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रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से विस्तृत क्षितिजः सामुदायिक स्वास्थ्य शिक्षा में नवीनता के माध्यम से सतत भविष्य की ओर पर ब्लेंडेड मोड में नेशनल सेमिनार
गुजरात यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद के इंस्टिट्यूट ऑफ किडनी डिसीज एंड रिसर्च सेंटर- आईकेडीआरसी कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रिंसिपल डॉ. विजय कुमार गौतम ने टेक्नोलॉजी एंड हैल्थ पर बोलते हुए कहा, प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य शिक्षा का समाज में महत्वपूर्ण योगदान है। डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी ने स्वास्थ्य शिक्षा में व्यापक बदलाव किए हैं, जिससे समाज को स्वास्थ्य से जुड़ी हर तरह की जानकारी प्राप्त करना आसान हुआ है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, स्मार्टफोन एप्स, टेलीमेडिसिन, इंटरनेट शिक्षा आदि पर विस्तार से जानकारी दी। डॉ. विजय तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से विस्तृत क्षितिजः सामुदायिक स्वास्थ्य शिक्षा में नवीनता के माध्यम से सतत भविष्य की ओर पर ब्लेंडेड मोड में आयोजित दो दिनी नेशनल सेमिनार में बोल रहे थे। इससे पूर्व टीएयमू हॉस्पिटल में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की एचओडी प्रो. साधना सिंह, टीएमयू नर्सिंग कॉलेज की डीन प्रो. एसपी सुभाषिनी, प्रिंसिपल प्रो. जसलीन एम., वाइस प्रिंसिपल प्रो. रामनिवास, कम्युनिटी नर्सिंग विभाग के एचओडी डॉ. रामकुमार गर्ग आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके नेशनल सेमिनार का शुभारम्भ किया।
एमएम इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, मुलाना हरियाणा की डॉ. उमा डियेवर ने पॉलिसी एंड एडवोकेसी इन कम्युनिटी हैल्थ एजुकेशन पर बोलते हुए नीतियों और समर्थन के महत्व के संग-संग इनके जरिए स्वास्थ्य शिक्षा में सुधार जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की। विलडियस श्री वीएम पाटिल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, विजयपुर की उप प्रधानाचार्य डॉ. सुचितरा ए. राठी ने कम्युनिटी हैल्थ एजुकेशन में चुनौतियां और अवसरों पर बोलते हुए कहा, कम्युनिटी हैल्थ एजुकेशन में एक ओर तमाम चुनौतियां हैं तो वहीं दूसरी ओर स्वर्णिम करियर के भी तमाम विकल्प मौजूद हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें सटीक योजनाएं और रणनीतियां बनानी होंगी। उन्होंने कम्युनिटी हैल्थ एजुकेशन की चुनौतियों- सामाजिक और सांस्कृतिक बाधाओं, सूचना का अभाव, आर्थिक प्रतिबंध, स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में कमी आदि का समाधान करते हुए करियर बनाने पर विस्तार से चर्चा की। नेशनल सेमिनार में श्री गौरव कुमार, श्रीमती पूजा झा आदि ने भी अपने-अपने विचार साझा किए।