भविष्य के लिए नवाचार से ऊर्जा बचत तक: भारत की ऊर्जा दक्षता यात्रा में उपकरण उद्योग की अहम भूमिका

From innovation to energy savings for the future: The appliance industry plays a key role in India's energy efficiency journey

कमल नंदी, बिज़नेस हेड और ईवीपी, अप्लायंसेज़ बिज़नेस, गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप

भारत 2047 तक विकसित भारत बनने के अपने महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण से प्रेरित होकर आर्थिक विकास और तेज़ी से बढ़ते शहरीकरण के एक दौर से गुज़र रहा है। जैसे-जैसे लोगों की आमदनी बढ़ रही है और जीवन स्तर ऊँचा हो रहा है, वैसे-वैसे आराम और सुविधा बढ़ाने वाले उत्पादों की माँग भी बढ़ रही है। एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन जैसे घरेलू उपकरण — जो पहले शौक की चीज़ें मानी जाती थीं — अब आधुनिक घरों की ज़रूरत बन चुके हैं। इसके साथ ही, जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते तापमान ने विशेषकर एयर कंडीशनर जैसी ठंडक देने वाली तकनीकों की माँग देशभर में और तेज़ कर दी है।

जीवनशैली में बदलाव और बढ़ते तापमान मिलकर देश की ऊर्जा खपत में तेज़ बढ़ोतरी का कारण बन रहे हैं। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के अनुसार, भारत के ऊर्जा परिदृश्य में आवासीय क्षेत्र देश की कुल बिजली खपत का 24% हिस्सा रखता है, जो बिजली का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है और हर साल लगभग 6% की दर से बढ़ रहा है। यह बढ़ोतरी घरों में बिजली से चलने वाले उपकरणों के व्यापक उपयोग के कारण हो रही है। यह रुझान जहाँ सामाजिक-आर्थिक प्रगति का संकेत देता है, वहीं यह एक गंभीर चुनौती भी सामने लाता है — भारतीय घरों में बढ़ती ऊर्जा खपत के पर्यावरणीय प्रभाव को संभालने की। यह स्थिति ऊर्जा दक्षता वाले नवाचारों की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है — खासकर घरेलू उपकरण क्षेत्र में, जो हर दिन लाखों भारतीय घरों का हिस्सा बन चुका है।

ऊर्जा दक्षता इकोसिस्टम में उपकरण उद्योग की भूमिका

घरों में ऊर्जा-कुशल उपकरणों का इस्तेमाल न केवल जीवनशैली को अधिक किफायती बना सकता है, बल्कि घरों के कार्बन फुटप्रिंट को भी घटाता है जिससे पर्यावरण की स्थिरता के व्यापक प्रयासों में मदद मिलती है।

ग्रीन रेफ्रिजरेंट्स का उपयोग: उपकरणों को अधिक ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स उद्योग अब पर्यावरण-मित्र रेफ्रिजरेंट्स का उपयोग कर रहा है जैसे कि, रेफ्रिजरेटर में आर600ए और एयर कंडीशनर में आर32 गैस का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग की संभावना कम होती है। गॉदरेज जैसी कंपनियों ने इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभाई है — उन्होंने अपने डीप फ्रीज़रों और कुछ एयर कंडीशनर मॉडलों में दुनिया के सबसे पर्यावरण-अनुकूल रेफ्रिजरेंट आर290 का उपयोग शुरू किया है।

उच्च ऊर्जा रेटिंग वाले उपकरणों की ओर बदलाव: उच्च बीईई स्टार रेटिंग वाले उपकरण बिजली बिलों को कम करने के साथ-साथ पर्यावरण पर पड़ने वाले असर को भी घटाते हैं। जनवरी 2026 से, बीईई कई उपकरणों के लिए अपनी मौजूदा ऊर्जा रेटिंग मानकों को और कड़े करने जा रहा है, ताकि पूरा बाज़ार अधिक ऊर्जा दक्षता की दिशा में आगे बढ़े। 2-स्टार स्प्लिट एसी की तुलना में 5-स्टार स्प्लिट एसी इस्तेमाल करने पर सालाना बिजली की खपत में काफी कमी आती है, जिससे एसी के संचालन खर्च में लगभग 30% तक की बचत हो सकती है। इसी तरह, 5-स्टार रेटेड डायरेक्ट-कूल रेफ्रिजरेटर 2-स्टार मॉडल की तुलना में 35% तक और फ्रॉस्ट-फ्री रेफ्रिजरेटर 45% तक ऊर्जा लागत बचा सकते हैं।

ऊर्जा बचत के लिए प्रीमियम और उन्नत फीचर्स अपनाना:
आज लगभग हर उपकरण श्रेणी में प्रीमियम उत्पादों की ओर रुझान बढ़ रहा है। ब्रांड अब अपने उत्पादों में ऐसे कई अतिरिक्त फीचर्स दे रहे हैं जो ऊर्जा दक्षता बढ़ाने में मदद करते हैं।

· इनवर्टर तकनीक वाले घरेलू उपकरण ऊर्जा की खपत को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। उदाहरण के लिए — एयर कंडीशनर में इनवर्टर तकनीक कमरे के तापमान के अनुसार ठंडक को लगातार समायोजित करती है, जिससे अनावश्यक बिजली खर्च नहीं होता, वहीं वॉशिंग मशीन में यह मोटर की गति को कपड़ों की मात्रा और धुलाई की स्थिति के अनुसार बदलने की सुविधा देती है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और रेफ्रिजरेटर में यह ठंडक और ऊर्जा उपयोग को इस तरह नियंत्रित करती है कि भोजन लंबे समय तक ताज़ा बना रहे।

· कई बार उपकरणों को पूरी क्षमता पर चलाने की ज़रूरत नहीं होती — ऐसे में कन्वर्टिबल मोड वाले उपकरण बेहद उपयोगी साबित होते हैं। उदाहरण के लिए, 5-इन-1 कन्वर्टिबल एसी में आप कमरे में मौजूद लोगों की संख्या और आराम की ज़रूरत के अनुसार 5 अलग-अलग क्षमता स्तरों में से चुन सकते हैं, जिससे लगभग 70% तक बिजली की बचत हो सकती है। इसी तरह, कन्वर्टिबल मोड वाले रेफ्रिजरेटर में फ्रीज़र को आसानी से फ्रिज में बदला जा सकता है, या हॉलिडे मोड का उपयोग करके छुट्टियों के दौरान बिजली की खपत को न्यूनतम रखा जा सकता है।

· इसके अलावा, एआई-संचालित उपकरण अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाकर अधिक ऊर्जा दक्षता प्रदान कर सकते हैं। उदाहरण के लिए — एआई आधारित रेफ्रिजरेटर अपने अंदर रखे खाने की मात्रा और दरवाज़ा खुलने से आने वाली गर्मी को पहचानकर ठंडक और बिजली उपयोग को संतुलित करते हैं।