हम बेवजह कार्ड पाने से बच सकते हैं
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-23 के सीजन के शुरू में बीते हफ्ते भुवनेश्वर में रिटर्न मैच में न्यूजीलैंड को 7-4 से हराने के बाद स्पेन को निर्धारित समय में 2-2 की बराबरी के बाद शूटआउट में 3-1 से हराया। भारत के ये दोनों रिटर्न मैच जीतने के बावजूद कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि अगले साल 13 जनवरी से शुरू होने वाले एफआईएच ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप भुवनेश्वर-राउरकेला 2023 से पहले अभी भी टीम में काफी सुधार की जरूरत है।
भारत और स्पेन 2023 के पुरुष हॉकी विश्व कप में पूल डी में वेल्स और इंग्लैंड के साथ हैं। भारत विश्व कप में अपने अभियान का आगाज 13 जनवरी को राउरकेला में स्पेन के खिलाफ मैच से करेगा। हरमनप्रीत सिंह ने कहा,’एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023 में स्पेन के खिलाफ भुवनेश्वर में खेले मैचों से हमें विश्व कप से पहले उसके खेल का आकलन करने का मौका मिल गया। आप देखेंगे तो पाएंगे तो स्पेन के खिलाफ प्रो लीग के ये दोनों मैच बेहतर कड़े और रोमांचक रहे। दोनों ही टीमों ने आखिर तक एक दूसरे को कड़ी टक्कर दी। इससे जब हम उसके खिलाफ विश्व कप में पूल मैच में खेलने उतरेेंगे तो काफी मदद मिलेगी। स्पेन की टीम ने भी हमारे खेल का जायजा लिया । हमें स्पेन के खेल का विश्लेषण कर उसकी ताकत को जानने का मौका मिला। हम इससे अपनी खामियों को दूर करने के साथ चतुराई से उसके खिलाडिय़ों को रोकने की योजना बनाने में मदद मिलेगी।’
भारत की स्पेन के खिलाफ रिटर्न मैच में जीत के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘ अभी भी हमारी टीम ने इन मैचों में खासा अच्छा प्रदर्शन किया पर हम अभी भी बेवजह कार्ड पाने से बच सकते हैं। कार्ड दिखाने के चलते यदि एक खिलाड़ी मैदान से बाहर जाता है तो फिर बाकी सभी को दुगुना दौडऩा पड़ता है। हम अभी इस लिहाज से तैयारी कर रहे हैं कि यदि मैदान पर हमारा एक खिलाड़ी कम रहता है तो हमारी शैली क्या होगी और हमारा ढांचा क्या रहेगा। हमारे लिए अच्छी बात यह रही कि कार्ड मिलने के कारण अपने एक खिलाड़ी के बाहर रहने पर हम अपने किले की चौकसी मुस्तैदी से करने में कामयाब रहे। बावजूद इसके हमारे लिए अहम है कि हम कार्ड पाकर मैदान के बाहर जाने से बचे। अच्छी बात यह है कि हम स्पेन और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैचों में गलतियों से सीख कर विश्व कप से पहले इन्हें दूर करने पर मेहनत कर रहे हैं। हमने गलतियां करने के बावजूद अपना धैर्य नहीं खाशा, इससे हमारा एक दूसरे में भरोसा बढ़ेगा और बतौर टीम बेहतर होंगे।’