
रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : दिल्ली विधान सभा 18 मार्च 2025 से अपने नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए दो दिवसीय अभिविन्यास (ओरिएंटेशन) कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य विधायकों को संसदीय प्रक्रिया, आचार संहिता और सुशासन की सर्वोत्तम प्रथाओं की जानकारी प्रदान करना है।कार्यक्रम सदन के सभागार में होगा l उद्घाटन सत्र में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे, जिनमें माननीय दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिस्ट, मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता और नेता प्रतिपक्ष सुश्री आतिशी शामिल होंगी। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान, दीप प्रज्वलन और स्वागत भाषण से होगी। विधानसभा अध्यक्ष स्वागत भाषण देंगेl इसके बाद माननीय मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष सभा को संबोधित करेंगे और विधायी दक्षता के महत्व को रेखांकित करेंगे। कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह अभिविन्यास कार्यक्रम हमारे विधायकों की विधायी क्षमताओं को सुदृढ़ करने की एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे उन्हें संसदीय प्रक्रियाओं, विधायी मसौदा तैयार करने और सार्थक बहसों की महत्ता को समझने में सहायता मिलेगी, जिससे वे विधानसभा में प्रभावी रूप से भाग ले सकें। संसदीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान फॉर डेमोक्रेसीज़ (PRIDE) के विशेषज्ञ नवनिर्वाचित विधायकों को संसदीय प्रक्रियाओं और नियमों पर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। यह उल्लेखनीय है कि प्राइड (PRIDE) माननीय लोकसभा अध्यक्ष के मार्गदर्शन में सांसदों, कर्मचारियों और अन्य संबंधित हितधारकों के लिए प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन करता है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा संचालित व्याख्यानों, पैनल चर्चाओं और संवादात्मक सत्रों से भरपूर होगा, जिसमें सुशासन, नीति निर्माण और विधायी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इन सत्रों का आयोजन मुख्यमंत्री कार्यालय के निकट स्थित सम्मेलन कक्ष में किया जाएगा, जहां संवैधानिक उत्तरदायित्व, नैतिक शासन और कानून निर्माण प्रक्रियाओं जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी। यह कार्यक्रम 19 मार्च 2025 को माननीय विधायी कार्य मंत्री श्री प्रवेश साहिब सिंह के संबोधन और माननीय दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता के समापन भाषण के साथ संपन्न होगा। यह पहल लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे निर्वाचित प्रतिनिधि दिल्ली की जनता की सेवा करने के लिए और अधिक सक्षम बन सकें।