प्रख्यात शायर ‘दीक्षित दनकौरी’ को ‘काव्यलोक संस्था’ के द्वारा किया गया सम्मानित

Famous poet 'Dixit Dankauri' honored by 'Kavyalok Sanstha'

‘दीक्षित दनकौरी’ दुष्यंत के बाद वाली पीढ़ी में हिंदी ग़ज़ल के सबसे बड़े साधक – अमिताभ अग्निहोत्री
‘दीक्षित दनकौरी’ के द्वारा हिंदी साहित्य के लिए किए जा रहे कार्य सराहनीय – अमिताभ अग्निहोत्री

रविवार दिल्ली नेटवर्क

गाजियाबाद : ‘काव्यलोक’ संस्था के द्वारा कविनगर के लॉयंस आई हॉस्पिटल के सभागार में प्रख्यात शायर दीक्षित दनकौरी के सम्मान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ शायर शकील शिफाई ने की। यह कार्यक्रम दो सत्र में आयोजित किया गया, इस बेहद शानदार कार्यक्रम का शुभारंभ सुनील सिंहल ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में डॉक्टर श्वेता त्यागी और पूनम माटिया के संयुक्त संचालन में शानदार काव्य गोष्ठी हुई, जिसमें गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली के लगभग 40 से अधिक कवियों / कवयित्रियों ने शानदार काव्य पाठ किया।

दूसरे सत्र का संचालन प्रसिद्ध कवि डॉक्टर चेतन आनंद ने किया। कार्यक्रम में ‘काव्यलोक संस्था’ की महासचिव ‘गार्गी कौशिक’ ने ‘दीक्षित दनकौरी’ की ओजस्वी शख्शियत से उपस्थित लोगों को रूबरू करवाया। तत्पश्चात ‘काव्यलोक’ के संस्थापक ‘राजीव सिंहल’ ने मंचासीन अध्यक्ष शकील शिफाई, मुख्य अतिथि आलोक कुमार (अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद), विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री, प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित अरुण कौशिक, वरिष्ठ कथाकार सुभाष चंदर, लॉयंस क्लब के अध्यक्ष नवेंदु गर्ग, समाजसेवी व समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव अभिषेक गर्ग, समाजसेवी वी.के. अग्रवाल एवं एडवोकेट व स्वतंत्र पत्रकार दीपक कुमार त्यागी का पुष्प गुच्छ और प्रतीक चिन्ह के द्वारा स्वागत किया।

‘काव्यलोक’ के संस्थापक ‘राजीव सिंहल’ ने बताया कि ‘दीक्षित दनकौरी ने नि:स्वार्थ भाव से ग़ज़ल के प्रचार- प्रसार के लिए विगत 40 वर्षों से अथक परिश्रम किया है। अपने ग़ज़ल – लेखन और प्रस्तुति से ग़ज़ल की दुनिया में अपना एक मुकाम हासिल किया है और ग़ज़ल प्रेमियों को रससिक्त किया है। पिछले दिनों ‘दीक्षित दनकौरी’ को ‘बिरला ग्रुप’ के ‘साहित्यायन फाउंडेशन’, मुंबई द्वारा प्रतिष्ठित ‘प्रो. नंदलाल पाठक साहित्य सम्मान’ (सम्मान राशि 5 लाख रुपए) से सम्मानित किया गया जो कि हम सबके लिए गौरव की बात है।’

इस अवसर पर शायर ‘दीक्षित दनकौरी’ का शॉल, पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह द्वारा अभिनंदन किया गया।

वरिष्ठ कथाकार / व्यंग्यकार सुभाष चंदर ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘दीक्षित दनकौरी’ आम ज़बान में शायरी करते हैं जो कि पाठकों / श्रोताओं के मन पर सीधा असर करती है।’

वहीं पत्रकारिता जगत के दिग्गज वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री ने ‘दीक्षित दनकौरी’ को दुष्यंत के बाद वाली पीढ़ी में हिंदी ग़ज़ल का सबसे बड़ा साधक बताते हुए उनके द्वारा किए जा रहे काम को सराहा।

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा ‘दीक्षित दनकौरी’ के शे’र को संसद में उद्धृत किए जाने का उल्लेख करते हुए उनकी उत्तरोत्तर उन्नति के लिए शुभकामनाएं दीं।

समारोह के अध्यक्ष वरिष्ठ शायर शकील शिफ़ाई ने ‘दीक्षित दनकौरी’ की शायरी और ग़ज़ल विधा पर उनके द्वारा किया जा रहे अतुलनीय कार्य करने की प्रशंसा करे हुए कहा ‘अल्लाह करे ज़ोरे – कलम और ज़िंयादा’।

समारोह संपन्न होने पर ‘काव्यलोक’ के संस्थापक राजीव सिंहल ने सभी अतिथियों, आमंत्रित कवियों और श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।