सुनील कुमार महला
मानव जीवन में समय (टाइम) का बहुत महत्व है।वास्तव में, देखा जाए तो समय ही सफलता की नींव है, क्योंकि जो व्यक्ति समय का सही उपयोग करता है, वह हमेशा आगे बढ़ता है। दूसरा,समय हमें जीवन में अनुशासन सिखाता है और यह समय ही है जो हमारे जीवन को व्यवस्थित भी बनाता है। समय के बारे में यह कहा गया है- ‘समय अमूल्य है’, क्योंकि एक बार बीता हुआ समय फिर कभी लौटकर नहीं आता।’समय सबसे बड़ा शिक्षक है’, यह बताती है कि अनुभव और सीख हमें समय के साथ ही मिलती है। बहरहाल, कहना ग़लत नहीं होगा कि समय का सदुपयोग हमें लक्ष्य प्राप्ति में मदद करता है।समय ही व्यक्ति को मेहनत और कर्म के मूल्य को समझाता है।समय के प्रति जागरूक व्यक्ति दूसरों का सम्मान भी पाता है।समय का सही प्रबंधन हमारे तनाव व अवसाद को कम करता है तथा समय ही हमारे जीवन में संतुलन बनाए रखता है। वास्तव में,समय प्रबंधन सफलता की कुंजी है।यह हमें काम समय पर पूरा करने में मदद करता है।अच्छा समय प्रबंधन मनुष्य जीवन में अनुशासन लाता है तथा इससे तनाव कम होता है और उत्पादकता(प्रोडेक्टीविटी) बढ़ती है।जो व्यक्ति समय का सम्मान करता है, वही जीवन में आगे बढ़ता है। दूसरे शब्दों में कहें तो जो समय की कद्र करता है, वह जीवन में कभी पछतावा नहीं करता। संस्कृत में बड़े ही खूबसूरत शब्दों में समय के बारे में कहा गया है कि -‘कालः सर्वत्र गोविन्दः कालः सर्वत्र बलवत्तरः। कालः सर्वं भक्षयति सर्वं कालस्य पालनम्॥’ इसका मतलब यह है कि काल (समय) सबसे शक्तिशाली है। वही सबका रक्षक और संहारक है। समय के आगे किसी की शक्ति नहीं चलती। वास्तव में, समय सभी प्राणियों को बनाता, मिटाता और संचालित करता है। वह कभी नहीं रुकता और उसका अतिक्रमण असंभव है। किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में समय का कभी भी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए, क्यों कि जो समय बीत गया, वह फिर नहीं लौटता। इसलिए श्रेष्ठ कार्य करने के लिए समय का सदुपयोग करना चाहिए। इस संबंध में संस्कृत में कहा भी गया है कि -‘क्षणे काले गतं नीतं न लभ्यं पुनरागतम्। तस्मात् समयमालम्ब्य कार्यं कुर्यादनुत्तमम्॥’ वास्तव में सच यह है कि बीता हुआ समय और दिन फिर नहीं आते, इसलिए प्रत्येक क्षण का उपयोग उचित कार्य में करना चाहिए। अंत में यही कहूंगा कि समय ही मनुष्य जीवन का सबसे महत्वपूर्ण धन है, जिसे न तो खरीदा जा सकता है और न ही वापस पाया जा सकता है। जो व्यक्ति समय का सही उपयोग करता है, वही सफलता की ऊँचाइयों को छूता है। समय का सम्मान करना यानी जीवन का सम्मान करना है। आलस्य और टालमटोल करने वाला व्यक्ति अपने अवसर खो देता है। हर पल मूल्यवान होता है, इसलिए उसे व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। समय हमें अनुशासन, परिश्रम और धैर्य का पाठ सिखाता है। जो व्यक्ति समय के साथ चलता है, वही प्रगति करता है। समय बीत जाने के बाद पछतावा ही हाथ आता है। धन खोकर पाया जा सकता है, पर समय खो जाने के बाद उसे कोई नहीं लौटा सकता-यही इसे सबसे कीमती बनाता है। हमें जीवन में प्रकृति से सीख लेनी चाहिए, क्यों कि स्वयं प्रकृति भी समय का पालन करती है-सूर्योदय, ऋतुएँ, पेड़ों का फलना-सब कुछ अपने निर्धारित समय पर होता है।समय न किसी का इंतज़ार करता है, न किसी पर दया, लेकिन जो इसे पहचान लेता है, उसके लिए यह अवसर बन जाता है।
जो व्यक्ति अपने समय को नियंत्रित करता है, वह अपने भाग्य को भी नियंत्रित कर लेता है।हर महान व्यक्ति की सफलता का रहस्य यही है कि उसने समय को दुश्मन नहीं, दोस्त बनाया समय के महत्व पर संस्कृत में कहा गया है कि-‘ कालः सर्वं भक्षयति कालो हि दुर्जयः।कालेन एव यते सर्वं कालो हि परमेश्वरः॥’ तात्पर्य यह है कि समय सब कुछ नष्ट कर देता है, समय को कोई जीत नहीं सकता। जो कुछ भी इस संसार में होता है, वह सब समय के अधीन है- क्योंकि समय ही परमेश्वर के समान शक्तिशाली है। अतः निष्कर्षतः कहा जा सकता है कि समय ही जीवन का असली आधार और सफलता की कुंजी है।





