विदेशों में लोकप्रिय हैं कागज़ की लुगदी से बनी गणपति बप्पा की मूर्तियाँ

Ganpati Bappa idols made of papier mache are popular in foreign countries

रविवार दिल्ली नेटवर्क

ठाणे: महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की धूम में भले ही अभी वक्त है। लेकिन विदेश में बप्पा के आगमन की धूम अभी से शुरू हो गई है। गणेशोत्सव मनाने के लिए विदेश जाने वाले बप्पा की मूर्तियां चार महीने पहले ही भेजी जा रही हैं।

बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक रोजगार के लिए विदेशों में बस गए हैं। विदेशी संस्कृति का सम्मान करते हुए वहां भारतीय अपने त्योहारों को भी उतनी ही धूमधाम से मनाते नजर आते हैं। बताया जा रहा है कि खास तौर पर गणेशोत्सव काफी धूमधाम से हो रहा है। इस साल का गणेशोत्सव सुचारु रूप से चले इसके लिए विदेश से आए गणेश भक्त अभी से ही इस बात का ध्यान रख रहे हैं। गणेशोत्सव के दौरान बप्पा की मूर्ति समय पर उपलब्ध कराने के लिए मूर्तियां जून माह में विदेश भेजने की तैयारी है।

विदेशों में भेजी जाने वाली बप्पा की मूर्ति पूरी तरह से इको-फ्रेंडली है। कागज की लुगदी से बनी मूर्तियां अमेरिका, ब्रिटेन, मॉरीशस जैसे देशों में पसंद की जाती हैं। गणेशोत्सव का आयोजन इंग्लैंड में मिल्टन कीन्स पब्लिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा किया जाता है। इस मौके पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और पर्यावरण अनुकूल तरीके से गणेशोत्सव मनाना बोर्ड की परंपरा है।

कागज की लुगदी से बनी मूर्तियां देखने में खूबसूरत लगती हैं। इन मूर्तियों को बनाने में 60 प्रतिशत लुगदी कागज, 30 प्रतिशत गोंद और 10 प्रतिशत सफेद मिट्टी गुजरात से आती है। इन सभी से गणेश जी की मूर्ति बनाई जाती है। शिपिंग को आने में 60 से 70 दिन लगते हैं।