इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने रिश्वतखोरी के तीन अलग-अलग मामलों में वेरका डेयरी प्लांट के डिप्टी मैनेजर, छावनी बोर्ड के सेनेटरी इंस्पेक्टर और नौसेना के नाविक को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने वेरका डेयरी प्लांट, मोहाली (पंजाब) के उप प्रबंधक (उत्पादन) अशीम कुमार सेन को शिकायतकर्ता से 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता अपनी पत्नी के नाम पर चंडीगढ़ में एक फर्म चलाता है। इस फर्म को वेरका प्लांट (मिल्कफेड), मोहाली को कर्मियों/जनशक्ति की आपूर्ति व सुरक्षा प्रदान करने का ठेका दिया गया था। आरोप है कि उप प्रबंधक (उत्पादन) अशीम कुमार सेन शिकायतकर्ता को परेशान कर रहा था और अनुबंध रद्द करने की धमकी दे रहा था। शिकायतकर्ता ने आरोपी उप प्रबंधक अशीम कुमार सेन से मुलाकात की, जिसके दौरान आरोपी ने कथित तौर पर अगले 4-5 महीनों के लिए 15000 रुपये प्रति माह की दर से रिश्वत की मांग की। परस्पर बातचीत के पश्चात आरोपी 30 हजार रुपये स्वीकार करने पर राजी हो गया। सीबीआई ने जाल बिछाया और अशीम कुमार सेन को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
सेनेटरी इंस्पेक्टर गिरफ्तार-
एक अन्य मामले में, सीबीआई ने छावनी बोर्ड, मेरठ (उत्तर प्रदेश) के सफाई निरीक्षक योगेश यादव को शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने एक शिकायत के आधार पर छावनी बोर्ड, मेरठ के दो सफाई निरीक्षकों के विरुद्ध मामला दर्ज किया, जिसमें छावनी बोर्ड, मेरठ में शिकायतकर्ता की तीन दुकानों के पुनर्निर्माण जारी रखने की अनुमति देने हेतु उनसे 25 हजार रुपये की रिश्वत की माँग का आरोप है। सीबीआई ने जाल बिछाया एवं सफाई निरीक्षक योगेश यादव को शिकायतकर्ता से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा। दोनों आरोपियों के परिसरों पर तलाशी ली गई।
नाविक गिरफ्तार-
सीबीआई ने एक अन्य मामले में कोलाबा, मुंबई में भारतीय नौसेना अस्पताल स्टेशन (अश्विन अस्पताल) में तैनात नाविक (मेडिकल) संजू अरलीकट्टी को रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया है। नाविक संजू अरलीकट्टी ने शिकायतकर्ता/ अभ्यार्थी से उसकी मेडिकल जांच की सकारात्मक मेडिकल रिपोर्ट के लिए तीस हजार रुपये रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने फोनपे के माध्यम से नाविक संजू के बैंक खाते में पांच हज़ार रुपये आंशिक रिश्वत भेज भी दी।
सीबीआई ने नाविक संजू और अन्य अज्ञात लोक सेवकों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया था। आरोप था नाविक संजू अभ्यर्थियों की मेडिकल जांच में सकारात्मक मेडिकल रिपोर्ट के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। लिखित और शारीरिक परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सेना अभ्यर्थियों/ उम्मीदवारों की मेडिकल जांच उक्त अस्पताल में चल रही थी।