- “रील लाइफ में ओलंपिक उत्सव” का भव्य आयोजन फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के राजदूत महान सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ओलंपियन अभिनव बिंद्रा आदि के साथ फेस्टिवल पोस्टर लॉन्च किया
गोपेंद्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली/मुम्बई : भारत को ओलम्पिक खेलों की मेजबानी दिलाने और इसके लिए उचित वातावरण बनाने के लिए फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन को इस बार एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने बताया कि फाउंडेशन द्वारा मुंबई में 1 से 7 अक्टूबर और नई दिल्ली में 7 से 14 अक्टूबर तक “रील लाइफ में ओलंपिक – फिल्मों एवं चित्रों का एक महोत्सव उत्सव” का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि भारतीय फिल्म के महानायक और फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के राजदूत अमिताभ बच्चन ने भारतीय ओलम्पिक खिलाड़ियों अभिनव बान्द्रा और अन्य विख्यात हस्तियों की मौजूदगी में “रील लाइफ में ओलंपिक उत्सव”आयोजन के पोस्टर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर महान सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता, अभिनव बिंद्रा, दो बार के ओलंपियन और बैडमिंटन चैंपियन अपर्णा पोपट, तीन बार के ओलंपियन एम.एम. सोमाया और 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य और फिल्म निर्माता और फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर भी मौजूद थे। इस मौके पर अमिताभ बच्चन ने कहा कि “मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन इस अक्टूबर में मुंबई और दिल्ली में एक अनूठा कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए ओलंपिक संग्रहालय के साथ साझेदारी कर रहा है।रील लाइफ में ओलंपिक – फिल्मों और तस्वीरों का एक महोत्सव है जो कि स्टॉकहोम ओलंपियाड की 1912 की फिल्म सहित फिल्म विरासत की एक शताब्दी से अधिक समय के इतिहास को दिखायेगा।
उन्होंने कहा कि अधिकांश लोगों को यह पता नहीं है कि दुनिया भर के कुछ सबसे प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं ने 50 से अधिक आधिकारिक फिल्में बनाई हैं जो दुनिया में बनी कुछ महानतम खेल वृत्तचित्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं। मुंबई और दिल्ली के दर्शकों को ओलंपिक मूवी मैराथन में शामिल होने का दुर्लभ अवसर मिलेगा क्योंकि दो सप्ताह तक पूरे दिन फिल्में दिखाई जाएंगी, जिसमें ओलंपिक फिल्मों के माध्यम से एक सदी से अधिक के खेल इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा और चित्र प्रदर्शनी द्वारा तस्वीरें ओलंपिक की भावना और दर्शन को प्रदर्शित करेंगी। ओलंपिक के साथ-साथ खेलों में दशकों से भारतीय योगदान की झलक भी मिलेंगी। अमिताभ बच्चन ने कहा कि ओलंपियन बनना एक खिलाड़ी के लिए बड़े सम्मान का प्रतीक है और एक ऐसा लक्ष्य है जिसे हासिल करने के लिए उनमें से कई लोग अक्सर बड़ी कठिनाइयों के बावजूद वर्षों तक प्रयास करते हैं। यह महोत्सव हमें तस्वीरों और फिल्मों में हमारे भारतीय ओलंपियनों की उपलब्धियों की याद दिलाएगा। यें संदर्भ न केवल खेल के अविश्वसनीय मानवीय प्रयासों को दर्शाते हैं, बल्कि उस ऐतिहासिक और सामाजिक संदर्भ को भी दर्शाते हैं जिसमें दुनिया भर में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाता है। हम भाग्यशाली हैं कि ओलंपिक संग्रहालय ने इन फिल्मों को संरक्षित और पुनर्स्थापित किया है ताकि इन खेल आयोजनों की फिल्म विरासत और संस्कृति आने वाली पीढ़ियों के आनंद के लिए उपलब्ध हो सके। शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने बताया कि भारत में आयोजित अपने ढंग के इस पहले अनोखे उत्सव में 1912 से अब तक के ओलंपिक खेलों से जुड़ी फ़िल्मों और चित्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा । जिसमें भारतीय खेल फ़िल्में और खिलाड़ियों की महान उपलब्धियों का लेखा जोखा भी शामिल होगा। साथ ही ओलंपिक में भारतीयों की भूमिका और भारतीय खिलाड़ियों का दशकों तक ओलंपिक खेलों में योगदान से जुड़ी प्रतिष्ठित तस्वीरें उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालेंगी। उन्होंने बताया कि भारत 1983 के बाद पहली बार इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के विशेष सत्र की मेजबानी कर रहा है । इसके पूर्व “रील लाइफ में ओलंपिक उत्सव” का यह आयोजन एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए), बुक ए स्माइल, बुक मायशो ,मुंबई नगर निगम (बीएमसी), यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क, क्यूब सिनेमा टेक्नोलॉजीज, इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के साथ ही ओलंपिक संग्रहालय (आईआईसी) और अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन की साझेदारी भी रहेंगी। डूंगरपुर ने बताया कि स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में स्थित ओलंपिक संग्रहालय के साथ साझेदारी से होने वाले फिल्मों और तस्वीरों के इस महोत्सव में फ़िल्मों और चित्र प्रदर्शनियों द्वारा ओलंपिक खेलों की विरासत, कला और संस्कृति का प्रदर्शन किया जायेगा। शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने बताया कि ओलंपिक संग्रहालय लॉज़ेन के साथ साझेदारी में फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा भारत में प्रस्तुत किया जा रहा यह अपनी तरह का पहला और बहुत बड़ा महोत्सव है, जिसमें दुनिया भर के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशकों द्वारा निर्देशित 33 ओलंपिक विरासत फिल्मों और ओलंपिक चैनल की 10 श्रृंखलाओं का प्रदर्शन किया जायेगा। साथ ही ओलंपिक का हिस्सा रहें जाने माने फोटोग्राफर पॉलोमी बसु, डाना लिक्सबर्ग और लोरेंजो विट्टूरी भी इसमें भाग लेंगे ।यें फोटोग्राफर अपनी चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से ओलंपिक में दशकों से भारतीयों खिलाड़ियों की भागीदारी और सफलता के पलों से सिनेप्रेमियों, खेल और इतिहास प्रेमियों और बच्चों को रुबरू करायेंगे।हकीकत में यह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के समृद्ध विरासत संग्रहों से चुनी गई विश्व स्तरीय फिल्मों और तस्वीरों को देखने का एक अनूठा और दुर्लभ अवसर होंगा। डूंगरपुर ने बताया कि महोत्सव के सफल आयोजन के लिए ओलम्पियन विजेंदर सिंह,ज़फ़र इक़बाल ,अंजली भागवत,रणधीर सिंह और एम फ़र्नांडीस आदि का सहयोग भी मिल रहा हैं। उन्होंने बताया कि आईओसी के पास एक सदी से भी अधिक पुरानी फिल्मों का एक शानदार संग्रह है, जिनमें से कई दुनिया के जाने माने और प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं द्वारा निर्देशित हैं। फिल्म कार्यक्रम में 33 फिल्में और 10 चित्र श्रृंखलाएं शामिल हैं जो सिनेप्रेमियों, खेल और इतिहास प्रेमियों और बच्चों के लिए एक प्रकार की अनूठी दावत है जो उन्हें एक सप्ताह तक दिन भर तल्लीन रहने का एक दुर्लभ अवसर प्रदान करेंगी। *रील लाइफ में ओलंपिक के बारे में* इस वर्ष भारत 1983 के बाद पहली बार अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की मेजबानी कर रहा है और ओलंपिक खेलों के भावी संस्करण की मेजबानी में भी भारतीय की रुचि की चर्चा के मध्य फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में ओलंपिक संग्रहालय के साथ साझेदारी और नेशनल सेंटर ऑफ द परफॉर्मिंग आर्ट्स के सहयोग से ” रील लाइफ में ओलंपिक महोत्सव” आयोजित कर रहा है। ओलंपिक फिल्मों और तस्वीरों की प्रदर्शनी का अपनी तरह का पहला और सप्ताह भर चलने वाला यह महोत्सव राष्ट्रीय प्रदर्शन कला केंद्र (एनसीपीए) मुंबई में और इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) दिल्ली में होगा । इस कार्यक्रम को बुकमायशो, क्यूब सिनेमा टेक्नोलॉजीज और हाइपर लिंक की चैरिटी पहल, बुक ए स्माइल द्वारा भी सहयोग प्राप्त है। *महोत्सव के तीन महत्वपूर्ण पहलू* 1912 से शुरू होने वाली 33 ओलंपिक फिल्मों और 10 श्रृंखलाओं का यह महोत्सव कोन इचिकावा, मिलोस फॉरमैन, कार्लोस सौरा, लेनी रीफेनस्टाहल और जॉन स्लेसिंगर जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों द्वारा बनाया गया है और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के संग्रहालय और ओलंपिक चैनल की श्रृंखला से लिया गया है जिसमें भारत की महान खेल यात्रा का चित्रण भी शामिल है। ओलंपिज्म मेड विज़िबल – समाज में खेलों की भूमिका का पता लगाने और सामाजिक विकास और शांति के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी परियोजना से प्रसिद्ध फोटोग्राफर पॉलोमी बसु, डाना लिक्सेनबर्ग, लोरेंजो विट्टूरी, एलेक्स माजोली और मैक्स पिंकर्स द्वारा किए गए चयनित कार्य ओलंपिक संग्रहालय से लिए गए है । ओलंपिक में भारतीय – भारतीय खिलाड़ियों का दशकों तक ओलंपिक खेलों में योगदान से जुड़ी प्रतिष्ठित तस्वीरें उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालेंगी। दिनांक: 1 अक्टूबर – 7, 2023 स्थान: राष्ट्रीय प्रदर्शन कला केंद्र (एनसीपीए) नरीमन प्वाइंट, मुंबई लिटिल थिएटर और गोदरेज डांस थिएटर में फिल्म की स्क्रीनिंग और ओपन एयर प्लाजा में फोटो प्रदर्शनी। दिनांक: 7 अक्टूबर – 14, 2023 स्थान: इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) 40, मैक्स मुलर मार्ग नई दिल्ली – 110 003। फिल्म स्क्रीनिंग सी.डी. देशमुख सभागार में कार्यक्रम: फ़िल्म उत्सव – एक ओलंपिक मूवी मैराथन 33 फ़िल्में, 10 सीरीज़, 7 दिन, 2 शहर फिल्म फेस्टिवल को एक मूवी मैराथन के रूप में डिजाइन किया गया है जो महाद्वीपों और युगान्तर ओलंपिक फिल्मों का प्रदर्शन करेगा जो न केवल खेल प्रयासों की उल्लेखनीय मानव उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि हमारे इतिहास की पिछली शताब्दी की बदलती सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक रेस को भी दर्शाता है। फ़िल्में आईओसी अभिलेखागार से ओलंपिक चैनल के 1912 से शुरू होकर एक सदी की यात्रा में से ली गई हैं। फिल्में पूरे दिन सुबह 10 बजे से मुंबई में एनसीपीए और दिल्ली में आईआईसी में दो स्थानों पर चलेंगी, जिसमें स्कूली बच्चों से लेकर फिल्म और खेल प्रेमियों और इतिहासकारों तक व्यापक दर्शकों को शामिल किया जाएगा और इसके लिए एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया गया है। दर्शकों को कार्लोस सौरा, मिलोस फॉरमैन, कोन इचिकावा और लेनी रिफेनस्टाहल सहित आसपास के प्रशंसित फिल्म निर्माताओं द्वारा खूबसूरती से बहाल की गई और निर्देशित फिल्में देखने का दुर्लभ अवसर मिलेगा, जिनमें ओलंपिक खेलों में भारत की यात्रा की झलकियां भी शामिल होंगी।