निगाहें अब अर्जेंटीना के खिलाफ बतौर टीम और निजी तौर पर बढिय़ा प्रदर्शन पर : सविता

  • ओलंपिक में अर्जेंटीना के खिलाफ बढिय़ा प्रदर्शन से टीम है विश्वास से भरी
  • आने वाले मैचों पेनल्टी कॉर्नर का बेहतर इस्तेमाल कर गोल में बदलने की उम्मीद

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी गोलरक्षक ओलंपियन सविता पूनिया की अगुआई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम दुनिया की दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना से 18 और 19 जून को रॉटरडम (नीदरलैंड) में 2021-22 एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैचों में भिडऩे को कमर कस चुकी है। मेजबान बेल्जियम से एंटवर्प में अपने दो मैचों हारने के बाद भारतीय महिला टीम दस मैचों से 22 अंकों के साथ अंक तालिका में तीसरे और अर्जेंटीना की टीम 14 मैचों से 38 अंकों के साथ शीर्ष पर है।

अर्जेंटीना के खिलाफ इस मैचों की बाबत भारत की महिला हॉकी टीम कप्तान सविता पूनिया ने कहा, ‘हमारी तैयारियां बढिय़ा चल रही हैं। हमारे दो बढिय़ा अभ्यास सत्र हुए और इसमें टीम की हर खिलाड़ी का फोकस अपना खेल बेहतर करने पर रहा। हमारी निगाहें अब अर्जेंटीना के खिलाफ बतौर टीम और निजी तौर पर बढिय़ा प्रदर्शन पर लगी हैं। हमने अर्जेंटीना के खिलाफ बीते बरस टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में बढिय़ा प्रदर्शन किया था और इससे उसके खिलाफ रॉटरडम में खेले जाने वाले मैचों को लेकर हमारी सब खिलाड़ी विश्वास से भरी हैं। हम ट्रेनिंग में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने पर काफी मेहनत कर रहे हैं। अभ्यास सत्र में हमारी खिलाड़ी पेनल्टी कॉर्नर बनाने और उन्हें गोल में बदलने की सोच के साथ उतरी। उम्मीद है कि आने वाले मैचों में हमारी खिलाड़ी पेनल्टी कॉर्नरों का बेहतर इस्तेमाल कर उन्हें गोल में बदलेंगी।’

पिछले मैचों की गलतियों को सुधार अगली चुनौती को तैयार: दीप ग्रेस एक्का
भारत की उपकप्तान फुलबैक दीप ग्रेस एक्का ने कहा, ‘अर्जेंटीना के खिलाफ मैचों के लिए हमारी टीम पूरी तरह तैयार है। बेल्जियम के खिलाफ मैचों के बाद हमने अभ्यास सत्र में अपने खेल की बाबत बहुत कुछ सीखा। हमने पिछले मैचों की अपनी गलतियों को सुधारा और हम अगली चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमें इस अगले महीने एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप और उसके बाद 2022 में बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में शिरकत करनी है। मैं जब पहले पहल भारतीय टीम में आई तो मेरी सीनियर साथियों ने मुझे यही नसीहत थी कि जैसा अभ्यास में करती हो उसे मैच में दोहराने की कोशिश करो और मैं अब टीम की नौजवान खिलाडिय़ों को बस यही बात कहती हूं। हम जितना चीजों को सहज रखेंगी उतना ही हमारे लिए बेहतर होगा। गेंद मिलने से पहले हमें यह मालूम होना चाहिए कि हमारी साथी खिलाड़ी कहां खड़ी है, जिससे कि जल्दी से गेंद उसकी ओर बढ़ा सके।’