राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की धर्मपत्नी इन्दिरा देवनानी के देवलोकगमन के बाद निवास पर उमड़ा राजनेताओं और गणमान्यों का सैलाब

Following the demise of Indira Devnani, wife of Rajasthan Assembly Speaker Vasudev Devnani, a large crowd of politicians and dignitaries gathered at his residence

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की धर्मपत्नी इन्दिरा देवनानी के देवलोकगमन के बाद वासुदेव देवनानी के जयपुर एवं अजमेर स्थित निवास पर पिछले तेरह दिनों से जनप्रतिनिधियों, नेताओं, सामाजिक संगठनों और नागरिकों का ताँता लगा हुआ है। दिवंगत इन्दिरा देवनानी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए देश-प्रदेश के शीर्ष राजनीतिक हस्तियों से लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों और आम जनता तक भारी भीड़ उमड़ रही है।

शीर्ष नेतृत्व ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने इंदिरा देवनानी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी को शोक सन्देश भेजा है। लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला , राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, ओम प्रकाश माथुर तथा कई केन्द्रीय मंत्रियों, राज्यों के विधानसभाध्यक्ष ,सांसदों एवं विधायकों तथा अन्य कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं आदि ने भी शोक संदेश के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की है ।

इन्दिरा देवनानी के स्वर्गवास की दुखद खबर मिलते ही सबसे पहले राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, राज्य के शिक्षा मन्त्री मदन दिलावर, आरएसएस के वरिष्ठ संगठक प्रकाश जी भाई साहब आदि स्पीकर देवनानी के जयपुर स्थित राजकीय निवास पर पहुंचे तथा पार्थिव देह पर पुष्प चक्र चढ़ाया । राज्यपाल बागडे शुक्रवार को भी देवनानी के अजमेर स्थित निजी निवास पर पहुंचे और दिवंगत इंदिरा देवनानी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अन्तिम संस्कार के दिन चार नवम्बर को सबसे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी अजमेर पहुँचे और उन्होंने पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर शोक संवेदना व्यक्त की। अंतिम संस्कार में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी सहित प्रदेश के अनेक मंत्रियों,अधिकारियों एवं शहर के प्रमुख लोगों ने भाग लिया और दिवंगत इन्दिरा देवनानी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान केबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, सुरेश रावत, सुमित गोदारा, गौतम दक, ओंकार सिंह लखावत, के.के. बिश्नोई, पूर्व मंत्री सी आर चौधरी, अरुण चतुर्वेदी, मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, विधायक शंकर सिंह रावत, गोपाल शर्मा आदि के साथ ही देवनारायण बोर्ड चेयरमेन ओमप्रकाश भडाणा, अजमेर डेयरी के चेयरमेन रामचन्द्र चौधरी, पूर्व आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

इसके अतिरिक्त श्रद्धांजलि सभा में पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (संदेश द्वारा), पूर्व मंत्री नरपत सिंह राजवी आदि ने भी अपनी संवेदनाए व्यक्त की।

विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी के अजमेर एवं जयपुर दोनों स्थानों पर नेताओं , कार्यकर्ताओं,सगे संबंधियों आदि का पहले दिन से ही तांता लगा रहा। अजमेर स्थित निवास पर प्रतिदिन आयोजित हुई नियमित बैठक और प्रार्थना सभा में भाग लेने केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत , राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी और डॉ प्रेम चंद बैरवा,राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्यों में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा, जोगाराम पटेल सहित अन्य कई मंत्री व्यक्तिगत रूप से पहुंचे और उन्होंने देवनानी को ढाढ़स बँधवाने के साथ ही परिवार जनों के साथ समय बिताया। भाजपा संगठन की ओर से राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश पदाधिकारी गण आदि भी श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित रहे। श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख जनप्रतिनिधियों में शंकर लालवानी (सांसद, इंदौर), विधायक अनिता भदेल, सत्य नारायण जाट, हेमलता व्यास, आनंद शर्मा, कृष्ण कुमार गुर्जर, रमेश चौधरी, पुरुषोत्तम कंवर सहित कई विधायक शामिल रहे। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुष्प चक्र भेज कर और अजमेर के पूर्व सांसद सचिन पायलट ने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की । विधानसभा के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की । इसके साथ ही स्पीकर देवनानी को सैकड़ों शोक संदेश भी मिल रहें है।

इंदिरा देवनानी की लोकप्रियता और देवनानी परिवार के राजनीतिक-सामाजिक जुड़ाव का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी शोक सभाओं में जनप्रतिनिधियों के साथ ही सामान्य वर्ग की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधिगण तथा कई वरिष्ठ नागरिक प्रतिनिधि मंडल भी पहुंचे।मीडिया से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों में दीनबन्धु चौधरी, पवन अरोड़ा, महेश व्यास, तथा अजमेर प्रेस क्लब के कई सदस्य भी निवास पर पहुंचे और उन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। श्रद्धांजलि देने आने वालों को देवनानी परिवार की ओर से सुंदरकांड की पुस्तक भी दी जा रही है। इस पुस्तक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंच परिवर्तन, स्वदेशी, कुटुंब प्रबोधन पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और नागरिक कर्तव्य का भी उल्लेख है। दिवंगत इन्दिरा देवनानी राजस्थान विधानसभा के स्पीकर वासुदेव देवनानी को गहरी विरह पीड़ा में छोड़ गई है लेकिन इन पीड़ादायक परिस्थितियों में भी वासुदेव देवनानी ने जिस धैर्य, संयम, शान्ति, अनुशासन और गहराई का परिचय दिया तथा अपने दिल और दिमाग को कमजोर नहीं होने दिया,वह काबिले तारीफ है। वासुदेव देवनानी ने अपने शोक संतप्त परिवार विशेष कर पुत्र महेश देवनानी को इस नाजुक घड़ी में न केवल संभाला बल्कि वे जीवन की इस मुश्किल घड़ी में भी विचलित नहीं हुए। इन्दिरा देवनानी के अन्तिम संस्कार और अन्य उत्तर क्रियाओं के एक-एक इंतजाम को उन्होंने बहुत ही बारीकी के साथ बखूबी खुद ने देखा और इस बात का ख्याल रखा कि कही कोई कमी नहीं रह जाए।स्पीकर वासुदेव देवनानी राजनीति में आने से पहले उदयपुर के विद्याभवन इंस्टिट्यूट में प्रोफेसर थे वहीं उनकी धर्म पत्नी इन्दिरा देवनानी सरकारी स्कूल में शिक्षिका रहीं। वे समाजसेवा में भी सक्रिय भूमिका निभाती थीं। वर्ष 1974 में वासुदेव देवनानी से उनका विवाह हुआ था। वे एक पुत्र और दो पुत्रियों की माता थी। सभी ने उनके सामाजिक-सामुदायिक योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि इंदिरा देवनानी का सरल और सामाजिक जीवन सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।

इंदिरा देवनानी का निधन 3 नवंबर को जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में हुआ था, जहाँ वे 29 अक्टूबर को उन्हें कार्डियक अरेस्ट के बाद भर्ती किया गया था। बाद में वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थीं। निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर पहले स्पीकर देवनानी के जयपुर स्थित सिविल लाइंस निवास और बाद में अजमेर स्थित निवास लाया गया, जहाँ बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुँचे। जैसे ही पार्थिव शरीर अजमेर लाया गया सिंधी समाज, जैन समाज, आर्य समाज, महिला संगठन, शिक्षक संघ तथा कई सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि लगातार उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने आते रहे। अंतिम यात्रा निवास से अजमेर के ऋषि घाटी श्मशान घाट तक निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। वैदिक परंपराओं और मंत्रोच्चार के साथ अंतिम संस्कार सम्पन्न हुआ। जहां उनके पुत्र महेश देवनानी ने वैदिक ऋचाओं और सनातन परंपराओं के बीच भावपूर्ण माहौल में अपनी माता को मुखाग्नि दी। इंदिरा देवनानी की विदाई ने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने न केवल देवनानी परिवार का आधार स्तंभ बनकर बल्कि समाज में भी अपने शांत, संयत और सेवाभावी व्यक्तित्व के कारण एक गहरी छाप छोड़ी थी। जिस प्रकार राजनीतिक जगत, सामाजिक संगठनों और आमजन का सैलाब उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा, वह उनके व्यक्तित्व की व्यापकता और स्पीकर देवनानी की लोकप्रियता को दर्शाने वाला था। अजमेर के लोगों ने अपने लोकप्रिय नेता और प्रदेश के विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी की जीवन संगिनी इंदिरा देवनानी को जिस भाव पूर्वक तरीके और नम आँखों से अंतिम विदाई दी, इसे लम्बे समय तक याद किया जाएगा। अजमेर के लालगढ़िया भाड़ू पैलेस में 6 नवम्बर को आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी बड़ी संख्या में अनेक जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी, शिक्षाविदों, व्यापारियों, महिला एवं अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

अजमेर उत्तर के लगातार पाँच बार के निर्वाचित भाजपा विधायक और राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की दिवंगत पत्नी इंदिरा देवनानी की अस्थियां 14 नवंबर को हरिद्वार में गंगा नदी में विधि विधान के साथ पुत्र महेश देवनानी और निकट सम्बंधियों द्वारा विसर्जित की गई । अस्थियां विसर्जन के बाद 15 नवंबर को देवनानी के अजमेर स्थित आवास पर हवन के साथ शांति पाठ , हवन और ब्रह्म भोजन आदि का आयोजन रखा गया है जिसमें दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी।