शुरू होने पर पश्चिमी राजस्थान का दी नहीं पूरे राजस्थान के विकास की तस्वीर बदलेगी और यह इलाका भारत के गल्फ के रूप में विकसित होगा।

मुख्यमंत्री शर्मा ने एचपीसीएल राजस्थान तेल रिफाइनरी में निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को परियोजना की लंबित यूनिट्स का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए ताकि उत्पादन प्रारंभ हो सके एवं पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री हो और राज्य को अधिकाधिक राजस्व प्राप्त हो सके। साथ ही, उन्होंने परियोजना के निर्माण कार्यों में स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने रीको द्वारा रिफाइनरी के समीप बोरावास-कलावा औद्योगिक क्षेत्र में राजस्थान पेट्रो जोन के विकास परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिफाइनरी के आस-पास के क्षेत्र में पेट्रो जोन का विकास किया जाना है इसलिए उन्होंने अधिकारियों को पेट्रो जोन के क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों से भी निरंतर संपर्क स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने रिफाइनरी कार्यों में देरी करने वाली संबंधित फर्मों एवं ठेकेदारों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने निर्देश दिए कि परियोजना के समीप सांभरा ग्राम में एच.आर.आर.एल. द्वारा ईएससी फंड के माध्यम से बनाए जा रहे स्कूल एवं अस्पताल को शीघ्र शुरू किया जाए जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिल सके। उन्होंने एच.आर.आर.एल. के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि रिफाइनरी परिसर में ग्रीन बेल्ट विकसित की जाए। साथ ही पुलिस कमिश्नर को हिदायत दी कि पूरे इलाके में कानून व्यवस्था और सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध किए जाए। साथ ही उन्होंने उद्योग एवं वाणिज्य विभाग को एक विशेषाधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए जोकि15 दिन में रिफाइनरी परियोजना के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा करते हुए रिपोर्ट बनाए।

मुख्यमंत्री शर्मा ने रिफाइनरी परिसर में ही हाईटेंशन मोटर के जरिए कम्प्रेस्ड एयर नाइट्रोजन प्लांट का उद्घाटन भी किया। साथ ही रिफाइनरी परिसर में ड्यूल फीड क्रेकर यूनिट का अवलोकन किया। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि इस यूनिट के निर्माण में दुबई के बुर्ज खलीफा मीनार के निर्माण से भी अधिक कंक्रीट का उपयोग किया गया है। यह रिफाइनरी का सबसे बड़ा प्लांट भी है, जहां लगभग 9 हजार श्रमिक काम करते हैं। उन्होंने कोक डोम और ट्रीटिंग यूनिट का सघन निरीक्षण किया एवं कार्यप्रणाली और तकनीक की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान श्री शर्मा ने परियोजना में कार्यरत श्रमिकों के साथ भी बातचीत की।

शर्मा ने जिला कलक्टर को बालोतरा जिले के समग्र विकास की योजना बनाने के के लिए आवश्यकता के अनुरूप जिले की मूलभूत सुविधाओं पानी, सड़क, बिजली, शिक्षा और चिकित्सा आदि के क्षेत्र में कार्ययोजना बनाकर आमजन को सहूलियत प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही सड़क तंत्र को मजबूत बनाने की जरुरत पर भी बल दिया।

मुख्यमंत्री ने रिफाइनरी के मॉडल का अवलोकन भी किया तथा रिफाइनरी परिसर में पौधारोपण कर हरियालो राजस्थान में जन सहभागिता बढ़ाने का संदेश दिया। इस अवसर पर राज्य के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत, उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. विश्नोई, राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, विधायकगण हमीर सिंह भायल, आदुराम मेघवाल, प्रियंका चौधरी और अरूण चौधरी, मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव उद्योग एवं वाणिज्य अजिताभ शर्मा, प्रमुख शासन सचिव खान एवं पैट्रोलियम टी. रविकांत, रीको प्रबन्ध निदेशक इन्द्रजीत सिंह, एच.आर.आर.एल. के निदेशक एस. भारतन, सीईओ कमलाकर आर विखर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

पचपदरा रिफाइनरी का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने बताया कि इस महती परियोजना का निर्माण न केवल पश्चिमी राजस्थान का विकास करेगा नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना साबित होंगी।

देखना है भजन लाल सरकार प्रदेश की इस सबसे बड़ी परियोजना को कितने कम समय में पूरा करवा इसका लोकार्पण कराती है?