रविवार दिल्ली नेटवर्क
बीकानेर : मूक-बधिर बच्चों में कौशल विकास हेतु डागा पैलेस में आयोजित पांच दिवसीय शिविर में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री अविनाश गहलोत ने सोमवार को की शिरक़त* बीकानेर। मूक-बधिर बच्चों में कौशल विकास हेतु डागा पैलेस में आयोजित पांच दिवसीय शिविर में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री अविनाश गहलोत ने सोमवार को शिरक़त की। महावीर इंटरकोन्टिनेटल सर्विस आर्गेनाइजर और अनाम प्रेम संस्थान द्वारा इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने कहा कि हर हाथ को हुनरमंद बनाना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का विजन है। वंचित वर्ग के बच्चों के विकास और उन्हें आजीविका के लायक बनाने की दिशा में ये संस्थाएं सराहनीय काम कर रही है। रोजागारोन्मुखी शिक्षा इन बच्चों के लिए अति आवश्यक है। हाथ का हुनर सीख कर आगे चलकर ये बच्चे आत्मनिर्भर बनेंगे तथा देश के विकास में भी योगदान दे सकेंगे।
कुमावत ने इस कार्य में सरकार के सतत सहयोग की बात कही और कहा कि वंचित और कमजोर वर्ग को राहत देने के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित है। इस अवसर पर समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री श्री अविनाश गहलोत ने कहा कि यह शिविर हर हाथ को हुनरमंद और आत्मनिर्भर बनाने के सरकार के सपने को साकार करने की दिशा में अहम योगदान देगा। उन्होंने कहा कि मूक-बधिर पैदा होना विधि का विधान है लेकिन इन संस्थानों के सहयोग से इस श्रेणी के बच्चों को भी समाज की मुख्य धारा में लाया जा सकेगा। हुनर के जरिए वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगे। समाज के वचित वर्ग को उत्थान के लिए किया गया मानव सेवा का यह कार्य अन्य लोगों को भी प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा इस वर्ग के लिए सहायक अंग व उपकरण उपलब्ध करवाए जाते हैं। इन बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए भी सहयोग किया जा रहा है।