इंद्र वशिष्ठ
उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोकुल पुरी इलाके में बुजुर्ग सास ससुर की हत्या के मामले में दंपत्ति की पुत्रवधू/बहू को गिरफ्तार किया गया है. उसके प्रेमी समेत दो लोगों की तलाश की जा रही है.
बुजुर्ग दंपत्ति राधे श्याम वर्मा (72) और उनकी पत्नी वीना (68) की 9-10 अप्रैल की रात को उनके घर में ही गला काट कर हत्या कर दी गई. राधे श्याम माडल बस्ती स्थित दिल्ली सरकार के स्कूल में उप-प्रधानाचार्य (वाइस प्रिंसिपल) के पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी जॉय तिर्की ने बताया कि तफ्तीश के बाद इस मामले में दंपत्ति के पुत्र रवि की पत्नी मोनिका को गिरफ्तार किया है.
मोनिका ने अपने प्रेमी आशीष के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची.
आशीष वैशाली के एक बॉर में बाउंसर है. आशीष ने अपने साथी विकास के साथ मिलकर हत्या की है. घर से 4.30 लाख रुपए और जेवरात ले गए. उनकी तलाश की जा रही है.
शादी से नाखुश-
मोनिका अपनी शादी से खुश नहीं थी. मोनिका कोरोना काल के दौरान फेसबुक पर आशीष के संपर्क में आई. दोनों होटलों में भी जाते थे. आशीष ने मोनिका को अपनी मां से भी मिलवाया. मोनिका के शादीशुदा और एक बच्चे की मां होने के कारण आशीष के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नही था.
बंदिशों से परेशान-
मोनिका और आशीष के प्रेम संबधों का उसके पति रवि और सास ससुर को चल गया. उन्होंने मोनिका पर बंदिशे लगा दी. उससे स्मार्ट फोन भी ले लिया और साधारण फीचर फोन दे दिया. प्रेम संबधों को लेकर परिवार वालों का अक्सर मोनिका से झगड़ा भी होता रहता था.
सास ससुर ज्यादा टोकते थे. पति ज्यादा रोक नहीं पाता था. बंदिशों से परेशान मोनिका ने दिसंबर 2022 में आशीष से कहा कि तुम्हारे बिना नहीं रह सकती. सास ससुर को रास्ते से हटाने के अलावा और कोई चारा नहीं है.
राधे श्याम अपने सौ गज के मकान को बेचना चाहते थे. सवा करोड़ से ज्यादा कीमत का मकान पूरा बिक नहीं पा रहा था. राधे श्याम ने मकान के पिछले हिस्से को बेच दिया. उन्हें बयाना/एडवांस के रुप में पांच लाख रुपए मिले थे.
मोनिका को लगा कि मकान भी उसके हाथ से निकल जाएगा. उसने हत्या की साज़िश रची. उसका इरादा हत्या के बाद मकान बेच कर मिले पैसों से आशीष के साथ रहने का था.
आशीष ने दो नए सिम कार्ड खरीदे. इन नए नंबरों पर दोनों बात करते थे.
योजनानुसार 9 अप्रैल की शाम को मोनिका ने अपने पति रवि और सास को बहाने से बाजार भेज दिया. राधे श्याम उस समय अपनी दुकान पर थे.
शाम सात बजे आशीष अपने दोस्त विकास के साथ मोटर साइकिल पर मोनिका के मकान के पिछवाडे पहुंच गया. मकान के पिछले दरवाजे से मोनिका उन्हें अंदर ले गई. आशीष और विकास को छत पर छिपा दिया, उन्हें कोल्ड ड्रिंक पिलाई.
आधी रात में करीब सवा एक बजे आशीष और विकास ग्राउंड फ्लोर पर राधे श्याम और वीना के कमरे में गए और दोनों की हत्या कर दी.
करीब सवा दो बजे दो पिछले दरवाजे से ही चले गए. पुलिस को उनके आने जाने की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी मिल गई है .
हत्या के बाद मोनिका ने खूब जोरों से दहाड़े मार कर रोने का नाटक किया.
लेकिन पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में उसकी पोल खुल गई.
रवि वर्मा भी पेशे से शिक्षक हैं और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में ही मुस्तफाबाद इलाके में गेस्ट टीचर हैं. हालांकि, वह पिछले कुछ समय से कपड़ों से संबंधित काम और दुकान चला रहे थे.