अतुल सचदेवा
नई दिल्ली : अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए आपसी सहयोग को सुविधाजनक बनाने हेतु दिल्ली विश्वविद्यालय एवं डॉ.बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। गुरुवार, 18 मई को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह एवं डॉ.बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अनु सिंह लाठर की उपस्थिति में इस एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज के काउंसिल रूम में आयोजित हस्ताक्षर समारोह के दौरान दोनों विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता और डॉ. नितिन मलिक ने दोनों विश्वविद्यालयों की ओर से अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं के रूप में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। दोनों विश्वविद्यालयों के नोडल अधिकारी, प्रोफेसर के. रत्नाबली, डीन, शैक्षणिक मामले, दिल्ली विश्वविद्यालय और प्रोफेसर कार्तिक दवे, डीन प्लानिंग, एयूडी इस एमओयू के कार्यान्वयन की देखरेख करेंगे।
इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने एयूडी की कुलपति और उनकी टीम का स्वागत किया और एमओयू में सूचीबद्ध प्रस्तावित सहयोग के लिए पहल की सराहना की। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में इस सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं, संसाधनों को साझा करने से इनका अत्याधिक लाभ लिया जा सकता है। प्रोफेसर सिंह ने दोनों विश्वविद्यालयों के बीच विद्यार्थियों की गतिशीलता की संभावना पर भी प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि इससे विद्यार्थियों को सहयोगी विश्वविद्यालय में पेश किए गए पाठ्यक्रमों/पेपरों का अध्ययन करने और उनके क्रेडिट ट्रांसफर के साथ-साथ इस संबंध में प्रमाण पत्र जारी करने की सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा जिसमें कि विद्यार्थी दोनों विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों की सह-पर्यवेक्षण से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
एयूडी की कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाठर ने सहयोग के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए प्रोफेसर योगेश सिंह का आभार व्यक्त किया, जो कि इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ शुरू होना है। प्रोफेसर लाठर ने एयूडी के अनूठे कार्यक्रमों और पहलों पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे यह सहयोग दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों और संकायों को लाभान्वित कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह आपसी सहयोग संयुक्त अनुसंधान और सुविधाओं को साझा करने से भी आगे जा सकता है। उन्हें विश्वास जताया कि एक सदी पुराने दिल्ली विश्वविद्यालय, और डॉ. बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली (एक युवा और जीवंत विश्वविद्यालय) दोनों को इस समझौते से अत्यधिक लाभ होगा।
इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के ओर से डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी, दक्षिणी दिल्ली परिसर के निदेशक प्रो. श्रीप्रकाश सिंह, प्रॉक्टर प्रो. रजनी अब्बी, डीन अकादमिक प्रो. के. रत्नाबली, पीआरओ अनूप लाठर, डीन एग्जाम प्रो. डीएस रावत तथा डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी और डॉ.बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय की ओर से डीन अकादमिक प्रो. सत्यकेतु, एफ़ओ राजीव तलवार, डीन प्लानिंग प्रो. कार्तिक दावे और कंसल्टेंट वीपी राव आदि भी उपस्थित रहे।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य
डीयू और एयूडी के बीच हुए इस समझौता ज्ञापन का सामान्य उद्देश्य दोनों संस्थानों के विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को शिक्षण और अनुसंधान की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए अनुसंधान का अवसर प्रदान करना है। इसके तहत पारस्परिक हितों के विषयों पर संयुक्त रूप से संगोष्ठियों, सम्मेलनों और शैक्षणिक कार्यशालाओं का आयोजन; किताबें, मोनोग्राफ, सेमिनार और वर्कशॉप वॉल्यूम आदि प्रकाशित करना; सामान्य रूप से ज्ञान का प्रसार; क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करना; संकाय/कर्मचारियों और विद्यार्थियों का आदान-प्रदान; संयुक्त अनुसंधान और प्रकाशन गतिविधियों का संचालन और अकादमिक संसाधन सामग्री तथा पारस्परिक हित की किसी भी अन्य परियोजनाओं/गतिविधियों का आदान-प्रदान किया जा सकेगा।