
रविवार दिल्ली नेटवर्क
फर्रुखाबाद : फर्रुखाबाद जिला जेल में कटे–फटे पुराने कंबलों एवं जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई जूट की बोरियों से जेल में बंद कैदियों द्वारा निर्मित 1000 एक हजार काऊ कोट जनपद की विभिन्न गौशालाओं में रह रहे निराश्रित गौवंशों को सर्दी से बचाव हेतु डॉ नीरज गौतम मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराए गए.. इस संदर्भ में जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद जेल ने बताया बंदियों द्वारा युद्ध स्तर पर गौवंशों को सर्दी से बचाने के लिए श्रम करके काऊ कोट बनाए जा रहे। काऊ कोट को बनाने में जूट बोरी के अतिरिक्त अन्य सभी व्यय जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जा रहे है ।
डॉ नीरज गौतम मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि निराश्रित गौ वंशों के लिए इतनी अच्छी व्यवस्था जेल और जिला प्रशासन के सहयोग से केवल जनपद फर्रुखाबाद में ही की गई है अन्य किसी जनपद में ऐसी व्यवस्था अभी तक नहीं हुई है । आज एक कार्यक्रम में जेल से 1000 एक हजार काऊ कोट की पहली खेप को जिला पशुधन विभाग की गाड़ियों के माध्यम से विभिन्न गौ शालाओं में भेजा गया गया । जेल से आज काऊ कोट लदी गाड़ियों के काफिले को भीमसैन मुकुंद जेल अधीक्षक और डॉ नीरज गौतम मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर जनपद की गौशालाओं को रवाना किया।