निजी कारणों से केसी त्यागी ने जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से दिया इस्तीफा, राजीव रंजन प्रसाद बने नये राष्ट्रीय प्रवक्ता

Due to personal reasons, 'KC Tyagi' resigned from the post of JDU's national spokesperson, Rajiv Ranjan Prasad became the new national spokesperson

दीपक कुमार त्यागी

हालांकि यह तो आने वाले समय ही बताएगा कि महान क्रांतिकारी कवि दुष्यंत कुमार की जयंती के दिन केसी त्यागी का जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के क्या मायने हैं, क्या यह केसी त्यागी की कोई देश में नयी राजनीतिक क्रांति है या फिर एक सामान्य राजनीतिक घटनाक्रम है।

जनता दल यूनाइटेड की अंदुरूनी राजनीति में एकबार फिर से बड़ी सियासी हलचलें शुरू हो गई है। अचानक ही जनता दल यूनाइटेड के दिग्गज राजनेता केसी त्यागी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा देकर के सभी को चोंका दिया है। जिससे देश के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है, क्योंकि केसी त्यागी का ना केवल बिहार की राजनीति में बल्कि देश की राजनीति में भी बेहद सम्मानजनक व महत्वपूर्ण स्थान है, वह देश की राजनीति व जनता की नब्ज को अच्छे से पहचान ने के लिए राजनीतिक गलियारों में जाने जाते हैं, उनके देश भर में प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया के लोगों से मधुर संबंध रहे हैं जिनके दम पर ही केसी त्यागी बहुत ही दमदार ढंग से जेडीयू व एनडीए सरकार की नीतियों व उपलब्धियों को आम जनमानस के बीच रख पाते है, वह जनता, राजनेताओं व मीडिया सभी के चहेते हैं, राजनीति में रुचि रखने वाले लोग उनके अचानक इस्तीफे से आश्चर्यचकित हैं। हालांकि जेडीयू पार्टी की तऱफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि केसी त्यागी ने निजी कारणों की वजह से पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया है, वहीं केसी त्यागी के इस्तीफे के बाद अब नए राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में राजीव रंजन प्रसाद को जेडीयू का राष्ट्रीय प्रवक्ता पार्टी ने घोषित किया गया है। हालांकि अचानक से केसी त्यागी के इस्तीफे के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, राजनीतिक विश्लेषक इसका कारण समझने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि यह तो आने वाले समय ही बताएगा कि महान क्रांतिकारी कवि दुष्यंत कुमार की जयंती के दिन केसी त्यागी का जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के क्या मायने हैं, क्या यह केसी त्यागी की देश में कोई नयी राजनीतिक क्रांति है या फिर एक सामान्य राजनीतिक घटनाक्रम है।