दीपक कुमार त्यागी
- डॉ० खेमराज रेग्मी को श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का 2021 का सर्वश्रेष्ठ छात्र चुना गया। विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने डॉ रेग्मी को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया।
- महाराजश्री के सानिध्य में श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय में अध्ययन व अध्यापन का कार्य कर चुके हैं डॉ रेग्मी
महाराजश्री की आज्ञा से ही ज्योतिष के अध्ययन के लिए श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गए थे।
गाजियाबाद : श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूनाइटिड हिंदू फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि की मेहनत, लगन व तपस्या से “श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय” गाजियाबाद के छात्र व अध्यापक अपनी उपलब्धियों से पूरे विश्व में भारतीय सनातन संस्कृति का परचम लहरा रहे हैं। “श्री दूधेश्वर विद्यालय” में श्री श्री 1008 श्रीमहंत नारायण गिरि के सानिध्य में अध्यापन का कार्य कर चुके डॉ० खेमराज रेग्मी को ज्योतिष विषय में श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षान्त समारोह में पीएचडी के साथ 2021 का सर्वश्रेष्ठ छात्र चुना गया है, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया है। डॉ० रेग्मी ने 2014 में “श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय” में महाराज श्री के सानिध्य में अध्यापन का कार्य कराया था। महाराजश्री की आज्ञा से डॉ० रेग्मी श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में पढाई के लिए गये थेे और विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षान्त समारोह में पीएचडी के साथ उन्हें वर्ष 2021 का सर्वश्रेष्ठ छात्र चुना गया, जिसके लिए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। डॉ. रेग्मी ने अपनी सफलता का श्रेय महाराजश्री को दिया और कहा कि भगवान दूधेश्वर, श्रीमहंत नारायण गिरि व सिद्ध गुरू मूर्तियों कर कृपा से ही उन्होंने यह उपलब्धि प्राप्त की है।
श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि “श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय” के लिए यह गौरव का विषय है कि उसके छात्र व अध्यापक आज देश ही नहीं पूरे विश्व में भारतीय सनातन धर्म व संस्कृति के सारथी बनकर अपनी उपलब्धियों से विद्यालय व गाजियाबाद ही नहीं अपने प्रदेश व देश का गौरव बढा रहे हैं। यहां आपको बता दें कि अभी हाल ही में विद्यालय के विद्यार्थी मोहित पांडे का चयन राम मंदिर के पुजारी के रूप में हुआ है। 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो उसके साक्षी विद्यालय के आचार्य तयोराज उपाध्याय व आचार्य नित्यानंद बनेंगे और 8 जनवरी से 24 जनवरी तक वेद पाठ करेंगे।
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने कहा कि आज “श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय” के छात्र व अध्यापक पूरे विश्व में देश का गौरव बढा रहे हैं तो इसका श्रेय श्रीमहंत नारायण गिरि को जाता है, जिनके पावन सानिघ्य व नेतृत्व में विद्यालय के छात्र व शिक्षक नित-नई उपलब्धियां प्राप्त कर रहे हैं। विद्यालय में अध्ययन व अध्यापन का का कार्य कर चुके डॉ. रेग्मी महाराजश्री की आज्ञा से ही श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ज्योतिष के अध्ययन के लिए गए थे।
उन्होंने प्रो हरिहर त्रिवेदी से उन्हें ज्योतिष का अध्ययन कराने को कहा था और आज डॉ रेग्मी ने अपनी उपलब्धि से विद्यालय को गौरवान्वित कर दिया। एस आर सुथार ने बताया कि दूधेश्वर भगवान की कृपा व महाराजश्री के आशीर्वाद से विद्यालय के विद्यार्थी विश्व के 26 देशों के मंदिरों में मुख्य पुजारी के रूप में भारतीय सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। बनारस विश्वविद्यालय, त्रिपुति बालाजी विश्वविद्यालय से बडी संख्या में विद्यालय के छात्र पीएचडी कर चुके हैं। त्रिपुति बलाजी विश्वविद्यालय में 15 व श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में 8 छात्र अध्यापन का कार्य कर रहे हैं। यह महाराजश्री की 24 वर्ष की लगन, मेहनत व तपस्या का ही फल है कि आज “श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय” की पहचान भारत ही नहीं पूरे विश्व में है और यहां के छात्र व शिक्षक पूरे विश्व में देश का गौरव बढा रहे हैं।