रविवार दिल्ली नेटवर्क
बांसवाड़ा : जिले में बढ़ रही गर्मी के चलते जिला प्रशासन ने आमजन से विशेष एहतियात बरतने की अपील की है। इन दिनों अत्यधिक गर्मी व लू-तापघात होने से आमजन चपेट में आ सकते हैं, खासकर हाइरिस्क वाले लोगों को खास ख्याल रखने की जरूरत है। वहीं गर्मी के मौसम में जिले के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष सावधानी बरतने के जिला प्रशासन ने निर्देश दिए हैं।
जिला कलक्टर डॉ. इन्द्रजीत यादव ने बताया कि आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग (राजस्थान, जयपुर) से विस्तृत दिशा-निर्देश प्राप्त हुए है। निर्देशों की पालना में सभी के लिए रेडियो सुनने, टीवी देखने, स्थानीय मौसम की जानकारी के लिए समाचार पत्र पत्र पढने या संबंधित मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के साथ ही पर्याप्त पानी पीने, अपने आपको हाईट्रेटेड रखने के लिए ओआरएस (ओरल रिहाइट्रेशन सॉल्यूसन), घर के बने पेय जैसे लस्सी, निंबू का पानी, छाछ आदि का सेवन करने, हल्के रंग के ढीले, सूती कपड़े पहनने, यदि कहीं बाहर हैं तो अपना सिर ढकने-कपड़े, टोपी या छतरी का उपयोग करने, आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्मे का प्रयोग करने और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन लगाने और प्राथमिक चिकित्सा में प्रशिक्षण लेने का अनुरोध किया गया हैं।
नियोक्ता और श्रमिक
इसके तहत सभी श्रमिकों के लिए आरात के लिए छाया, साफ पानी, छाछ, आई-पैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट और ओआरउस (ओरल रिहाइट्रेशन सॉल्यूसन) का प्रबंधन रखने, श्रमिकों के लिए सीधी धूप से बचने के लिए कहने, श्रमसाध्य कार्यों को दिन के कम ताप वाले समय में ही करने, बाहरी गतिविधियों के दौरान विश्राम करने की आवृति और सीमा समय बढ़ाने, श्रमिकों को लू से संबंधित चेतावनी के बारे में सूचित करने, जिन श्रमिकों के लिए गर्मी वाले क्षेत्र नये हों उन्हें हल्का काम और कम घंटों का काम दे
अन्य सावधानियां
इसके अन्तर्गत बंद वाहन में बच्चों या पालतू जानवारों को कभी अकेला ना छोड़ने, पंखें और नम कपड़ों का प्रयोग करने, ठंडे पानी में स्नान करने, सार्वजनिक परिवहन और कर-पुलिंग का उपयोग करने हेतु कहा गया है ताकि यह भूमण्डलीय ऊष्मीकरण और गर्मी को कम करने में मदद करेगा। इसी के साथ पेड़ लाने, सूखी पत्तियों, कृषि अवशेषों और कचरे को न जलाने, जल स्त्रोतो काक संरक्षण करने, वर्षो के जल को संचयित करने, ऊर्जा-कुशल उपकरणों, स्वच्छ ईंधन और ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों का उपयोग करने, अगर आपको चक्कर आ रहे हैं या आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाने या किसी को तुरंत डॉक्टर के पास जाने के लिए कहने की अपील की गई है।
नया घर बनाते समय
इसके तहत नियमित दीवारों की बजाय कैविटी तकनीक का उपयोग करने, घर को ठंडा रखने चौड़ी दीवारें बनावाने, अधिकतम वायु-प्रवाह कर गर्मी को बवरूद्ध करने हेतु जालीदार दीवारे और लोग वाले उद्घाटनों का निर्माण करने, दीवारों को रंगने के लिए प्राकृतिक साम्री जैसे चूने या मिट््टी का उपयोग करने, यदि संभव हो तो कांच के इस्तेमाल से बचने, निर्माण करने से पहले बिल्डिंग टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ से सलाह लेने हेतु कहा गया है।
मवेशी के लिए
पशुओं को छाया में रखने और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी देने, उनके सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच काम न लेने, शेड की छत को पुआल से ढक कर रखने, तापमान कम करने के लिए इसे सफेद रंग/चूने से रंगें या गोबर से लीप देने, लेड में पंखे, वाटर स्प्रे और फॉमर्स का प्रयोग करने, उन्हें हरी घास, प्रोटीन-वसा बाईपास पूरक, ख्निज मिश्रण और नमक देने, कम गर्मी वाले घंटों के दौरान उन्हें चरने दें की सलाह दी गई है।
क्या न करें
अपील में खासकर दोपहर 12 और 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचने, दोपहर में बाहर भारी कामों से बचने, नंगे पांव बाहर नही जाने, दिन के सबसे गर्म समय के दौरान खाना पकाने से बचने, खाना पकाने वाले हिस्से को हवादार बनाए रखने के लिए दरवाजे और खिड1कियां खुली रखने, शरीर को निर्जलित होने से बचाने के लिए शराब, चाय, कॉफी और कॉर्बोनेअेड शतल पेय से बचने, अधिक प्राटीन वाले भोजन से बचने, बासा भोजन ना करने, गर्म हवा से प्रभावित पार्क किऐ गऐ वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ने, ऐसे बल्बों का उपयोग करने से बचे जो अनावश्यक गर्मी उत्पन्न करते हैं, ठीक वेैसे ही जैसे कि लगातार चलते हुए कम्प्युटर या बिजली उपकरण, तापमान को कम करने के लिए पीडि़त के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करने, पानी डालने, व्यक्ति को ओआरएस/नींबू, शरबत या जो कुछ भी शरी को पुनः सक्रिय करने के लिए उपयोगी हों पीने के लिए देने तथा यदि लगातार उच्च तापमान बना रहता है और सिरदर्द, चक्कर आना, कमजोरी, मतली या भटकाव आदि के लक्षण स्पष्ट महसूस हो तो ऐसी स्थिति में 100 नंबर पर कॉल करने की अपील की गई है।
निर्देश जारी
जिला कलक्टर द्वारा हीट वेव के कारण होने वाली आगजनी की घटनाओं में तुरंत कार्यवाही हेतु अग्निशमन एवं प्रशिक्षित स्टाफ की सुनिश्चितता हेतु संबंधित कार्यकारी ऐजेन्सियों को निर्देश किया गया है वहीं जिले के समस्त नगर धर्मशालाओं, सराय एवं रेन बसेरों में साफ-सफाई एवं पेयजल की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु नगर निकायों को निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग राजस्थान जयपुर द्वारा जारी ळीट वेव की स्थिति में प्रभावी शमन एवं प्रबंधन के लिए लू एवं ताप के बचाव से आमजन को राहत हेतु गर्मीै/ताप की लहर क्या करें और क्या न करें हेतु एवायजरी के संबंध में आमजन में स्थानीय समाचार पत्रों, न्यूज चैनल के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराने हेतु जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को निर्देशित किया है। उन्होंने प्रभारी अधिकारी सहायता कन्ट्रोल रूम बांसवाड़ा 02962-248420 को हीट वेव से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु निर्देशित किया गया है।