रविवार दिल्ली नेटवर्क
हापुड़ : हापुड़ जनपद के गढ़मुक्तेश्वर बृजघाट गंगा में पानी की शुद्धता होने से डॉल्फिन परिवार बढ़ता नजर आ रहा हैं। मेरी गंगा, मेरी सूंस अभियान के अंतर्गत इस साल की गई। गणना के अनुसार गंगा में 52 डॉल्फिन मिली हैं। इसके साथ ही डॉल्फिन के पांच बच्चे भी मिले हैं। जबकि पिछले वर्ष गंगा में 50 डॉल्फिन की संख्या दर्ज की गई थी।
गंगा में डॉल्फिन की संख्या बढ़ने से हापुड़ जनपद की तीर्थंनगरी गढ़मुकतेश्वर ब्रजघाट के लोग भी काफी खुश हैं। डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया हैं। इसके संरक्षण के लिए मेरी गंगा मेरी, सूंस नाम से अभियान चलाया जा रहा हैं। डॉल्फिन पानी में गोता लगाते हुए तेजी से सांस लेती हैं, तब सूंस की आवाज आती हैं। इस कारण इस अभियान का नाम मेरी गंगा,मेरी सूंस रखा गया हैं। हर साल बिजनौर से नरौरा तक डॉल्फिन की गिनती की जाती हैं।