- आंध्र प्रदेश की गोशाला से आए हैं नादिपथि मिनिएचर नस्ल के गोवंश
- मूलतः पुंगनूर नस्ल की ही नई ब्रीड है नादिपथि मिनिएचर
- नामकरण करने के बाद भवानी और भोलू को खूब दुलारा, खूब बात की सीएम ने
रविवार दिल्ली नेटवर्क
गोरखपुर : आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के गोवंश (एक बछिया और एक बछड़ा) का शनिवार सुबह गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामकरण किया। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मंदिर की गोशाला में दक्षिण से आए गोवंश की इस जोड़ी का नाम रखने के बाद सीएम ने उनसे खूब बातें की, खूब दुलारा। गोसेवक मुख्यमंत्री के स्नेह से मात्र दो दिन में सुदूर से आए ये गोवंश उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं।
नादिपथि मिनिएचर नस्ल की गाय को दुनिया की सबसे छोटी गाय माना जाता है। इसे पुंगनूर नस्ल की ही ब्रीडिंग से विकसित किया गया है। नादिपथि मिनिएचर को माइक्रो मिनिएचर भी कहा जाता है। इस नस्ल के गोवंश की एक बछिया और बछड़ा को गुरुवार देर रात आंध्र प्रदेश के नादिपथि गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाया गया। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह इन गोवंश को स्नेहासींचित किया था और अपने हाथ से गुड़ और चारा खिलाया था। नादिपथि गोशाला से आए संचालक और नादिपथि मिनिएचर ब्रीड विकसित करने में अनुसंधान करने वाले डॉ. पी. कृष्णम राजू ने मुख्यमंत्री को नादिपथि मिनिएचर नस्ल की गायों की विशेषता के बारे में बताया। सीएम योगी से मुलाकात के बाद डॉ. कृष्णम राजू ने कहा कि योगी जी की गोसेवा और गोप्रेम देखकर वह अभिभूत हो गए हैं।