भारतीय क्रिकेट टीम के संतुलन की अहम कड़ी हैं फिनिशर हार्दिक पांडया

Finisher Hardik Pandya is an important link in the balance of the Indian cricket team

भारत को हार्दिक से फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप मैच का प्रदर्शन दोहराने की आस

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : हार्दिक पांडया बतौर ऑलराउंडर बल्लेबाजी और गेंदबाजी में भारतीय क्रिकेट की अहम कड़ी है। भारतीय क्रिकेट में उनका रोल वही है जो कि हॉकी मे जो आक्रामक सेंटर हाफ का होता है। हॉकी में टीम पर हमले के वक्त सेंटर हाफ का काम अपने किले का बचाव और हमला बोलते समय स्ट्राइकरों के लिए बराबर आगे गेंद बढ़ाना होता है। हार्दिक अब नई गेंद से मोहम्मद शमी के साथ गेंदबाजी का आगाज प्रतिद्वंद्वी टीम के शीर्ष क्रम को बिखेरने और निचले मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए उतर कर बल्ले से दे दनादन कर भारतीय क्रिकेट को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के संतुलन की अहम कड़ी हैं फिनिशर हार्दिक पांडया। हार्दिक पांडया भारत के लिए बल्ले से फिनिशर की भूमिका निभा रहे हैं। अब आईसीसी चैपियंस ट्रॉफी फाइनल में भी भारत के नजरिए रविवार को जीत खिताब जिताने में भी हार्दिक पांडया की भूमिका बेहद अहम रहने वाली है। भारत को हार्दिक से फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप मैच का प्रदर्शन दोहराने की आस है।हार्दिक पांडया की टीम में मौजूदगी से भारत अपनी एकादश में मैच और पिच के मिजाज के मुताबिक चार स्पिनर और दो उन सहित दो तेज गेंदबाज या तीन स्पिनर और तीन तेज गेंदबाज उतार पा रहा है

भारत अपने घर में 2023 में आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप में अपने लगातार दस मैच जीतने के बाद फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से अहमदाबाद में छह विकेट से हार इसलिए खिताब जीतने से चूक गया था क्योंकि चेन्ने में पहले मैच में खेलने वाले हार्दिक पांडया चोट के चलत तब फाइनल से पहले ही बाहर हो गए थे। अपनी दूसरी आईसीसी चैपियंस ट्रॉफी खेल रहे हार्दिक पांडया ने अब तक इसमें दो संस्करणों में कुल 11 विकेट लिए हैं और 76 के सर्वोच्च स्कोर के साथ एक अर्द्धशतक सहित कुल 186 रन बनाए हैं। हार्दिक पांडया को मौजूदा संस्करण में भारत को खिताब जिताने के लिए लीग मैच के अपने हरफनमौला प्रदर्शन को रविवार को फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ दोहराना होगा। हार्दिक ने सेमीफाइनल में विराट के 84 रन बनाने के बाद आउट होने के बाद 24गेदों में तीन छक्कों की मदद से 28 रन की पारी खेल भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

हार्दिक पांडया ने अभावों से गुजर खुद के लिए भारत की ओर से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मे अलग मुकाम हासिल किया। हार्दिक गेंद से करीब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ’सुपरफास्ट‘ गेंदबाजी कर दुनिया के किसी भी शीर्ष क्रिकेटर को बराबर पैवेलियन की राह दिखाने की कूवत के साथ पारी के आखिर में 20 गेंदों में भारत को बड़े स्कोर तक पहुंचाने अथवा लक्ष्य का पीछा करने के कौशल से भारतीय क्रिकेट टीम की बेहद अहम कड़ी हैं।

हार्दिक पांडया का निजी जीवन भी हाल ही में अपनी पत्नी नताशा से तलाक के चलते और अपनी कप्तानी में पिछली आईपीएल में अपनी मुंबई इंडियंस कीी टीम के दसवें और आखिर स्थान पर रहने के बावजूद खुद पर भरोसा बनाए रखा। इसी पारिवारिक निजी उथल पुल के बीच ही हार्दिक ने खासतौर पर 2024 में आई टी 20 क्रिकेट विश्व कप फाइनल में जम कर खेल रहे दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन(52 रन) और आखिर ओवर में डेविड मिलर(21 रन) और कसिगो रबाड़ा (4 रन) के रूप में तीन विकेट मात्र 20 रन में चटका कर भारत को फाइनल जिताने के साथ दूसरी बार आईसीसी टी 20 क्रिकेट विश्व जिताने में अर्द्धशतक जड़ने वाले विराट कोहली के साथ मिलकर सात रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की थी।

हार्दिक पांडया की ताकत खुद पर भरोसा और मानसिक मजबूत के साथ बड़े मैच पर गेंद और बल्ले से बड़ा प्रदर्शन करने की क्षमता है। हार्दिक का खुद पर भरोसा ही उन्हें एक खास क्रिकेटर बनाता है। हार्दिक ने मौजूदा चैपियंस ट्रॉफी में चार मैचों में चार मैचों में 113 रन देकर चार विकेट लिए और न्यूजीलैंड के खिलाफ अहम ग्रुप मैच में 45 रन सहित कुल 81 रन बनाए हैं। भले ही हार्दिक के ये रन और विकेट सामान्य लगे लेकिन उन्होंने सही वक्त पर रन बनाने के साथ सहित वक्त पर ये विकेट भारत के अब तक सेमीफाइनल सहित चारों मैचों में अहम वक्त पर चटकाए। भारत को तीसरी बार खिताब जिताने के लिए जरूरी हैं हार्दिक पूरी तरह फिट रहे एक बार फिर बल्ले और गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत की नैया किनारे लाए।