- भारत अब फिर कांसे के लिए स्पेन से भिड़ेग
- भारत को रेड कार्ड से बाहर रशर रोहिदास की कमी अखरी
- पिलात खुद गोल करने के साथ रहे जर्मनी के तीनों गोल के सूत्रधार
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान ड्रैग फ्लिकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर पहले क्वॉर्टर में उनके गोल से बढ़त लेने के बावजूद भारतीय पुरुष हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक में जर्मनी से मंगलवार रात सेमीफाइनल में बेहद कड़े संघर्ष में 2-3 से हार गई। इस हार के साथ भारतीय पुरुष हाकी टीम की से 44 बरस बाद फिर स्वर्ण पदक जीतने की आस टूट गई। हरमनप्रीत के पेनल्टी कॉर्नर पर तीसरे क्वॉर्टर के छठे मिनट में चतुराई से बढ़ाई गेंद पर सुखजीत सिंह के गोल से भारत ने 2-2की बराबरी जरूर पाई लेकिन चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के खत्म होने से मार्को मिलताउ द्वारा गोलरक्षक श्रीजेश की जरा सी चूक पर दागे मैच गोल से जर्मनी ने हासिल 3-2 की बढ़त को बरकरार रख मैच जीत फाइनल में स्थान बना लिया। जर्मनी से इस जीत के साथ भारत से 2020 के टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक मैच में मिली 4-5 की हार का हिसाब भी चुका लिया। जर्मनी अब बृहस्पतिवार को फाइनल में नीदरलैंड से भिड़ेगी। भारत लगातार दूसरी बार कांस्य के लिए अब स्पेन से भिड़ेगा। स्पेन की टीम नीदरलैंड से पहले सेमीफाइनल में 0-4 से हार गई।
भारत को अपने पेनल्टी कॉर्नर रशर अमित रोहिदास को क्वॉर्टर में रेड कार्ड दिखाए जाने के चलते सेमीफाइनल के लिए भी बाहर किए जाने की कमी बेहद अखरी। जर्मनी की जीत के नायक उसके अर्जेंटीनी ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पिलात रहे। गोंजालो पिलात ने अमित रोहिदास के लाल कार्ड मिलने के कारण भारतीय टीम से बाहर होने का लाभ उठा कर पहले पेनल्टी कॉर्नर पर खुद गोल कर जर्मनी को दूसरे क्वॉर्टर के शुरू में एक एक की बराबरी दिलाने के बाद दूसरा खत्म होने से तीन पहले पेनल्टी स्ट्रोक दिलाा, जिसे क्रिस्टोफर रुइर ने गोल में बदल उसने 2-1 से आगे कर। पिलात के बाएं से तेज स्लैप शॉट पर मार्को मिलताउ ने जर्मनी के लिए खेल खत्म होने से छह मिनट पहले गोल कर जर्मनी को जो 3-2 की बढ़त दिलाई उसने उसे आखिर तक कायम रखा। अपने पूर्व अर्जेंटीनी ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पिलात के दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर नीचे तेज ड्रैग फ्लिक से गोलरक्षक पीआर श्रीजेश को छका दागे गोल से एक एक की बराबरी पाई। मैच के 27 वें मिनट मे अगले पनल्टी कॉर्नर ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पिलात के फ्लिक पर गेंद गोलरेखा के बाहर भारत के फुलबैक जर्मनप्रीत सिंह के पैर पर लगी और अंपायर ने इस पर रेफरल ले पेनल्टी स्ट्रोक दे दिया और क्रिस्टोफर रुइर ने इसे गोल में बदल जर्मनी को 2-1 की बढ़त दिला दी। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चौथे पेनल्टी कॉर्नर सीधा शॉट न ले सुखजीत सिंह की गेंद सरका दी और उन्होंने जर्मनी के गोलरक्षक ज्या डेनबर्ग को छका भारत के दो-दो की बराबरी दिला दी। भारत ने अर्जेंटीना के खिलाफ खिलाफ आक्रामक अंदाज में आगाज किया लेकिन जर्मनी के गोलरक्षक ज्या डेनबर्ग ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह के तेज फ्लिक को जर्मनी के गोलरक्षक डेनबर्ग ने रोक कर बेकार किया। भारत ने कप्तान ड्रैग हरमनप्रीत सिंह के मैच के सातवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल से खाता खोला। हरमनप्रीत सिंह का इस ओलंपिक में यह आठवां गोल था। जर्मनी ने दूसरे क्वॉर्टर का आक्रामक अंदाज में आगाज कर शुरूमें तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पिलात के दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में तीसरे पेनल्टी कॉर्नर दागे गोल से जर्मनी ने एक एक की बराबरी पाई। अभिषेक भारत ने आक्रामक हॉकी खेल जर्मनी के गोल पर दबाव बनाए रखा। हरमनप्रीत सिंह के एरियल बॉल पर चार मिनट बाद पहले अभिषेक ने डी भीतर गेंद संभाल तेज शॉट जिसे जर्मनी के फुलबैक मैथायस मुलर ने रोका। कुछ मिनट बाद ललित उपाध्याय को गोल कर बढ़ाने का मौका मिला लेकिन वह निशाना चूक गए। खेल रुख के उलट पिलात ने जर्मनी को दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से तीन पहले पेनल्टी कॉर्नर दिलाया और पिलात के पेनल्टी कॉर्नर लौटती गेंद के गोलरेखा के बाहर जर्मनप्रीत के पैर पर लगने पर अंपायर ने रेफरल लिया और तीसरे अंपायर दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले पेनल्टी स्ट्रोक दिया और इसे क्रिस्टोफर रुइर ने गोल में बदल कर जर्मनी को हाफ टाइम तक 2-1 से आगे कर दिया।
सुखजीत सिंह को गलत ढंग से रोकने पर भारत को मैच दूसरा पेनल्टी करॅर्नर इस पर जर्मनी के गोलरक्षक ने रोकने की कोशिश लेकिन भारत को फिर पेनल्टी कॉर्नर मला हार्दिक के रिबाउंड पुश किया लेकिन गेंद बाहर निकल गई।भारत ने दो मिनट बाद राज कुमार पाल के प्रयास पर पेनल्टी कॉनर्र हासिल लेकिन इस पर हरमनप्रीत के फ्लिक पर गेंद बाहर निकल गई। अभिषेक बाएं से डी में पहुंचे बाधा पहुंचाने पर तीसरे क्वॉर्टर के छठे मिनट में पेनल्टी कार्नर हासिल किया अैर इस पर हरमनप्रीत ने सीधा शॉट न ले गेंद सुखजीत की ओर बढ़ाई और उन्होंने जर्मनी के गोलरक्षक डैनबर्ग को तेज पुश से छका गोल कर भारत को दो दो की बराबरी दिला दी। जर्मनी को चौथे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में मैच का पांचवां पेनल्टी कॉर्नर पर इस पर पिलात के शॉट को श्रीजेश ने रोका और लौटती गेंद को संजय ने गोलरेखा पर रोका। गोंजालो पिलात ने मैच के 54 वें मिनट में बाएं से डी के भीतर तेज स्लैप शॉट लगाया और मार्को मिलताउ ने अपनी स्टिक लगाई और गेंद गोलरक्षक श्रीजेश के पैरों के नीखे से से गोल में चली और जर्मनी को 3-2 की बढ़त मिल गई। जर्मनी ने इसे आखिर तक बरकरार रख जीत के साथ सेमीफाइनल में स्थान बनाया।
बृहस्पतिवार : कांस्य पदक मैच भारत वि स्पेन(शाम साढ़े पांच बजे से)।