दक्षता को ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण जरूरी: वीसी

Efficiency requires knowledge, skills and attitude: VC

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के सीसीएसआईटी में आईआईटी, इंदौर दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन की ओर से क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर में अमेज़ॅन वेब सर्विसेज- एडब्ल्यूएस के उपयोग पर दस दिनी कार्यशाला का शुभारम्भ

रविवार दिल्ली नेटवर्क

  • टीएमयू के वीसी प्रो. वीके जैन ने केएसए मॉडल पर विस्तार से की चर्चा
  • एक्सपर्ट डॉ. धीरज राणे ने क्लाउड कंप्यूटिंग के महत्व पर डाला प्रकाश
  • जल्द खुलेंगे एडब्ल्यूएस अकादमी और टीआईएच: प्रो. आरके द्विवेदी
  • सीएसई और संबद्ध शाखाओं के करीब 100 प्रशिक्षु रहे मौजूद

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. वीके जैन बोले, वर्तमान युग में दक्षता का बहुत अधिक महत्व है। केएसए मॉडल की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा, के का मतलब नॉलेज-ज्ञान, एस का मतलब स्किल्स- कौशल और ए का मतलब एटिट्यूड- दृष्टिकोण होता है। ये सभी मिलकर व्यक्ति में दक्षता का निर्माण करते हैं। उन्होंने सफलता के लिए दृढ़ संकल्प और कभी हार न मानने की भावना को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही करियर में वृद्धि के लिए तकनीकी और प्रबंधकीय कौशल की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रो. जैन तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ़ कंप्यूटिंग साइंसेज और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी- सीसीएसआईटी में आईआईटी, इंदौर दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन की ओर से क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर में अमेज़ॅन वेब सर्विसेज- एडब्ल्यूएस का उपयोग पर दस दिनी कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले वीसी प्रो. वीके जैन ने बतौर मुख्य अतिथि, वरिष्ठ अभियंता और प्रौद्योगिकी प्रमुख डॉ. धीरज राणे ने बतौर विशिष्ट अतिथि, सीसीएसआईटी के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी, उप प्राचार्य प्रो. निखिल सक्सेना आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके दस दिनी वर्कशॉप का शंखनाद किया। आईआईटी, इंदौर दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के संग तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का जल्द ही एमओयू साइन होगा।

वरिष्ठ अभियंता और प्रौद्योगिकी प्रमुख डॉ. धीरज राणे ने बतौर विशिष्ट अतिथि क्लाउड कंप्यूटिंग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अकादमिक पाठ्यक्रम और उद्योग आवश्यकताओं के बीच की खाई को उजागर किया। उन्होंने नई तकनीक को सीखने के लिए सही दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि एडब्ल्यूएस का उपयोग करके क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर में विभिन्न अनुप्रयोगों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन की गई स्केलेबल, सुरक्षित और लागत-प्रभावी सेवाएं शामिल हैं। सीसीएसआईटी के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी नेे कहा, पाठ्यक्रम को 11 मॉड्यूल में विभाजित किया गया है। ये मॉड्यूल 10 दिन में पूरे होंगे।

प्रत्येक मॉड्यूल में व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। अंत में प्रत्येक प्रशिक्षु से एक मूल्यांकन के लिए 10 घंटे के कैपस्टोन प्रोजेक्ट होगा, जिसका मूल्यांकन विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन किया जाएगा। उन्होंने तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में अमेज़ॅन वेब सर्विसेज अकादमी और प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र- टीआईएच की जल्द स्थापना का उल्लेख किया। वर्कशॉप में वरिष्ठ एडब्ल्यूएस प्रशिक्षक श्री अक्षय केएस, फुल स्टैक डवलपर श्री वैभव जाधव, तकनीकी सहयोगी श्री वैभव जैन, प्रो. अशेंद्र कुमार सक्सेना, श्री आरपी सिंह, श्री विनीत सक्सेना, श्री अजय चक्रवर्ती, मिस हिना हाशमी समेत सीएसई और अन्य संबद्ध शाखाओं के करीब 100 प्रशिक्षु उपस्थित रहे। डिप्टी शॉर्ट टर्म कोऑर्डिनेटर श्री हरजिंदर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। संचालन सीनियर फैकल्टी श्री नवनीत कुमार विश्नोई ने किया।