राजस्थान को लेकर हुई कांग्रेस की बैठक

  • खड़गे और राहुल गाँधी ने गहलोत सरकार की तारीफ़ करने के साथ ही दिए कई संदेश भी , ब्यूरोक्रेसी से अधिक , कार्यकर्ताओं की सुने ….अब किसी की अनुशासनहीनता नही होंगी बर्दाश्त
  • खड़गे और राहुल गाँधी ने गहलोत सरकार की तारीफ़ करने के साथ ही दिए कई संदेश भी , ब्यूरोक्रेसी से अधिक , कार्यकर्ताओं की सुने ….अब किसी की अनुशासनहीनता नही होंगी बर्दाश्त

गोपेंद्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति तैयार करने के लिए आयोजित बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे औरपूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने राजस्थान सरकार की तारीफ़ के साथ साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोतऔर अन्य नेताओं को कई संदेश भी दिए। उन्होंने कहा कि सरकार को ब्यूरोक्रेसी से अधिक , कार्यकर्ताओं की सुननी चाहिए।

साथ ही कहा कि अब किसी प्रकार का अनुशासन बर्दाश्त नही होगा और यदि ऐसा किया जायेगा तोसख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेंगी चाहें ऐसा करने वाला कितना बड़ा नेता क्यों न हों।

करीब चार घण्टे चली इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अस्वस्थ्यता के कारण बैठक में जयपुरसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे। फोटो और वीडियो के लिए बैठक में कुछ वक्त के लिएएलाव मीडिया को राहुल ने कहा कि गहलोत साहब भी है लेपटोप में उन्हें भी कवर कीजिए इस परहंसी के अट्टहास के मध्य अन्य नेताओं ने कहा कि वे बड़ी स्क्रीन पर भी दिख रहें है।गहलोत के विश्वस्तमन्त्रियों शान्ति धारीवाल और डॉ महेश जोशी को पार्टी की अनुशासन कमेटी के समक्ष उनका मामलापेंडिंग होने के कारण बैठक में आमन्त्रित नही किया गया था जबकि विधान सभा अध्यक्ष डॉ सी पीजोशी,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित अन्यप्रमुख मंत्री और नेता बैठक में शामिल थे। सचिन पायलट ने भी लम्बे अर्से बाद सार्वजनिक रूप सेगहलोत सरकार की लोकप्रिय योजनाओं की प्रशंसा की तथा कहा कि इस बार कांग्रेस सरकार रीपिटहोंग़ी।

बैठक में शामिल हुए गहलोत और पायलट ग्रूप के तीस खास नेताओं के पाँच-पाँच मिनट सुझावसुनने के बाद मलिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने गहलोत सरकार के कामकाज की तारीफ की औरसरकार रीपिट होने तथा नया इतिहास बनाने की बात भी कही लेकिन साथ ही कई मुद्दों पर सुझाव देतेहुए कहा कि यह नही लगना चाहिए कि सरकार के कामकाज में अधिकारियों का बोलबाला है औरकांग्रेस का कार्यकर्ता हाशिए पर है। उन्होंने कहा कि हमें अपने कार्यकर्ताओं को सरकार के कामकाजऔर उपलब्धियों को आम लोगों तक पहुंचाने में महत्व प्रदान किया जाना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार की योजनाएं तो अच्छी है लेकिन यदि इसके क्रियान्वयन में कांग्रेस केकार्यकर्ताओं को महत्व नहीं मिल रहा है और केवल अधिकारियों के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार होरहा है तों इससे काम चलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस के कार्यकर्ताओंको महत्व देकर यह जताना पड़ेगा कि उनके बिना योजनाओं को जनता तक ले जाना संभव नहीं है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी को संदेश देने के लिए सीएम गहलोत को कबीर का एकदोहा सुनाते हुए कहा कि काल करे सो आज कर, आज करे सो अब। उन्होंने कहा कि अब समय कमबचा है। पार्टी के कोर वोट बैंक को तत्काल संदेश देने का काम करना चाहिए तथा जनहित तथा पार्टीसम्बन्धी फैसले देरी से लेने में बहुत नुकसान होता है। खड़गे ने सभी से एक जुटता और आक्रामकता केसाथ चुनाव मैदान में उतरने तथा प्रदेश में हर पाँच वर्ष में सरकार बदलने की परिपाटी का अंत कर पुनःकांग्रेस की सरकार लाकर एक नया इतिहास रचने की अपील की।