गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगर जयपुर में इस वर्ष दिसंबर में होने वाले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 से पहले राजस्थान सरकार द्वारा देश विदेश के विभिन्न शहरों में आयोजित किए जा रहें रोड शो और इन्वेस्टर समिट में देश की राजधानी नई दिल्ली ने वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए राज्य में निवेश हेतु मुंबई से तकरीबन दुगने 8 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। मुंबई रोड शो में 4.50 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे।इस तरह राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के लिए साइन किए गए निवेश संबंधी एमओयू का आंकड़ा बढ़ कर अब 12.50 लाख करोड़ रुपये से ऊपर जा पहुँचा हैं।
मुम्बई की तरह दिल्ली के रोड़ शो का नेतृत्व भी मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने किया और वे दिन भर करीब दस घण्टे चली मैराथन बैठकों में मौजूद रहें। इस मौके पर उद्योग एवं व्यापार जगत की कई जानी-मानी हस्तियां भी मौजूद थी। इनमें डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के अध्यक्ष और सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर अजय एस. श्रीराम, टाटा पावर के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. प्रवीर सिन्हा, अवाडा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल, जेसीबी इंडिया लिमिटेड के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर दीपक शेट्टी, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ संजय अग्रवाल, कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी और जेके सीमेंट लिमिटेड के डेप्युटी मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ माधव सिंघानिया आदि हस्तियाँ शामिल थी ।
मुख्यमंत्री शर्मा के साथ प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मुख्य सचिव सुधांश पंत, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल, उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा और राजस्थान सरकार के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इन्वेस्टर मीट में शामिल हुए।
दिल्ली में हो रहा यह इन्वेस्टर्स रोड शो का कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंड्स्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से किया जा रहा है। सीआईआई ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का समिट इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है।
सोमवार को प्रदेश में निवेश के लिए राज्य सरकार के ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन और जिन प्रमुख कंपनियों और औद्योगिक समूहों ने सरकार के साथ एमओयू किया,उनमें टाटा पावर, इंडियन ऑयल, अवाडा ग्रुप, एनएचपीसी, रिलायंस बायो एनर्जी, टोरेंट पावर, स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन, महिंद्रा सस्टेन प्राइवेट लिमिटेड, टीएचडीसी इंडिया, ऑयल इंडिया, जिंदल रिन्यूएबल पावर, एस्सार रिन्यूएबल्स, इंद्रप्रस्थ गैस, अडानी लॉजिस्टिक्स, जेके सीमेंट, बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज, टीटागढ़ रेल सिस्टम्स जैसी कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं। इस दौरान अक्षय ऊर्जा, पावर ट्रांसमिशन, तेल और गैस, सीएनजी, लॉजिस्टिक्स, एग्रोटेक जैसे कई क्षेत्रों में निवेश के लिए एमओयू किया गया।
इस दौरान, मुख्यमन्त्री शर्मा ने देशी-विदेशी निवेशकों, उद्योग और व्यापार जगत के दिग्गजों, इनोवेटर्स, स्टार्टअप्स और अन्य संबंधित स्टेकहोल्डर्स को राज्य में निवेश करने और 9 से 11 दिसंबर 24 तक जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।मुख्यमन्त्री ने बताया कि हमारी सरकार अगले पाँच वर्षों में राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर से दोगुना करते हुए 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बनाने के लिए कृतसंकल्प है। राज्य सरकार का ध्यान केवल निवेश संबंधी एमओयू करने पर नहीं है, बल्कि उन्हें धरातल पर लाकर हकीकत में बदलने पर है। इसके लिए प्रदेश में औद्योगिक भूमि के अधिग्रहण और विकास को सरल बनाया गया है और निजी औद्योगिक पार्क योजना और लैंड एग्रीगेशन एंड मॉनेटाइजेशन पॉलिसी जैसी शुरुआत की जा रही हैं।उद्योग मंत्री राठौड़ ने कहा कि राजस्थान असीम संभावनाओं की धरती है, जहां मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर है और जहां एक ऐसी सरकार है जो आपके साथ साझेदारी करने के लिए तत्पर है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा, राज्य में निवेश करने का यह उपयुक्त समय है, क्योंकि सरकार समन्वित और सरलीकृत नीतियों, रेगुलेटरी कम्प्लायंस में आसानी जैसे कदमों के जरिए आपसी साझेदारी बढ़ाना चाहती है और निवेशकों को संसाधनों, इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश का वांछित लाभ उठाने की सुविधा प्रदान कर रही है।इस अवसर पर उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अजिताभ शर्मा ने एक प्रेजेंटेशन देते हुए कहा कि राजस्थान दिल्ली से काफी नजदीक है और इस स्ट्रैटेजिक लोकशन का फायदा राज्य में निवेश करके निवेशक उठा सकते हैं, क्योंकि राजस्थान के अंदर विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
रोडशो के दूसरे दिन मंगलवार 1 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाला राजस्थान सरकार के अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, इटली, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, डेनमार्क, इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, तुर्की, स्पेन, स्विट्जरलैंड, ब्राज़ील, कतर, दक्षिण अफ्रीका जैसे प्रमुख देशों के राजदूतों और राजनयिकों के साथ एक राउंडटेबल की मेजबानी करेगा।‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी निवेशकों, संस्थाओं और कॉरपोरेट जगत के शीर्ष अधिकारियों से लगातार बैठकें कर रही हैं, ताकि आने वाले समय में प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो सके और ‘विकसित राजस्थान’ के लक्ष्य को पूरा करने की ओर बढ़ा जा सके। इसके तहत पिछले एक महीने में मुंबई, सियोल (दक्षिण कोरिया), जापान के टोक्यो और ओसाका, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबू धाबी और कतर की राजधानी दोहा में इस तरह के इन्वेस्टर रोड शो आयोजित किये जा चुके हैं।
देश की राजधानी नई दिल्ली और वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई में आये निवेश प्रस्तावों से उम्मीद बंध रही है कि इस मेगा इवेंट से पहले प्रदेश में और भी कई निवेश प्रस्ताव आयेंगे। देखना है इस प्रस्तावों को मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ज़मीन पर उतारने के लिए प्रदेश की सरकारी मशीनरी कितनी मुस्तेदी से आगे आकर काम को अंजाम तक पहुँचाती हैं?