रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों, वीरांगनाओं को सम्मानित करने के साथ ही निबंध एवं कला प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि सैनिक आश्रितों को भर्ती पूर्व दिए जाने वाले प्रशिक्षण के दौरान भोजन व्यवस्था के लिए दी जाने वाली धनराशि ₹80 से बढ़ाकर ₹225/दिन की जाएगी। सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग द्वारा सैनिक आश्रितों को 56 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि होने के साथ-साथ पराक्रम और बलिदान की भूमि भी है। 1971 के भारत-पाक युद्ध में प्रदेश के 255 जवानों ने भारत मां की रक्षा के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग किया था। इस युद्ध में प्रदेश के 74 सैनिक विभिन्न वीरता पदकों से सम्मानित हुए थे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन के अनुरूप देहरादून में पांचवे धाम सैन्य धाम का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह सैन्य धाम आने वाली पीढ़ियों के लिए राष्ट्र आराधना के एक दिव्य प्रेरणा पुंज के रूप में कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के मुख्य सेवक के रूप में उनका प्रयास रहता है कि सैन्य परिवारों के लिए विशेष योजनाएं बने, जिससे एक सैनिक को युद्ध में लड़ते समय परिवार की चिंता न हो। प्रदेश सरकार सैनिकों और उनके परिवार को मिलने वाली सुविधाओं में वृद्धि करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, विधायक श्री खजान दास, सचिव सैनिक कल्याण दीपेन्द्र चौधरी, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एसएसपी अजय सिंह, निदेशक सैनिक ब्रिगेडियर कल्याण अमृत लाल (से.नि) समेत विभिन्न पूर्व सैन्य अधिकारी और वीरांगनाएं उपस्थित थे।