रविवार दिल्ली नेटवर्क
पुणे: पुणे में रविवार को भूशी बांध में पांच लोगों की मौत हो गई। हाल ही में भी अति उत्साह के कारण एक की मौत हो चुकी है। लोनावाला में अंसारी और सैयद परिवार के झरने में बहने की घटना के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। साथ ही पर्यटकों को शाम 6 बजे के बाद पर्यटन स्थलों पर जाने पर रोक लगा दी गई है। पुणे कलेक्टर सुहास दिवसे ने घोषणा की है कि नियमों की अनदेखी करने वाले पर्यटकों और कार्यों में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लोनावला में दंगा करने वाले युवकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री का आदेश मिल गया है। हम ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो अन्य पर्यटकों को परेशान करता हो। उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। कई युवा सार्वजनिक छुट्टियों और सप्ताहांत पर आते हैं। रात में उपद्रव और दंगे की कई शिकायतें मिली हैं। इसी पृष्ठभूमि में पर्यटकों को शाम छह बजे के बाद पर्यटन स्थलों पर जाने पर रोक लगा दी गयी है। यदि संबंधित अधिकारी कार्रवाई करने में देरी करेगा तो हम उस अधिकारी के खिलाफ सीधी कार्रवाई करेंगे।
मानसून के दौरान लोनावला और खंडाला क्षेत्रों की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसलिए वीकेंड पर यहां पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है। दुर्घटनाओं की आशंका, युवाओं के पानी में उल्लास, सेल्फी, फोटोग्राफी, वीडियो और सोशल मीडिया लाइव रिलीज को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
युवाओं से अपील की गई है कि वे लोनावला, मुलशी, मावल के साथ-साथ पवना इलाके की नदियों और झरनों में पानी में उतरकर अति उत्साह में न आएं। यहां प्रकृति का आनंद लेते समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि दूसरों की जान खतरे में न पड़े। प्रशासन द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करना होगा।