49 पेनल्टी कॉर्नर पर पांच गोल, भारत की सबसे बड़ी कमजोरी

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत की टीम एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप पूल बी में दो मैच ड्रॉ खेले और एक हारी और फिर क्रॉसओवर में स्पेन से एकमात्र गोल से हारी। भारत को दो जीत स्थान निर्धारण मैचों में कनाडा और जापान के खिलाफ मिली। भारत ने इस संस्करण में कुल छह मैचों मे 9 गोल किए और आठ गोल खाए। भारत की ओर से वंदना कटारिया ने सबसे ज्यादा तीन, नवनीत कौर ने दो, ललरेमसियामी, गुरजीत कौर, दीपग्रेस एक्का और सलीमा टेटे ने एक एक गोल किया। भारत की ओर से नवनीत कौर ने दो तथा वंदना और ललरेमसियामी ने एक-एक मैदानी गोल किया।भारत को कुल 49 पेनल्टी कॉर्नर मिले और इनमें से मात्र पांच को गोल में बदला। भारत की ओर से पेनल्टी कॉर्नर पर सीधे ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर और दीपग्रेस एक्का ने स्लैप शॉट ने एक-एक तथा वंदना कटारिया ने पेनल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड पर दो तथा सलीमा टेटे ने एक गोल किया। भारत की सबसे बड़ी कमजोरी पेनल्टी कॉर्नर का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाना रहा। भारत की चीफ कोच यांकी शॉपमैन के लिए टीम की भविष्य की योजना पर इसी पर सबसे ज्यादा मेहनत की जरूरत है।