राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिला स्तरीय समन्वय कार्यशाला का हुआ आयोजन

District level coordination workshop was organized for the successful implementation of National Child Health Program

रविवार दिल्ली नेटवर्क

देहरादून : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभावी संचालन एवं क्रियान्वयन के उद्देश्य से चंपावत जिला स्तरीय समन्वय कार्यशाला का आयोजन सीडीओ संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में शगुन मैरिज हॉल, चंपावत में किया गया। कार्यशाला में स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की पूरी टीम ने भाग लिया। कार्यशाला के दौरान राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं, चुनौतियों एवं समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई।

मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम चंपावत में प्रभावी रूप से कार्य कर रहा है और आईसीडीएस के साथ समन्वय स्थापित कर बेहतर परिणाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्योंकि इससे बीमारियों को प्रारंभिक अवस्था में ही पहचाना जा सकता है और समय पर इलाज उपलब्ध कराकर बच्चों को स्वस्थ जीवन दिया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिकता देकर शत प्रतिशत बच्चों को कवर करना लक्ष्य है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी बच्चा आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समाज का समग्र कल्याण तभी संभव है जब प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।

कार्यशाला में कृमि मुक्ति अभियान पर भी गंभीरता से चर्चा की गई। एल्बेंडाजोल दवा को सभी लक्षित वर्ग तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसमें आशा कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका को रेखांकित किया गया, क्योंकि वे गांव-गांव जाकर दवा वितरण सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। सभी संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि कोई भी बच्चा कृमि संक्रमण से ग्रसित न हो और सभी को समय पर दवा मिल सके।

मुख्य विकास अधिकारी ने जिला प्रशासन की ओर से आरबीएसके टीम का धन्यवाद किया और उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से जिले के बच्चों के स्वास्थ्य में निरंतर सुधार हो रहा है।

कार्यशाला में जिला स्तर के अधिकारियों, चिकित्सा विशेषज्ञों एवं अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए अपने सुझाव साझा किए।

इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देवेश चौहान, एसीएमओ डॉ इंद्रजीत पांडे, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र प्रसाद बिष्ट, जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य उपस्थित रहे।