रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : कृषि के क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल पर कृषि विभाग द्वारा महिला किसानों को मूंग, मोठ, ज्वार, मक्का और बाजरा फसलों के नि:शुल्क बीज मिनीकिट वितरण किए गये हैं जिससे न केवल कृषि में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी बल्कि राज्य और देश की अर्थव्यवस्था में भी उनका अहम योगदान बढ़ेगा।
24 लाख से अधिक महिला किसान हुई लाभान्वित
कृषि आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने बताया राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा 2024-25 की पालना में षि विभाग द्वारा खरीफ-2024 में कुल 24 लाख 58 हजार महिला किसानों को नि:शुल्क बीज की मिनीकिट का वितरण किया जा चुका है। इसमें मूंग की 4 किलोग्राम की 4 लाख, मोठ की 4 किलोग्राम की एक लाख, ज्वार की 4 किलोग्राम की 89 हजार, मक्का की 5 किलोग्राम की 10 लाख 79 हजार, बाजरा की 1.5 किलोग्राम की 7 लाख 90 हजार बीज मिनी किट महिला किसानों को नि:शुल्क वितरण की गयी ।
वितरण के लिए सुनिश्चित की गई पात्रता-
कृषि आयुक्त ने बताया कि बजट घोषणा के तहत मिनीकिटों के वितरण में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु एवं सीमांत कृषक, राजीविका के तहत स्वयं सहायता समूह, निशक्तजन एवं गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाली महिला कृषकों को प्राथमिकता दी गयी है। एक महिला को मिनीकिट का एक पैकेट दिये जाने का प्रावधान है।
लाभार्थी कृषक ऐसे प्राप्त कर सकते हैं मिनीकिट-
कृषि आयुक्त ने बताया कि मिनीकिट का वितरण संबंधित कृषि पर्यवेक्षक के माध्यम से किया जाता है। उन्होंने बताया कि लाभार्थी महिला किसानों को मिनीकिट का वितरण जन आधार कार्ड के माध्यम से किया गया है।
गीता देवी और गोविंदी देवी को मिली बीज की निःशुल्क मिनीकिट-
दौसा जिले के ग्राम सलेमपुरा निवासी श्रीमती गीता देवी ने बताया कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा बाजरे के 1.5 किलोग्राम के बीज की निःशुल्क बीज किट दी गयी है। यह बीज उच्च गुणवत्ता वाले हैं, जिसकी उन्होंने एक बीघा में बुआई की है। उन्हें पूरा विश्वास है कि बीज की गुणवत्ता अच्छी होने के कारण इस बार फसल पिछले वर्ष के मुकाबले ज्यादा मुनाफा देगी। गीता देवी ने निःशुल्क बीज किट के लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया।
इसी प्रकार दौसा जिले के ग्राम चक चांदपुर निवासी श्रीमती गोविंदी देवी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का आभार जताते हुए कहती हैं कि उन्हें इस योजना के तहत बाजरे के उच्च गुणवत्ता वाले बीज का मिनीकिट दिया गया है। इससे पहले बाजार से बीज खरीदने पर खेत में इतनी अच्छी फसल नहीं हो पाती थी, जिससे खेत खाली से दिखते थे। वे कहती हैं कि बीज किट के उन्नत किस्म के बीजों के कारण खेत में फसल की वृद्धि अच्छी हुई है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार पैदावार पहले से ज्यादा होगी।