- द्रविड़ ने बीसीसीआई के भारतीय टीम के हेड़ कोच बने रहने का प्रस्ताव स्वीकार किया
- द्रविड़ के साथ बीसीसीआई ने सपोर्ट स्टाफ का करार भी बढ़ाया
- द्रविड़ के भारतीय सीनियर टीम के कोच के रूप में करार की अवधि तय नहीं
- वन डे विश्व कप के बाद नई चुनौतियां के बीच सर्वश्रेष्ठï करने को प्रतिबद्ध : द्रविड़
- भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन द्रविड़ के रणनीतिक मार्गदर्शन का प्रमाण : बिन्नी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : राहुल द्रविड़ का भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में करार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को बढ़ाने की घोषणा की। द्रविड़ ने भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम के हेड कोच बने रहेंगे और उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बने रहने के करार को बढ़ाने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। बीसीसीआई ने द्रविड़ के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के सपोर्ट स्टाफ – विक्रम राठौर (बल्लेबाजी कोच), पारस म्हाम्बे (गेंदबाजी कोच), टी दलीप(फील्डिंग कोच) का भी करार बढ़ाने की घोषणा की। बीसीसीआई हालांकि अभी यह साफ नहीं किया कि द्रविड़ का यह बढ़ा करार कितने समय के लिए है। फिलहाल माना यही जा रहा है कि यह कम से कम जून, 2024 में वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले आईसीसी वन डे क्रिकेट कप के लिए होगा ही। द्रविड़ की भारत के हेड कोच में लगातार दूसरी पहला पड़ाव टीम इंडिया का दक्षिण अफ्रीका दौरा होगा। भारतीय टीम 10 दिसंबर से शुरू होने वाले अपने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर उसके घर में उसके खिलाफ तीन टी-20 और तीन वन डे के बाद दो टेस्ट सेंचुरियन(26 दिसंबर से) और कैप टाउन(3 जनवरी) में खेलेगी।,भारत इसके बाद मध्य जूने में टी-20 विश्व कप से पहले इंग्लैंड के खिलाफ अपने घर में पांच टेस्ट मैच की सीरीज खेलेगा।
द्रविड़ पहले पहल 2021 में दो बरस के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बने और उनका करार इस महीने भारत में सम्पन्न आईसीसी वन डे विश्व कप के समापन के साथ पूरा हो गया। द्रविड़ का भारत के हेड कोच को रूप में भारत क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट -टेस्ट, वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नंबर एक जरूर बना लेकिन कोई भी आईसीसी ट्रॉफी जीतने में नाकाम रहा, भारत 2022 में टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा, 2023 में आईसीसी वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप में उपविजेता और इसी महीने अपने घर में ऑस्ट्रेलिया से अहमदाबाद में आईसीसी वन डे विश्व कप के फाइनल में छह विकेट से हार कर उपविजेता।
द्रविड़ का आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप 2023 के फाइनल की समाप्ति के साथ भारतीय क्रिकेट के हेड कोच के रूप में करार खत्म होने के बाद बीसीसीआई ने उनके साथ सार्थक चर्चा के बाद सर्वसम्मित उनका करार आगे जारी रखने की घोषणा की। लगातार दस जीत के बाद भारत के अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया से आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में छह विकेट से हारने के बाद देश के कुछ खोजी क्रिकेट पत्रकारों ने लिखा था कि द्रविड़ अब आगे भारतीय क्रिकेट टीम का चीफ कोच बने रहने के इच्छुक नहीं हैे। अब बीसीसीआई द्वारा द्रविड़ का भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में करार आगे बढ़ाने से इन खोजी क्रिकेट पत्रकारों की भविष्यवाणी गलत साबित हुई।
भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘ टीम इंडिया के साथ मेरे बीते दो बरस यादगार रहे। हमने साथ मिलकर उतार-चढ़ावों को देखा। टीम इंडिया क साथ इस पूरी यात्रा में पूरे समूह में समर्थन और सौैहार्द शानदार रहा। अब वन डे विश्व कप के बाद अब हमारे सामने नई चुनौतियां हैं और हमें सर्वश्रेष्ठ करने को प्रतिबद्ध है। हमने भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में ऐसी संस्कृति और माहौल बनाया कि हम जीत के साथ मुश्किलों में डटे रहे। हमारी भारतीय क्रिकेट टीम के पास प्रतिभा और कौशल लाजवाब है। हमारा जोर सही प्रक्रिया का पालन करते और अपनी तैयारियों पर काबिज रहने पर है और जिसका सीधा असर कुल नतीजों पर पड़ता है। मैं बीसीसीआई और उसके पदाधिकारियों का आभारी उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और मेरे दर्शन का समर्थन किया। बतौर हेड कोच आपको बहुत वक्त घर से बाहर ही रहना पड़ता है और इसके लिए मैं अपने परिवार और समर्थन के लिए उसका भी आभारी हूं। पर्दे के पीछे परिवार की भूमिका बेशकीमती है। अब वन डे विश्व कप के बाद अब हमारे सामने नई चुनौतियां हैं और हमें सर्वश्रेष्ठï करने को प्रतिबद्ध हैं।’
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने द्रविड़ की भारतीय क्रिकेट टीम को तैयार करने में निभाई शानदार भूमिका और उनके गजब के पेेशेवराना रुख को सराहा। साथ ही क्रिकेट बोर्ड ने वीवीएस लक्ष्मण की नैशनल क्रिकेट अकेडमी (एनसीए) के प्रमुख तथा टीम इंडिया के कार्यवाहक कोच के रूप में अनुकरणीय भूमिका की भी दिल खोल कर तारीफ की। बोर्ड ने कहा कि द्रविड़ और लक्ष्मण मिलकर भारतीय क्रिकेट को उसी तरह आगे ले गए जिस तरह क्रिकेट मैदान पर एक दूसरे के साथ भागीदारी कर टीम को आगे बढ़ाते थे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष रॉजर बिन्नी ने कहा, ‘द्रविड़ की बतौर हेड कोच दूरदर्शिता, उनका पेेशेवराना रुच और जीवट टीम इंडिया की कामयाबी के मजबूत स्तंभ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में आप हमेशा कसौटी पर होते हैं। मैं द्रविड़ की चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ उन पर खरा उतरने के लिए उनकी सराहना करता हूं। भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन द्रविड़ के रणनीतिक मार्गदर्शन का प्रमाण है। मैं बेहद खुश हूं कि द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बने रहने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। यह द्रविड़ और बीसीसीआई के बीच एक दूसरे के लिए सम्मान के साथ यह भी बताता है कि दोनों की सोच भी एक है। मुझे जरा सा भी संदेह नहीं कि द्रविड़ के मार्गदर्शन में भारतीय टीम शिखर पर चढऩा जारी रखने के साथ नए मानदंड भी बनाएगी।’
तीनों फॉर्मेट में टॉप रैंकिंग द्रविड़ की दूरदर्शिता व मार्गदर्शन का नतीजा : जय शाह
बीसीसीआई के मानद सचिव जय शाह ने कहा, ‘ राहुल द्रविड़ के भारतीय सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच की नियुक्ति के समय भी मैंने कहा था इस भूमिका को संभालने के लिए उनसे बेहतर कोई व्यक्ति नहीं है। द्रविड़ ने उत्कृष्टता के लिए अपनी गजब की प्रतिबद्बता से खुद को फिर साबित किया है। भारतीय क्रिकेट तीनों फॉर्मेट में बेहद मजबूत टीम है और तीनों फॉर्मेट में हमारी टॉप रैंकिंग सीधे ही द्रविड़ की दूरदर्शिता , मार्गदर्शन और टीम के लिए बनाए खाके का नतीजा है। आईसीसी वन डे विश्व कप में हमारी भारतीय टीम ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार से पहले अपने सभी दस मैच जीते। वन डे विश्व कप में हमारी भारतीय टीम अभियान गजब का रहा और इसके लिए हमारी टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ की टीम के अपनी चमक दिखाने के लिए सही मंच स्थापित के लिए सराहना तो की ही जानी चाहिए। हम भारतीय टीम को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लगातार कामयाब होने के लिए बतौर हेड कोच द्रविड़ को पूरा समर्थन देंगे।’