- पूरी तरह तैयार हो अपनी योजना को कारगर ढंग से अमली जामा पहनाने उतरेंगे
- ध्यान अपनी अग्रिम पंक्ति को मजबूत बनाने पर है
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : उपकप्तान स्ट्राइकर वंदना कटारिया के अभ्यास के दौरान लगी चोट के चलते रांची में 13 से 19 जनवरी तक होने वाले एफआईएच महिला ओलंपिक क्वॉलिफायर्स से बाहर होने से भारत के हमलों और उसे पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई कराने का दारोमदार कम उम्र में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाली स्ट्राइकर ललरेमसियामी पर रहेगा। ललरेमसियामी भारतीय हॉकी महिला हॉकी टीम के साथ रांची में ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में शिद्दत से अभ्यास में जुटी हैं। चीफ कोच यॉकी शॉपमैन के मार्गदर्शन में ललरेमसियामी सहित भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी रणनीतिक ड्रिल और अभ्यास में जुटी हैं। हर पूल से दो शीर्ष टीमे सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। एफआईएच ओलंपिक क्वॉलिफायर्स से तीन शीर्ष महिला टीमें 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करेंगी।
भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में पूल बी में अपने अभियान का आगाज13 जनवरी अमेरिका के खिलाफ मैच से करने के बाद 14 जनवरी को न्यूजीलैंड और 16 जनवरी को इटली से भिड़ेगी। दोनों सेमीफाइनल 18 जनवरी को और फाइनल और तीसरे स्थान का मैच 19 जनवरी को खेला जाएगा। ओलंपिक क्वॉलिफायर्स, 2024 के शुरू होने में मात्र दो दिन बचे हैं और भारत की स्ट्राइकर ललरेमसियामी ने अपनी अग्रिम पंक्ति में भरोसा जताया। ललरेमसियामी ने कहा, ‘ हम ओलंपिक महिला हॉकी क्वॉलिफायर्स में पूरी तरह तैयार होकर अपनी योजना को कारगर ढंग से अमली जामा पहनाने उतरेंगे। हमारा फोकस अपनी अग्रिम पंक्ति की पूरी क्षमता से प्रदर्शन के बूते 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने पर है।’
उन्होंने कहा, ‘ एफआईएच हॉकी महिला ओलंपिक क्वॉलिफायर्स, रांची 2024 के लिए हमारी टीम की तैयारियां में ध्यान अपनी अग्रिम पंक्ति को मजबूत बनाने पर है। हमारा पूरा ध्यान अग्रिम पंक्ति के तालमेल को बेहतर करने के साथ अपने हमलों की धार तेज करने के पूरी तालमेल से हमले बोलने पर है। हमारा ध्यान एक दम सही और सधे हमले बोलने पर है। हमारी कोशिश बेहतरीन कदमताल के साथ नियोजित और धारदार हमले बोलने वाली अग्रिम पंक्ति बनने है। हम हर अभ्यास सत्र में अपनी रणनीति को बेहतर करते हुए एक दूसरे की खेल शैली को बेहतर ढंग समझ रहे हैं। हम मैदान पर पूरे संकल्प से बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम की कामयाबी में योगदान करना चाहते हैं।’