
रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि “विरासत भी, विकास भी” का मार्ग ही लोकतांत्रिक संस्थाओं को सशक्त करने का आधार है। वे सोमवार को सम्पन्न ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस 2025 के उपरांत आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
श्री गुप्ता ने इस अवसर पर संसदीय इतिहास के अध्ययन के लिए दिल्ली विधानसभा फैलोशिप की घोषणा की। इसके अंतर्गत वीर विठ्ठलभाई पटेल के योगदान, संसदीय परंपराओं और सुधारवादी एजेंडा पर शोध को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विधानसभा पुस्तकालय का डिजिटलीकरण छह माह में पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही 1924–1930 के सभा अभिलेखों का भंडार भी जनता के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। प्राथमिक शिक्षा, महिला अधिकार, बाल विवाह और सामाजिक सुधार जैसे विषयों पर हुई ऐतिहासिक बहसों का अनुवाद जारी है।
अध्यक्ष ने कहा कि वीर विठ्ठलभाई पटेल के अध्यक्षीय कार्यकाल की शताब्दी केवल इतिहास का स्मरण ही नहीं, बल्कि पारदर्शिता और नागरिक-केंद्रित शासन के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है। सम्मेलन में देशभर की 31 में से 29 विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों ने भाग लिया।
सम्मेलन में राष्ट्रीय विधायी सूचकांक (Legislative Index) के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया, जो देशभर की विधानसभाओं की उत्पादकता और दक्षता का आकलन करेगा।