राजस्थान में दुबई की तर्ज पर देशी विदेशी पर्यटकों के लिए बारह महीने पर्यटन के द्वार खुले रखने के प्रयास

Efforts are being made to keep the doors of tourism open for domestic and foreign tourists all year round in Rajasthan on the lines of Dubai

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

पर्यटन के विश्व मानचित्र पर महत्वपूर्ण रंग रंगीले राजस्थान में राज्य सरकार दुबई की तर्ज पर बारह महीने पर्यटकों के लिए अपने द्वार खुले रखना चाहती हैं। साथ ही राज्य सरकार का नाईट ट्यूरिज्म को भी बढ़ावा देने का विचार है। वैसे राजस्थान में छह महीने सितंबर से मार्च तक ही पर्यटन अपने बूम पर होता है और उसके बाद गर्मियां बढ़ने से पर्यटकों की आवाजाही कम हो जाती है। वैसे प्रदेश में देशी एवं धार्मिक पर्यटन बारह मास चलता हैं।

राजस्थान की पर्यटन मंत्री उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी जोकि स्वयं जयपुर के पूर्व राजघराने से संबंधित हैं और राज्य की राजधानी जयपुर का उनका सिटी पैलेस जयपुर आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद होता है। जयपुर के तीज त्यौहारों का केन्द्र भी सिटी पैलेस के आसपास ही केन्द्रित रहता है।

पर्यटन मंत्री दिया कुमारी हाल ही नई दिल्ली में केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मिली हैं। शेखावत से सोमवार को हुई मुलाकात में दिया कुमारी ने राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने और ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण को लेकर जोरदार पैरवी की हैं। हालांकि इस बैठक में उन्होंने केन्द्रीय मंत्री शेखावत से राजस्थान में पर्यटन विकास से जुड़े अन्य कई अहम मुद्दों पर भी चर्चा की है। दिया कुमारी ने राजस्थान में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित नई योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की है। बैठक में राजस्थान में सीमावर्ती पर्यटन, आदिवासी पर्यटन (ट्राइबल टूरिज्म) और ग्रामीण पर्यटन (रूरल टूरिज्म) को बढ़ावा देने के उपायों पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही माइस सेंटर विकसित करने पर भी चर्चा हुई, जिससे कॉन्फ्रेंस और कॉरपोरेट इवेंट्स के जरिए पर्यटन को नई दिशा दी जा सके।

उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने चर्चा में प्रदेश के शेखावाटी क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक हवेलियों के संरक्षण की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अपनी अनूठी स्थापत्य कला के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है और इसके संरक्षण से पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। दिया कुमारी ने केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री शेखावत को राजस्थान पर्यटन से संबंधित विभिन्न मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा है।

संयोग से केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पश्चिम राजस्थान के जोधपुर नगर से ही सांसद हैं। राजधानी जयपुर के बाद जोधपुर राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। जोधपुर को थार मरुस्थल का प्रवेश द्वार भी कहा जाता हैं। साथ ही यह खूबसूरत शहर पर्यटन, कला और संस्कृति तथा हस्तशिल्प की दृष्टि से भी सिरमौर माना जाता है। उदयपुर और जयपुर के बाद राजस्थान में सबसे अधिक डेस्टिनेशन मैरिज भी जोधपुर में ही होती हैं।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और पर्यटन मंत्री दिया कुमारी गजेंद्र सिंह शेखावत के केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री होने का प्रदेश के हित में फायदा उठाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा पिछले राइजिंग राजस्थान ग्लोबल निवेश सम्मेलन और हाल ही जयपुर में ही आयोजित आईफा अवार्ड समारोह के अवसर राजस्थान की पर्यटन क्षमताओं का उल्लेख कर चुके हैं। साथ ही प्रदेश को हैरिटेज की दृष्टि से देश दुनिया का महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बता चुके हैं।
भजन लाल सरकार का मानना है कि राजस्थान को पर्यटन के लिहाज से और अधिक बुलंदियों तक पहुंचाने का इससे अच्छा और सुनहरी अवसर और कोई नहीं हो सकता। इसलिए मुख्यमंत्री शर्मा ने पर्यटन मंत्री दिया कुमारी के माध्यम से अपने प्रयासों को और अधिक तेजी दे दी हैं और केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने भी अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार को आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया हैं।शेखावत भी मन से चाहते है कि सतरंगी संस्कृति राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से और अधिक आगे ले जाया जाए।

राजस्थान में नए जिलों के पुनर्गठन के बाद कुल 41 जिले और 7 संभागीय मुख्यालय है लेकिन गर्मियों का मौसम शुरु होने के साथ ही देशी विदेशी पर्यटकों के सामने सबसे बड़ी कठिनाई राज्य में हवाई सेवाओं की संख्या घट जाने से निर्बाध यात्रा को लेकर आती हैं। राजस्थान को दुबई के तर्ज पर पर्यटन विकास के मार्ग पर आगे ले जाने के लिए इस बारे में एक सटीक रणनीति बनाने की जरुरत हैं। गर्मियों में दुबई की तरह राजस्थान भी बहुत गर्म रहता है लेकिन राजस्थान में सुबह और शाम का मौसम काफी सुहाना हो जाता है। भजन लाल सरकार नाईट ट्यूरिज्म को बढ़ावा देकर राजस्थान में वर्ष पर्यन्त टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती हैं। प्रदेश के करीब हर जिले में अथवा उससे लगी हुई एक न एक हवाई पट्टी मौजूद हैं जिन पर छोटी विमान सेवाएं संचालित कर सैलानियों को बेहतर सुविधाएं दी जा सकती है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अपने शहर कोटा को भी चम्बल रिवर फ्रंट विकसित होने तथा कोटा के शिक्षा का राष्ट्रीय हब होने से विमान सेवाओं से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। इसी प्रकार केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का भी फोकस जोधपुर में सिविल एयरपोर्ट शुरू कराना तथा नियमित फ्लाइट्स की संख्या को बढ़ाने पर है। केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल अपने क्षेत्र बीकानेर को हवाई सेवा से जुड़वाने में सफल रहे है। प्रदेश में जयपुर के अलावा किसी शहर में कही भी दो एयर टर्मिनल और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं की सुविधा उपलब्ध नहीं है। गजेन्द्र सिंह शेखावत जोधपुर,उदयपुर, जैसलमेर,किशनगढ़ अजमेर आदि को अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं से जुड़वाने के लिए प्रयत्नशील है।

राजस्थान में सड़क और रेल सुविधाओं का भी तेजी से विकास हुआ है और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के भी राजस्थान से होने से और अधिक विकास हो रहा है,जिससे देशी पर्यटकों विशेष कर धार्मिक पर्यटन से जुड़े सैलानियों की सुविधाएं काफी बढ़ी है। पर्यटन से जुड़े लोगों का मानना है कि यदि प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में काशी और उज्जैन जैसे कोरिडोर विकसित हो जाए तो पर्यटन का बूम हर पिछले रिकॉर्ड को तोड़ सकता है।

देखना है केन्द्र और राजस्थान की डबल इंजन भाजपा सरकार प्रदेश के पर्यटन को और नए पंख लगाने के लिए आने वाले वक्त में क्या नए कदम उठाएंगी?