रंजीत कुमार
नई दिल्ली, फर्जी खबरों की वजह से पत्रकारिता पर से लोगों का भरोसा उठता जा रहा है। दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री बू क्यूम किम ने दुनिया के पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि फर्जी खबरें पत्रकारिता के लिये सबसे बड़ी चुनौती बन गई हैं।
कोरियाई पत्रकार संघ (के जे ए ) द्वारा आयोजित विश्व पत्रकार सम्मेलन ( डब्ल्यू जे सी ) में अपने उद्धाटन भाषण में कोरियाई प्रघानमंत्री ने दक्षिण कोरिया में कोविड महामारी कि मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि कोविड टीकों के बारे में बढ़ाचढ़ाकर दावे करने वाली रिपोर्टें मीडिया में पेश की गईं या फिर उकसाने वाली फर्जी रिपोर्टें जारी की गईं ताकि आनलाइन हिट में भारी इजाफा हो। इससे लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हुई।
कोरियाई प्रधानमंत्री के मुताबिक इस तरह की स्थिति कभी पैदा नहीं होनी चाहिये थी। अपने देश व समुदायों के लिये क्या सही हो और हमारा आचरण कैसा हो इसके बारे में हमें सोचना चाहिये। किम ने उम्मीद जाहिर की कि सम्मेलन में भाग ले रहे सभी पत्रकार एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिये सटीक आचरण करेंगे और पत्रकारिता के जरिये एक रचनात्मक भूमिका निभाएंगे।
प्रधानमंत्री किम ने पत्रकारों से कहा कि सद्भावना और सहयोग की भावना के साथ हमें आपके ज्ञान की जरुरत है। आपके हाथ में असीम ताकत है। इस ताकत का इस्तेमाल पत्रकारिता और मानवता के लिये एक नया इतिहास लिखने में करें।
इसके पहले कोरियाई पत्रकार संघ( केजे ए ) के अघ्यक्ष किम दोंग हून ने पत्रकारों के आनलाइन सम्मेलन में अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि वक्त आ गया है कि हम पत्रकारिता पर से लोगों का भरोसा फिर बहाल कराएं। हून ने कहा कि हमारी राष्ट्रीयता, रंग, विचार और सोच में फर्क हो सकता है लेकिन समाज के प्रति हमारी भूमिका एक समान है। उन्होंने कहा कि यह एक सचाई है कि सभी पत्रकार स्वतंत्रता औऱ शांति के लिये काम कर रहे हैं और तथ्यात्मक रिपोर्टें जारी करते हैं ।
विश्व पत्रकार सम्मेलन में फर्जी खबरों की तथ्यात्मक जांच औऱ इन पर निगरानी रखने की व्यवस्था पर दो दिनों तक पत्रकारों ने अपने देश के अनुभव साझा किये। करीब 25 देशों के सभी पत्रकारों ने कहा कि उनके देश के मीडिया में फर्जी खबरों का प्रसारण एक बड़ी समस्या पैदा हो गई है जिससे निबटने के लिये पत्रकार संगठनों को ही आगे आना होगा। अन्यथा पत्रकारिता पर से लोगों का भरोसा धीरे धीरे खत्म होता जाएगा।
कोरियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया एक बड़े सभ्यतागत बदलाव के दौर से गुजर रही है जिसमें पैदा चुनौतियों से मुकाबला करने के लिये पत्रकारिता को समुचित मार्गदर्शन लोगों के लिये करना होगा। प्रधानमंत्री ने राय जाहिर की कि सबसे बड़ी चुनौती सोशल मीडिया के जरिये पैदा हो रही है जिससे समुचित तौर पर निबटने की जरुरत है।