विशेषज्ञों ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की शांति और सुरक्षा एजेंडा को आकार देने के लिए बैठक की

Experts meet to shape peace and security agenda for Indo-Pacific region

प्रफुल्ल पलसुलेदेसाई

नई दिल्ली : इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और सुरक्षा पर आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारियों के लिए प्रिपरेटरी कमेटी (PrepCom) की बैठक सफलतापूर्वक इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (IIC), नई दिल्ली में संपन्न हुई। इस बैठक में प्रतिष्ठित राजनयिकों, शिक्षाविदों और गणमान्य व्यक्तियों ने क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।

इंडो-पैसिफिक शांति और सुरक्षा सम्मेलन की तैयारियां 11 फरवरी 2025 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर कमलादेवी कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में शुरू हुईं। इंडो-पैसिफिक पीस फोरम की सलाहकार समिति ने इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा की। इस अवसर पर कई प्रमुख वक्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें डॉ. मर्कंडेय राय (अध्यक्ष, ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया), प्रियरंजन त्रिवेदी (चांसलर, विभिन्न विश्वविद्यालयों), राम रोहन पांता (दक्षिण एशिया क्षेत्रीय प्रतिनिधि, ग्लोबल पीस फाउंडेशन), राजदूत शशांक (भारत के पूर्व विदेश सचिव और पूर्व राजदूत – डेनमार्क, दक्षिण कोरिया और लीबिया), राजदूत वीरेन्द्र गुप्ता (भारत के पूर्व उच्चायुक्त, दक्षिण अफ्रीका), प्रो. अजय कुमार दुबे (अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संकाय के प्रोफेसर), डॉ. वीरेंद्र के. गोस्वामी (पूर्व कुलपति, विंग कमांडर और अध्यक्ष – पर्यावरण एवं शांति फाउंडेशन), श्री संजय भल्ला (उपाध्यक्ष, एआरएसपी), डॉ. गौरव गुप्ता (संस्थापक अध्यक्ष, ग्लोबल ट्रेड एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल इंडिया एवं जीटीटीसीआई ट्रेड चैंबर), रिनपोछे जंगचुप छोडेन (महासचिव, इंटरनेशनल बौद्ध परिसंघ), और मेजर जनरल प्रमोद सैघल (सेवानिवृत्त, पूर्व प्रमुख – आर्मी एयर डिफेंस कॉलेज) शामिल रहे।

डॉ. मर्कंडेय राय ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए सहयोग और संवाद की आवश्यकता पर बल दिया। इस बैठक का एक प्रमुख आकर्षण ‘Peace and Security in the Indo-Pacific Region: Shaping Stability’ नामक पुस्तक का विमोचन था, जिसमें इस क्षेत्र के प्रमुख भू-राजनीतिक और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ तनाव कम करने में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला गया है।

बैठक के दौरान इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर कई सिफारिशों को भी अपनाया गया। ये सिफारिशें आगामी 19-20 मार्च 2025 को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की आधारशिला बनेंगी। यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो दुनिया के सबसे गतिशील और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। बैठक में हुए विचार-विमर्श ने इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए त्वरित समाधान खोजने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

बैठक के दौरान चर्चा के मुख्य विषयों में संघर्ष निवारण (Conflict Prevention), कूटनीतिक संवाद (Diplomatic Engagement), और भारत की भूमिका को प्रमुखता दी गई, जिससे एक शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक क्षेत्रीय वातावरण को बढ़ावा दिया जा सके। प्रिप-कॉम बैठक ने आगामी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए एक मजबूत नींव रखी, जहां वैश्विक विचारक, नीति निर्माता और विद्वान इन चर्चाओं को आगे बढ़ाकर ठोस समाधान विकसित करेंगे। इस आयोजन ने बदलते वैश्विक परिप्रेक्ष्य में इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए समयबद्ध और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता को उजागर किया।