रविवार दिल्ली नेटवर्क
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रख्यात किरोड़ीमल कॉलेज को अमिताभ बच्चन के कॉलेज के तौर पर जाना जाता है। हाल ही में इस कॉलेज की भारतीय भाषा समिति ने ‘भारतीय चित्र साधना’ के सहयोग से देश के प्रसिद्ध फिल्म समीक्षक दीपक दुआ को ‘फिल्म कैसे देखें’ विषय पर मास्टर क्लास के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान भारतीय चित्र साधना के सचिव अतुल गंगवार व किरोड़ीमल कॉलेज में सहायक प्राध्यापक विनय गुप्ता समेत कई विद्वान उपस्थित थे। फिल्म समीक्षकों की संस्था ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य व 30 वर्ष से फिल्म पत्रकारिता में सक्रिय दीपक दुआ ने कॉलेज के छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए इस बात पर बल दिया कि फिल्म देखने से पहले यह विचार करना आवश्यक है कि फिल्म देखी क्यों जाए और उसके बाद यह भी सोचना होगा कि आखिर फिल्म देख कर हासिल क्या हुआ। उन्होंने कहा कि अक्सर फिल्मकार ‘हम वही बनाते हैं, जो दर्शक चाहते हैं’ की आड़ लेकर कुछ भी अपनी फिल्मों में परोस देते हैं। तो ऐसे में यह दर्शकों का फर्ज बनता है कि वे खराब चीजों के विरोध में सामने आएं, सोशल मीडिया आदि माध्यमों के जरिए अपनी आवाज उठाएं ताकि उनकी बात फिल्मकारों तक पहुंचे। दीपक दुआ ने इस बात पर
भी बल दिया कि अच्छे फिल्म समीक्षकों की समीक्षाएं पढ़ने से भी फिल्मों के प्रति अपनी जानकारी व सोच को दुरुस्त किया जा सकता है।