रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में जाने-माने पर्यावरणविद् पदमश्री डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ख़ास मेहमान होंगे। वह इकोलॉजी एंड इकोनॉमी इन वन फुटस्पेट पर 23 अक्टूबर को बतौर की नोट स्पीकर व्याख्यान देंगे। टीएमयू के ऑडी में मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के संग प्रातः 10 बजे लीडरशिप टॉक सीरीज सेशन-09 का शंखनाद होगा। उल्लेखनीय है, माउंटेन मैन ऑफ इंडिया के नाम से प्रख्यात, ग्रीन एक्टिविस्ट और हिमालयन इन्वायरमेंटल स्टडीज़ एंड कंजर्वेशन ऑर्गेंनाइजेशन- एचईएससीओ के सस्थापक डॉ. जोशी को अपने काम के बूते पर 2026 में पदमश्री और 2020 में पदमभूषण मिल चुका है। डॉ. जोशी लीडरशिप टॉक सीरीज के सेशन-09 में एग्रीकल्चर स्टुडेंट्स से रूबरू होंगे। टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन कहते हैं, दुनिया में इन्वायरमेंटल सस्टेनेबिल्टी और इकोनोमिक ग्रोथ के बीच संतुलन बनाना एक बड़ी चुनौती है। जलवायु परिवर्तन, संसाधनों की कमी और जैव विविधता की हानि सरीखी वैश्विक चुनौतियों के हम साक्षी हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी के लिए यह गौरव के पल हैं, डॉ. जोशी हमारे एग्रीकल्चर स्टुडेंट्स को पर्यावरण की वैश्विक चुनौतियों और इनसे निपटने की बारीकियों से अवगत कराएंगे।
डॉ. जोशी की झोली तमाम बड़े पुरस्कारों से भरी है। भारतीय विज्ञान कांग्रेस ने उन्हें 1999 में जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार से सम्मानित किया। द वीक पत्रिका ने उन्हें 2002 में मैन ऑफ द ईयर के रूप में चुना। ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग में उन्हें जमनालाल बजाज पुरस्कार मिला। वह इकोलॉजी में डॉक्टरेट हैं। उन्होंने कोटद्वार गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में फैकल्टी के सदस्य के रूप में अपना करियर शुरू किया, लेकिन 1979 में नौकरी से इस्तीफा दे दिया और एक गैर-सरकारी संगठन हिमालयी पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन -एचईएससीओ की स्थापना की। यह समूह उत्तराखंड के 40 गांवों में पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों और प्रौद्योगिकियों के प्रसार में शामिल है। स्थानीय झाड़ी, कुर्री का उपयोग करके फर्नीचर, अगरबत्ती आदि बनाने पर उन्होंने समय-समय पर पत्र-पत्रिकाओं में लेख लिखकर ग्रामीणों को अवेयर किया। साथ ही दस से अधिक पुस्तकें भी उनकी झोली में हैं। टीएमयू के वीसी प्रो. वीके जैन लीडरशिप टॉक सीरीज के मुख्य अतिथि होंगे। टॉक सीरीज में अतिथियों को बुके देकर गर्मजोशी से स्वागत होगा। सेशन के दौरान सवाल-जवाब का दौर भी चलेगा, जिसमें डॉ. जोशी स्टुडेंट्स की जिज्ञासाओं का समाधान करेंगे। कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर के डीन प्रो. प्रवीण कुमार जैन वोट ऑफ थैंक्स देंगे। राष्ट्रगान के संग टॉक सीरीज का समापन होगा।