रोहित व विराट को आराम दिए जाने के बावजूद जिम्बाब्वे के लिए भारत को रोकना बेहद मुश्किल

  • फिट होकर वापसी करने वाले केएल राहुल और दीपक चाहर कसौटी पर
  • सिकंदर रजा के दो शतकों से बांग्लादेश पर जीत से जिम्बाब्वे के हौसले बुलंद

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : नियमित कप्तान रोहित शर्मा, धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली, विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत जैसे धुरंधरों को एशिया कप से पहले आराम दिए जाने और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल के चोट के कारण उपलब्ध नहीं होने के बावजूद जिम्बाब्वे के लिए मेहमान भारतीय टीम को हरारे में बृहस्पतिवार से पहले वन डे से शुरू हो रही तीन मैचों की क्रिकेट सीरीज में रोकना मुश्किल बेहद मुश्किल होगा। भारत ने जिम्बाब्वे से 2015 और 2016 में हरारे में लगातार तीन वन डे मैचों की सीरीज 3-0 के समान अंतर से जीती थी। फिट होकर वापसी कर भारत के कप्तान की जिम्मेदारी संभालने वाले केएल राहुल 2016 में हरारे में पिछली वन डे सीरीज में मैन ऑफ मैच सीरीज रहे थे अब इस वन डे सीरीज से खुद अपनी रंगत पाने की कोशिश में होंगे। दरअसल इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बाद आईसीसी वन डे रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज भारत का असल मकसद खुद को 27 अगस्त से यूएई में शुरू होने वाले एशिया कप और ऑस्ट्रंिलया में अक्टूबर में होने वाले वाले टी-20 विश्व कप के खुद को तैयार करने के क्रम में अपने सभी विकल्पों को आजमा लेना है।

दो महीने पहले जिम्बाब्वे के हेड कोच की जिम्मेदारी संभालने वाले उसके पूर्व कप्तान व धुरंधर बल्लेबाज डेव हॉटन भी मानते हैं कि रोहित और विराट जैसे दिग्गजों की गैरमौजूदगी के बावजूद उनकी टीम भारत को कम आंकने की भूल नहीं कर सकती है। हॉटन ने ठीक ही कहा कि भारत अपनी चौथी पंक्ति की टीम के साथ उतरे तो भी दुनिया की शीर्ष चार टीमों में अपना स्थान बरकरार रख सकता है। मेजबान जिम्बाब्वे को चोट के कारण कप्तान क्रेग इर्विन, लेफ्ट आर्म स्पिनर वेलिंगटन मसकदजा, तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजरबानी और टेंदेई चटारा और पूर्व कप्तान स्यां विलियम्स भी उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में जिम्बाब्वे के कप्तान की जिम्मेदारी रेजिस चकबावा संभालेंगे।

भारत ने घायल वाशिंगटन सुंदर की जगह इस सीरीज के लिए लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर शाहबाज अहमद को अपनी टीम में शामिल किया है। साथ इस सीरीज में एनसीए के चीफ वीवीएस लक्ष्मण कार्यवाहक हेड कोच होंगे क्योकि नियमित हेड कोच राहुल द्रविड़ ने इस महीने के आखिर में होने वाले एशिया कप से पहले आराम लिया है। धुरंधर बल्लेबाज केएल राहुल और तेज गेंदबाज दीपक चाहर चोट के चलते लंबे समय बाहर रहने के बाद अब फिट होकर भारतीय टीम में वापसी करना एक अच्छी खबर है । जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज राहुल और दीपक चाहर कसौटी के लिए यह साबित करने का मौका होगा कि वे मैच फिट हैं। केएल राहुल के लिए यह वन डे सीरीज इस महीने के आखिर में होने एशिया कप (इस बार टी-20 फॉर्मेट) से पहले अपनी लय पाने और खुद को अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए पूरी तरह तैयार करने का मौका होगी। भारत ने टीम की घोषणा करने के बाद केएल राहुल को पूरी तरह मैच फिट होने के लिए पहले घोषित कप्तान शिखर धवन की जगह जिम्बाब्वे के खिलाफ तीन वन डे मैचों की सीरीज के लिए कप्तानी सौंप कर धवन को उपकप्तानी का जिम्मा सौंपा है। शिखर धवन की कप्तानी में भारत ने इससे पहले हाल ही में वेस्ट इंडीज से तीन वन डे मैचों की सीरीज उसका पूरा तरह सफाया कर 3-0 से जीती थी।

बेशक केएल राहुल और दीपक चाहर लंबे समय से अंतर्राष्टï्रीय क्रि केट से बाहर रहने के कारण कसौटी पर होंगे लेकिन इन दोनों के लंबे अनुभव को देखते हुए भारत इनसे जिम्बाब्वे के खिलाफ उसके घर में पूरी रंगत पाकर तीन वन डे मैचों की सीरीज को जिताने की उम्मीद कर सकता है। पाकिस्तानी मूल के सिकंदर रजा के दो बेहतरीन शतकों की बदौलत जिम्बाब्वे के हौसले अपने से उंची आईसीसी रैंकिंग वाली बांग्लादेश की टीम से तीन वन डे मैचों की सीरीज 2-1 से जीतने से बुलंद जरूर होंगे लेकिन बावजूद इसके उसके मेहमान भारत को हरा उलट कर सीरीज जीतने की उम्मीद करना हकीकत से आंख मूंदना ही होगा। दो महीने पहले पूर्व धुरंधर बल्लेबाज डेव हॉटन द्वारा जिम्बाब्वे के चीफ कोच की जिम्मेदारी संभालने के बाद जिम्बाब्वे ने बांग्लादेश से वन डे सीरीज जीती ही ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई किया है। सिकंदर रजा ने बांग्लादेश के खिलाफ वन डे सीरीज में दो शतक जडऩे के साथ इन्नोसेंट काइया और रेजिस चकबावा को वन डे में शतक जडऩे को प्रेरित किया।

भारत की इस 16 सदस्यीय वन डे टीम में खुद कप्तान केएल राहुल, शिखर धवन, शुभमन गिल, इशान किशन, ऋतुराज गायकवाड़ और संजू सैमसन के रूप में छह सलामी बल्लेबाज हैं ही साथ ही राहुल त्रिपाठी जैसा शीर्ष क्रम में कहीं भी किसी भी नंबर पर गियर बदल कर खेलने वाला बल्लेबाज है। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि उसके पास शार्दूल ठाकुर, अक्षर पटेल, दीपक हुड्डïा, दीपक चाहर, शाहबाज अहमद के रूप में पांच ऑलराउंडर हैं। आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज की त्रिमूर्ति के साथ दीपक चाहर और शार्दूल ठाकुर तेज गेंदबाजी में भारत को पर्याप्त विकल्प देती है।

शिखर धवन नौ बरस के बाद फिर जिम्बाब्वे में उसके खिलाफ खेलेंगे। पिछली बार 2013 में धवन ने हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ शतक जड़ कर जीत दिलाई थी। भारत के उपकप्तान शिखर धवन ने कहा, ‘ केएल राहुल का भारतीय टीम में लौटना अच्छी खबर है। केएल राहुल एशिया कप में भारतीय टीम के एक खिलाड़ी होगे और जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज से वह बहुत कुछ हासिल करेंगे। जहां तक जिम्बाब्वे के हाल ही के प्रदर्शन की बात है तो तो वे बढिय़ा क्रिकेट खेल रहे हैं। हमारे लिए यह अच्छी बात है क्योंकि इससे हम चौकस रहेंगे। हम किसी को हल्के नहीं ले सकते हैं। हम हरारे में मेजबान जिम्बाब्वे जैसी टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने आए। जहां तक जिम्बाब्वे के रंग में चल रहे सिकंदर रजा की बात है तो वह अच्छे खिलाडी हैं वह बरसों से बढिय़ा प्रदर्शन कर रहे हैं। बेशक हम जिम्बाब्वे के खिलाफ बहुत ज्यादा नहीं खेलते लेकिन हमारे पास सभी डाटा है और इससे हमें उसकी ताकत और कमजोरी पता चल जाएगी।’
मैच का समय : दोपहर पौने एक बजे से।