महालया पर मुक्त मंच की हुई भावपूर्ण प्रस्तुति

रावेल पुष्प

कोलकाता : दक्षिण कोलकाता की प्रतिष्ठित प्रातः भ्रमणकारी संस्था मुक्त मंच ने स्थानीय प्रशांत सूर उद्यान के मुक्ताकाश और शीतल मंद समीर प्रवाहित करते हरे भरे वृक्षों की गोद में महालया के शुभ अवसर पर देवी वन्दना का आगाज़ किया। शुभ महालया का प्रथम स्वागत कौशिकी गुहाठाकुरता के गीत और आवृतिकार अरूणाभ विश्वास द्वारा रवीन्द्र नाथ ठाकुर रचित गीतों की आवृत्ति से हुआ। उसके पश्चात मूल कार्यक्रम का शुभारंभ उल्लूक ध्वनि, शंख ध्वनि और साथ ही दीप प्रज्वलित कर समाजसेवी मलय कुमार दत्ता और कार्यक्रम संयोजक गौतम सेनगुप्ता और आर एस खानूजा महाशय ने किया । उसके पश्चात कार्यक्रम के संयोजक गौतम सेनगुप्ता ने अपने वक्तव्य में बताया कि लगभग दो वर्षों के कोरोना- काल में शारीरिक रूप से मिलकर कोई कार्यक्रम करना संभव नहीं हुआ, लेकिन आभासीय माध्यम से मानसिक खुराक की पूर्ति की जाती रही।

उसके पश्चात टीवी कलाकार श्रीमती नन्दिनी लाहा के संचालन में एक विशेष आलेख की प्रस्तुति की गई, जिसमें देवी आगमन की कथा को भाष्य, गीतों और नृत्य से संयोजित किया गया था और सारी सृष्टि के पुष्पित पल्लवित होने की कामना की गई। जिसमें भाग ले रहे थे- श्रीमती आरती घोष, सुप्ति सेनगुप्ता, अपर्णा चक्रवर्ती, नंदिनी चक्रवर्ती, महुआ भट्टाचार्य, सायनी बनर्जी, शेफाली देब, लीना गांगुली, सुधांशु कुण्डु, रवीन्द्र चक्रवर्ती, सुब्रत चक्रवर्ती, अर्घ्य जाना, रिया चक्रवर्ती और डोना चक्रवर्ती।

कार्यक्रम को सफल बनाने में नारायण मजूमदार, सुनील कांत, आशीष बनर्जी तथा अन्य सक्रिय रहे।

प्रकृति के सुरम्य वातावरण में हुए इस भावपूर्ण कार्यक्रम से प्रातः भ्रमणकारी लोगों में जहां नई ऊर्जा का संचार हुआ वहीं चण्डी पाठ ने मां दुर्गा के आगमन की सूचना देकर हृदय खुशियों से भर दिया।