फीफा से बुलंद होगी कतर की अर्थव्यवस्था

डॉ रघुवीर चारण

दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में शुमार फुटबॉल के फीफा विश्वकप का आगाज़ कुछ दिनों में होने वाला है इस बार विश्व कप की मेजबानी करने वाला देश अपने आप में चर्चा का विषय बना हुआ है फीफा – 2022 का आयोजन पश्चिमी एशिया के मरूस्थलीय देश कतर में होगा। अरब प्रायद्वीप में स्थित ये छोटा देश तेल भंडारों व प्राकृतिक गैस संसाधनों के लिए जाना जाता है।

रेतीले समन्दर में स्थित कतर की राजधानी दोहा फुटबॉल महाकुंभ के लिए सज चुकी है दुनिया भर के खेल प्रेमियों के स्वागत के लिए दोहा और उसके आसपास के क्षेत्र को सभी सुविधाओं से सम्पन्न और मौसम के अनुकूल बनाया गया है यूरोपीय देशों की तुलना में एशियाई देशों में फुटबॉल का क्रेज़ बहुत कम है दक्षिण कोरिया के बाद कतर दूसरा एशियाई देश है जहाँ फीफा विश्व कप का आयोजन हो रहा है ।

कतर का फुटबॉल में कुछ खास प्रदर्शन नहीं है बस इस बार खास है इनके द्वारा फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी करना। कतर क्षेत्रफल के हिसाब से फीफा विश्व कप की मेजबानी करने वाला सबसे छोटा देश है। मेजबान देश इस विश्व कप को बेहद खास बनाने के लिए 17 लाख करोड़ रुपये व्यय किए हैं इसमें फ्लोटिंग होटल से लेकर स्टेडियम तक खिलाडियों को कई लक्जरी सुविधाएँ मिलेंगी।

कतर ने इस आयोजन के लिए आठ भव्य स्टेडियम बनाए हैं खिलाडियों व दर्शकों को गर्मी से बचाने के लिए विशेष तकनीकों का प्रयोग कर खेल मैदानों को सामान्य तापमान 20- 25 डिग्री सेल्सियस पर बनाया गया हैं फीफा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट आमतौर पर जून और जुलाई में आयोजित किया जाता है, लेकिन क़तर में साल के इन महीनों में औसत तापमान लगभग 41 डिग्री सेल्सियस होता है और ये 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. इतनी गर्मी में खेलना आसान नहीं है हालांकि, 2015 में फीफा ने ये फैसला लिया कि टूर्नामेंट सर्दियों में आयोजित कराया जाएगा वर्ल्ड कप 21 नवंबर से शुरू हो रहा है और फाइनल 18 दिसंबर को खेला जाना है।
फीफा फुटबॉल का अंतरराष्ट्रीय संगठन है इसकी शुरुआत 1930 उरुग्वे में हुई इसके बाद प्रति चार वर्ष में इसका आयोजन होता है इसके 22वें संस्करण का आयोजन कतर में होने जा रहा है इस प्रतियोगिता में 32 टीमें हिस्सा ले रही है पिछले विश्व कप में फ्रांस विजेता बना था ब्राजील ने सबसे अधिक पाँच बार फीफा कप अपने नाम किया इस बार भी पुर्तगाल, ब्राज़ील, अर्जेंटीना, फ्रांस में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। वर्ष – 2010 में कतर को मेजबानी सोंपी गई । कतर को मेजबानी मिलने से फीफा को कई आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा क्योंकि कतर देश के कानून काफी सख़्त है इसलिए यहाँ आने वाले फुटबॉल प्रशंसकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा समलैंगिकता, श्रमिकों का हनन, मानवाधिकारों का उल्लंघन को लेकर ये विश्व कप काफी विवादास्पद रहने वाला हैं।

करीबन 30 लाख की आबादी वाला ये देश तेल और प्राकृतिक गैस का निर्यात पूरी दुनिया में करता है ब्रिटिश राज से आज़ादी मिलने के बाद कतर ने तरक्की की रफ़्तार पकड़ी और कुछ समय में धनाढ्य देश बन गया खाड़ी देशों के आपसी संबधों में हमेशा टकराव रहता है कतर के खिलाफ खाड़ी के ही कुछ देशों ने जो मोर्चा खोला है उसके पीछे आपसी तनाव, मतभेद और बनते-बिगड़ते कूटनीतिक समीकरण ही मुख्य कारण हैं। कतर समृद्धिशाली और ताकतवर देश है। अरब जगत के सबसे पॉपुलर सेटेलाइट न्यूज चैनल अल जजीरा को स्थापित करने में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहा।

2010 में विश्व कप की मेजबानी हासिल करने के बाद कतर ने बाहरी दुनिया के सामने अपनी एक उदार, सहिष्णु छवि पेश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। डॉलर और रियाल के दम पर फुटबाल विश्व कप में बहुत कुछ नया करने जा रहा है। खाड़ी देशों में अपनी बादशाहत कायम करने के लिए मेजबान देश पूरा दमखम लगा रहा है ऐसा माना जा रहा है की फीफा विश्व कप से कतर की अर्थव्यवस्था को बड़ा उछाल मिलेगा। देश में रोजगार बढ़ा जिसका असर रियल एस्टेट, हॉस्पटेलिटि, जैसे क्षेत्रों में बहुत ग्रोथ देखने को मिली पर्यटन उद्योग् में इजाफा होगा कतर अपने को दुबई का चिर प्रतिद्वंदी मानता है फीफा से पूरी दुनिया की निगाहें कतर पर होगी ।

दुनिया भर के वित्तीय विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है की 2022 के अंत तक कतर की जीडीपी में 4.1% की वृद्धि होगी देश की जीडीपी 2022 से 2030 के बीच में औसतन 3.2% सालाना की दर से बढ़ेगी टूर्नामेंट देश की अर्थव्यवस्था में लगभग 20 बिलियन डॉलर का योगदान देगा इसलिए यह विश्व कप कतर के लिए अहम् साबित होगा। सभी खाड़ी देश आर्थिकी में विविधता का विकल्प तलाश रहे हैं कच्चे तेल पर निर्भर ना होकर अन्य क्षेत्रों में निवेश को बढ़ा रहे हैं प्रवासी श्रमिकों की बड़ी आबादी रोजगार के लिए अरब देशों की तरफ पलायन करते हैं इस विश्व कप के सहारे ये छोटा देश दुनिया के सामने अपनी अलग मिसाल पेश करेगा ।