- चीफ कोच तुषार बोले , ताकत और कमजोरियों पर मेहनत की है
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : मजबूत फुलबैक प्रीति की अगुआई में भारत की निगाहें डसेलडर्फ में चार देशों के महिला जूनियर आमंत्रण हॉकी टूर्नामेंट में अपने अभियान का मेजबान जर्मनी के खिलाफ अपनी जूनियर पुरुष टीम की तरह जीत के साथ करने पर लगी हैं। भारत की जूनियर महिला टीम अपने दूसरे मैच में 22 अगस्त को स्पेन की जूनियर टीम से तथा तीसरा और आखिरी मैच इंग्लैंड की जूनियर टीम से 23 अगस्त को खेलेगी। भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने काकामिगहारा (जापान) में दक्षिण कोरिया को फाइनल में 2-1 से हरा कर सीधे एफआईएच जूनियर महिला हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई किया है।
भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम की कप्तान प्रीति ने कहा, ‘हमने शिद्दत से अभ्यास सत्र में पसीना बहाया और हमारी तैयारियां वाकई बढिय़ा रही। हमारी जूनियर टीम का पिछला प्रदर्शन हमारी खिलाडिय़ों के लिए वाकई हौसला बढ़ाने वाला साबित होगा। हमें दिसंबर में सांतियागो (चिली) में एफआईएच जूनियर महिला हॉकी विश्व कप में शिरकत करनी है और उसके मद्देनजर हमारे लिए डसेलडर्फ में चार देशों का यह जूनियर आमंत्रण टूर्नामेंट अपनी उन रणनीतियों को अमली जामा पहनाने का सही मंच है।’
इस बीच भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम के चीफ कोच पूर्व ओलंपियन तुषार खांडकर ने कहा, ‘हम बेताबी जर्मनी में इस जूनियर आमंत्रण महिला हॉकी टूर्नामेंट का इंतजार कर रहे थे। इस साल के आखिर में जूनियर महिला हॉकी विश्व कप की तैयारियों के क्रम में हमारे लिए इस टूर्नामेंट में सीखने को बहुत कुछ होगा। डसेलडर्फ में खेले जाने वाले मैच हमारे लिए खुद को अहम टूर्नामेंटों के लिए तैयार करने के लिए बेहद अहम हैं। हमने बीते कुछ महीनों में अपनी ताकत और कमजोरियों पर मेहनत की हैं। हमारा लक्ष्य इस जूनियर आमंत्रण हॉकी टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देना है।’